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झालावाड़ स्कूल हादसा: मासूमों की मौत से कांपा देश!राजस्थान के सरकारी स्कूल की छत गिरने से 4 बच्चों की मौत, 17 घायल! 😢60 ...
25/07/2025

झालावाड़ स्कूल हादसा: मासूमों की मौत से कांपा देश!

राजस्थान के सरकारी स्कूल की छत गिरने से 4 बच्चों की मौत, 17 घायल! 😢
60 से ज्यादा छात्र थे कक्षा में... मलबे में दबे मासूम! 💔

📢 क्या हमारे स्कूल अब भी सुरक्षित नहीं हैं?
👉 बच्चों की सुरक्षा पर कब जागेगा सिस्टम?

🙏 मासूमों को श्रद्धांजलि दें — इस पोस्ट को SHARE करें और अपनी आवाज़ उठाएं!

#बच्चों_की_सुरक्षा

जब भारत के उपराष्ट्रपति ने छोड़ा पद, और एक मुख्य न्यायाधीश बने कार्यवाहक राष्ट्रपतिहाल ही में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ क...
23/07/2025

जब भारत के उपराष्ट्रपति ने छोड़ा पद, और एक मुख्य न्यायाधीश बने कार्यवाहक राष्ट्रपति

हाल ही में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। हालांकि, भारतीय संवैधानिक इतिहास में यह पहला मौका नहीं है जब उपराष्ट्रपति पद अचानक रिक्त हुआ हो। आज से कई साल पहले, 1969 में ऐसी ही एक स्थिति बनी थी, जब तत्कालीन उपराष्ट्रपति वी.वी. गिरि ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद जो संवैधानिक स्थिति उत्पन्न हुई, उसे संभालने के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश को कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका निभानी पड़ी थी। यह घटना भारतीय संविधान की लचीली प्रकृति और इसके निर्माताओं की दूरदर्शिता को दर्शाती है।

1969 का राजनीतिक परिदृश्य और राष्ट्रपति का निधन

यह घटना तब हुई जब भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. ज़ाकिर हुसैन का 3 मई, 1969 को कार्यकाल के दौरान निधन हो गया। राष्ट्रपति के निधन के बाद, संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, उपराष्ट्रपति वी.वी. गिरि ने कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद संभाला। लेकिन, परिस्थितियाँ तब और नाटकीय हो गईं जब वी.वी. गिरि ने स्वयं आने वाले राष्ट्रपति चुनाव में एक उम्मीदवार के रूप में खड़े होने का फैसला किया। इसके लिए उन्हें 20 जुलाई, 1969 को कार्यवाहक राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों पदों से इस्तीफा देना पड़ा।

वी.वी. गिरि का यह कदम देश के लिए एक अनूठी संवैधानिक चुनौती लेकर आया, क्योंकि अब राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों के पद रिक्त हो चुके थे। ऐसी स्थिति के लिए संविधान में सीधे तौर पर कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं था।

संवैधानिक संकट और समाधान: मुख्य न्यायाधीश की भूमिका

जब राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों के पद रिक्त हो जाते हैं, तो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 65 (2) के तहत ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए एक समाधान प्रदान किया गया है। यह अनुच्छेद कहता है कि यदि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों का पद रिक्त हो जाता है, तो संसद कानून द्वारा यह प्रावधान कर सकती है कि कौन राष्ट्रपति के कार्यों का निर्वहन करेगा। इसी प्रावधान के तहत, राष्ट्रपति (कार्यों का निर्वहन) अधिनियम, 1969 बनाया गया था।

इस अधिनियम के अनुसार, यदि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों का पद रिक्त है, तो भारत के मुख्य न्यायाधीश (Chief Justice of India - CJI) राष्ट्रपति के रूप में कार्य करेंगे। इसी के तहत, भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एम. हिदायतुल्ला ने 20 जुलाई, 1969 को वी.वी. गिरि के इस्तीफे के बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद संभाला। उन्होंने 24 अगस्त, 1969 तक इस पद पर कार्य किया, जब तक कि वी.वी. गिरि स्वयं राष्ट्रपति चुनाव जीतकर इस सर्वोच्च पद पर आसीन नहीं हो गए।

एम. हिदायतुल्ला का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनना भारतीय संवैधानिक इतिहास की एक महत्वपूर्ण और दुर्लभ घटना थी, जिसने भविष्य के लिए एक मिसाल कायम की। यह दर्शाता है कि भारतीय संवैधानिक प्रणाली कितनी सुदृढ़ और आत्म-सुधार योग्य है, जो अप्रत्याशित परिस्थितियों में भी नेतृत्व के वैक्यूम को भरने में सक्षम है।

क्या आपने ये संवैधानिक घटना पहले सुनी थी?
कमेंट में बताएं और पोस्ट शेयर करके दूसरों को भी जानकारी दें!

#भारत_का_संविधान #संवैधानिक_घटना

22/07/2025

दिल्ली एयरपोर्ट पर बड़ा हादसा टला!

हांगकांग से आई Air India की फ्लाइट में लैंडिंग के बाद लगी आग! 🔥

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DGCA ने शुरू की जांच, तकनीकी खराबी या लापरवाही?

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नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने की अटकलें तेज: राजद का बड़ा दावा, जदयू ने किया खंडनबिहार की सियासत में हलचल: उपराष्ट्र...
22/07/2025

नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाने की अटकलें तेज: राजद का बड़ा दावा, जदयू ने किया खंडन

बिहार की सियासत में हलचल: उपराष्ट्रपति पद को लेकर दावे-प्रतिदावे

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद बिहार की राजनीति में गर्मागर्मी बढ़ गई है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने एक चौंकाने वाला दावा किया है कि उपराष्ट्रपति का यह पद खाली करना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। राजद का आरोप है कि भाजपा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य की राजनीति से किनारे करने के लिए उन्हें उपराष्ट्रपति का "राजनीतिक रूप से महत्वहीन" पद देना चाहती है। हालांकि, जनता दल (यूनाइटेड) ने इन दावों को सिरे से खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे।

राजद का "षड्यंत्र" का आरोप

राजद के मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने मंगलवार को यह गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा लंबे समय से नीतीश कुमार से छुटकारा पाना चाहती है और बिहार में अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। शाहीन के अनुसार, आगामी विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा की बेचैनी बढ़ गई है, और इसी के चलते धनखड़ का इस्तीफा एक चाल है, ताकि नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाकर उन्हें बिहार के राजनीतिक परिदृश्य से दूर किया जा सके। राजद नेता ने यह भी याद दिलाया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे जैसे कुछ भाजपा नेता पहले भी नीतीश कुमार को उपप्रधानमंत्री बनाने की वकालत कर चुके हैं, जो उनके अनुसार, नीतीश कुमार को "साइडलाइन" करने की भाजपा की पुरानी मंशा को दर्शाता है। दिवंगत भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने भी 2022 में दावा किया था कि नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति पद के लिए लॉबिंग कर रहे थे और जब भाजपा ने उनकी मांग नहीं मानी तो उन्होंने एनडीए छोड़ दिया था।

जदयू ने किया दावों को खारिज

राजद के इन तीखे आरोपों पर जदयू ने तुरंत प्रतिक्रिया दी है। बिहार सरकार के मंत्री और नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी श्रवण कुमार ने इन दावों को पूरी तरह से मनगढ़ंत बताया। उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा, "नीतीश कुमार के बिहार छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। वह यहीं रहेंगे, आगामी विधानसभा चुनावों में एनडीए को जीत दिलाएंगे और राज्य की जनता की सेवा करते हुए एक और कार्यकाल का आनंद लेंगे।" जदयू के एक अन्य नेता मदन सहनी ने भी राजद के दावों को गलत करार देते हुए कहा कि जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है, न कि किसी राजनीतिक दबाव के चलते।

भाजपा के अंदर भी मिली-जुली राय?

इस बीच, कुछ भाजपा नेताओं की ओर से भी अलग-अलग बयान सामने आए हैं। भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने खुलकर नीतीश कुमार का नाम उपराष्ट्रपति पद के लिए प्रस्तावित किया है। उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार उपराष्ट्रपति बनते हैं तो यह बिहार के लिए "शुभ" होगा। हालांकि, भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व और जदयू के वरिष्ठ नेता यह स्पष्ट कर चुके हैं कि नीतीश कुमार ही आगामी चुनावों में एनडीए का चेहरा होंगे और बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा सौंपा, जिसे मंगलवार को स्वीकार कर लिया गया।

इस पूरे घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में गहमागहमी बढ़ा दी है और आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि उपराष्ट्रपति पद को लेकर कौन सा नाम सामने आता है और बिहार की सियासत किस करवट बैठती है।

#उपराष्ट्रपति #इस्तीफा #भारतीयराजनीति

विकास को जन-जन तक पहुंचाना: चुनौतियों और समाधान का खाकाकिसी भी राष्ट्र की प्रगति का सच्चा पैमाना यह है कि वहाँ विकास का ...
22/07/2025

विकास को जन-जन तक पहुंचाना: चुनौतियों और समाधान का खाका

किसी भी राष्ट्र की प्रगति का सच्चा पैमाना यह है कि वहाँ विकास का लाभ समाज के हर वर्ग, विशेषकर वंचित और अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक कितना पहुँच पाता है। केवल बड़ी-बड़ी परियोजनाओं और आर्थिक वृद्धि के आंकड़ों से ही विकास को परिभाषित नहीं किया जा सकता, बल्कि इसका वास्तविक अर्थ तब प्रकट होता है जब बुनियादी सुविधाएँ, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अवसर सभी नागरिकों के लिए सुलभ हों। भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में विकास को जन-जन तक पहुंचाना एक बहुआयामी चुनौती है, जिसके लिए प्रभावी नीतियों, सुशासन और मजबूत जनभागीदारी की आवश्यकता होती है।

विकास पहुंचाने में प्रमुख चुनौतियाँ

विकास को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की राह में कई बाधाएँ हैं। सबसे पहले, जागरूकता की कमी एक बड़ी समस्या है। कई सरकारी योजनाओं और कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी उन लोगों तक ठीक से नहीं पहुंच पाती, जिन्हें वास्तव में उनकी जरूरत होती है। दूसरा, भ्रष्टाचार और लीकेज योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को बाधित करते हैं, जिससे इच्छित लाभ लाभार्थियों तक पूरी तरह नहीं पहुंच पाता। तीसरा, बुनियादी ढांचे की कमी, विशेषकर दूरदराज के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में, विकास परियोजनाओं को लागू करने में मुश्किलें पैदा करती है। सड़क, बिजली, इंटरनेट कनेक्टिविटी की कमी डिजिटल समावेशन और सेवाओं की ऑनलाइन पहुंच को सीमित करती है। इसके अतिरिक्त, प्रशासनिक अड़चनें और लालफीताशाही भी योजनाओं को धरातल पर उतारने में देरी का कारण बनती हैं।

समाधान की दिशा में प्रभावी कदम

इन चुनौतियों से निपटने के लिए कई समाधानों पर काम किया जा रहा है। डिजिटल इंडिया पहल ने सरकारी सेवाओं को ऑनलाइन लाकर पारदर्शिता बढ़ाई है और बिचौलियों की भूमिका को कम किया है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) योजना के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में पैसे भेजने से लीकेज पर अंकुश लगा है। जनभागीदारी को बढ़ावा देना एक और महत्वपूर्ण पहलू है। पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त कर स्थानीय स्तर पर योजना बनाने और लागू करने में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना विकास को अधिक प्रासंगिक और प्रभावी बनाता है।

सामुदायिक जुड़ाव और सुशासन का महत्व

विकास को लोगों तक पहुंचाने में सुशासन (Good Governance) की भूमिका सर्वोपरि है। इसमें पारदर्शिता, जवाबदेही, कानून का शासन, और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता शामिल है। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को संवेदनशील बनाने के साथ-साथ उनके प्रशिक्षण पर भी जोर देना आवश्यक है। इसके अलावा, सामुदायिक जुड़ाव और स्वयं सहायता समूहों (Self-Help Groups) जैसे नागरिक समाज संगठनों की भूमिका को मजबूत करना भी जरूरी है। ये समूह न केवल योजनाओं की जानकारी फैलाने में मदद करते हैं, बल्कि उनकी निगरानी और प्रभावी क्रियान्वयन में भी सहायक होते हैं। शिक्षा और कौशल विकास पर विशेष ध्यान देना भी महत्वपूर्ण है ताकि लोग नए अवसरों का लाभ उठा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच की खाई को पाटने के लिए संतुलित विकास नीतियों को अपनाना भी आवश्यक है, ताकि कोई भी क्षेत्र विकास की दौड़ में पीछे न छूटे। अंततः, मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और सभी हितधारकों के सहयोग से ही विकास का लाभ सही मायने में हर नागरिक तक पहुंच सकता है।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा! 🚨क्या आप जानते हैं क्यों? भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से तत्का...
21/07/2025

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा! 🚨

क्या आप जानते हैं क्यों? भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इसके पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है, जो उच्चतम संवैधानिक पदों पर भी स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की आवश्यकता को दर्शाता है।

यह खबर संसद के मानसून सत्र के ठीक बाद आई है और इसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका सहयोग अमूल्य रहा।

इस महत्वपूर्ण खबर पर आपकी क्या राय है? 👇 क्या आप मानते हैं कि स्वास्थ्य हमेशा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, भले ही पद कितना भी बड़ा क्यों न हो?

#उपराष्ट्रपति #इस्तीफा #भारतीयराजनीति #स्वास्थ्यसर्वोपरि

🕵️‍♂️ हर्षित कुमार: बंद कमरों का रहस्य और साइबर ठगी का स्याह सच! 😱जिसे लोग 'रियल एस्टेट कारोबारी' समझते थे, वो निकला साइ...
21/07/2025

🕵️‍♂️ हर्षित कुमार: बंद कमरों का रहस्य और साइबर ठगी का स्याह सच! 😱

जिसे लोग 'रियल एस्टेट कारोबारी' समझते थे, वो निकला साइबर ठग! 🤯 और सिर्फ ठग नहीं, ये हैं युवा जदयू के प्रदेश सचिव हर्षित कुमार!

गांव में बॉडीगार्ड के साथ घूमता था, कमरे में बंद रहता था... अब पता चला कि घर से ही चला रहा था करोड़ों की साइबर ठगी का नेटवर्क! 💸

पुलिस ने लैपटॉप, मशीनें और कई संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए हैं। आशंका है कि इसके तार पूरे देश में फैले हो सकते हैं।

सोचिए, राजनीति की आड़ में ये क्या चल रहा है? आपकी क्या राय है? कमेंट्स में बताएं और इस खबर को फैलाएं! 👇
#साइबरठगी #बिहार #जदयू #हर्षितकुमार #बड़ाखुलासा #बिहारपुलिस

राष्ट्रवाद और कूटनीति पर जोर🇮🇳🇷🇺 दुनिया देखती रह गई, पुतिन आ रहे दिल्ली! 🔥अमेरिका और नाटो की आपत्तियों को धता बताकर रूस ...
21/07/2025

राष्ट्रवाद और कूटनीति पर जोर

🇮🇳🇷🇺 दुनिया देखती रह गई, पुतिन आ रहे दिल्ली! 🔥
अमेरिका और नाटो की आपत्तियों को धता बताकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर आ रहे हैं! यह सिर्फ एक दौरा नहीं, बल्कि भारत की दमदार स्वतंत्र विदेश नीति का प्रमाण है।

कोई हमें हुक्म नहीं दे सकता कि हमारे दोस्त कौन होंगे! 💪
रक्षा, ऊर्जा, व्यापार... बहुत कुछ बदलने वाला है। यह दौरा क्यों है इतना खास? क्योंकि भारत अपने राष्ट्रीय हित सर्वोपरि रखता है! 🇮🇳

क्या आप भारत की इस कूटनीतिक मज़बूती से सहमत हैं? कमेंट्स में बताएं और इस खबर को हर भारतीय तक पहुंचाएं!
#पुतिनभारतदौरा #भारतरूस #स्वतंत्रविदेशनीति #कूटनीति #मोदीपुतिन

✈️ हिंडन एयरपोर्ट से इंडिगो की सीधी उड़ानें शुरू – दिल्ली-NCR और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को बड़ी सौगातअब IGI एयरपोर्ट की भी...
21/07/2025

✈️ हिंडन एयरपोर्ट से इंडिगो की सीधी उड़ानें शुरू – दिल्ली-NCR और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को बड़ी सौगात

अब IGI एयरपोर्ट की भीड़ से मिलेगी राहत

दिल्ली-एनसीआर और उसके आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों के लिए अब एक नया विकल्प उपलब्ध है – गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरपोर्ट। अब यात्रियों को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) की भीड़ और ट्रैफिक से जूझने की ज़रूरत नहीं है। क्योंकि अब इंडिगो ने हिंडन से सीधी उड़ानें शुरू कर दी हैं।

🛫 इंडिगो ने 9 प्रमुख शहरों से जोड़ा हिंडन एयरपोर्ट

देश की अग्रणी निजी एयरलाइन IndiGo ने हिंडन एयरपोर्ट से नौ प्रमुख शहरों के लिए सीधी उड़ानों की शुरुआत कर दी है:

बेंगलुरु

कोलकाता

चेन्नई

मुंबई

गोवा

पटना

वाराणसी

अहमदाबाद

इंदौर

ये सभी शहर व्यापार, शिक्षा और पर्यटन के महत्वपूर्ण केंद्र हैं, जिससे अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली-NCR के लोगों के लिए यात्रा और भी सुगम हो जाएगी।

🧳 यात्रियों को मिलेगा बड़ा लाभ

नई उड़ानों की शुरुआत से उन लाखों लोगों को राहत मिलेगी, जो अब तक IGI एयरपोर्ट तक जाने के लिए लंबा सफर और ट्रैफिक झेलते थे। खासतौर पर मेरठ, हापुड़, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और नोएडा जैसे शहरों के यात्रियों को अब अपने नज़दीकी एयरपोर्ट से उड़ान भरने का मौका मिलेगा।

✅ यात्रियों के लिए प्रमुख फायदे:
समय की बचत

ट्रैफिक से मुक्ति

यात्रा का किफायती विकल्प

बेहतर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी

🏗️ UDAN योजना की बड़ी सफलता

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने इस सेवा का उद्घाटन किया और इसे UDAN (उड़े देश का आम नागरिक) योजना की बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि यह केवल हवाई अड्डे का विकास नहीं है, बल्कि आम नागरिक की हवाई यात्रा को साकार करने की दिशा में बड़ा कदम है।

हिंडन एयरपोर्ट 2019 में करीब ₹50 करोड़ के निवेश से शुरू हुआ था। तब इसकी सालाना यात्री क्षमता सिर्फ 8,000 थी, जो अब 80,000 से अधिक हो चुकी है – यह स्पष्ट संकेत है कि लोग क्षेत्रीय उड़ानों को पसंद कर रहे हैं।

✈️ भारत को बनाया जा रहा है वैश्विक एविएशन हब

सरकार ने 2025-26 के बजट में एविएशन सेक्टर को विशेष प्रोत्साहन देने की घोषणा की है। लक्ष्य है कि 2030 तक भारत को एक वैश्विक एविएशन हब के रूप में विकसित किया जाए। ऐसे में हिंडन जैसे क्षेत्रीय एयरपोर्ट्स की भूमिका बेहद अहम है।

🌇 पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विकास को नई उड़ान

हिंडन एयरपोर्ट से नई उड़ानों की शुरुआत से पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिलेगी। बेहतर हवाई कनेक्टिविटी से:

स्थानीय कारोबार को विस्तार मिलेगा

छात्रों को शिक्षा केंद्रों तक बेहतर पहुंच मिलेगी

किसानों और व्यापारियों को नए बाजार मिलेंगे

निवेश और टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा

इंडिगो की नई उड़ानों और हिंडन एयरपोर्ट के विस्तार से एक नई यात्रा संस्कृति की शुरुआत हो रही है। अगर आप भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश या दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं, तो अगली बार सफर के लिए IGI की जगह हिंडन एयरपोर्ट को जरूर आज़माएं।

🚨 बिहार में "का बा"? RJD के नए पोस्टर से गरमाई सियासत!पटना की सड़कों पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लगाए नए पोस्टरों ने ब...
18/07/2025

🚨 बिहार में "का बा"? RJD के नए पोस्टर से गरमाई सियासत!

पटना की सड़कों पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के लगाए नए पोस्टरों ने बिहार सरकार पर तीखा हमला बोला है. इन पोस्टरों में सीधे तौर पर बढ़ती आपराधिक घटनाओं और सत्ताधारी दल के नेताओं की संवेदनहीनता पर सवाल उठाए गए हैं.

मुख्य बातें:

हालिया अस्पताल में गोलीबारी जैसी गंभीर घटनाओं को उजागर किया गया है, जो कानून-व्यवस्था की पोल खोलती हैं.

केंद्रीय मंत्री ललन सिंह की सावन में मटन पार्टी को भी चित्रित कर संवेदनशीलता पर प्रश्नचिह्न लगाया गया है, खासकर ऐसे समय में जब राज्य अपराध से जूझ रहा है.
ये पोस्टर, राजद विधायक सनत कुशवाहा द्वारा लगाए गए हैं, जो मौजूदा सरकार पर सीधा निशाना साधने का स्पष्ट प्रयास है.

याद रहे, इससे पहले 15 जुलाई को भी "बिहार में गुंडाराज" के पोस्टर लगे थे, जिनमें 8 हत्याकांडों का जिक्र था, जिसमें प्रमुख उद्योगपति गोपाल खेमका, व्यवसायी दीपक शाह, और अन्य पीड़ितों के नाम शामिल थे.

सवाल उठता है: क्या बिहार सरकार इन गंभीर आरोपों का जवाब देगी या बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाएगी?

🔥 "सियासी संग्राम शुरू! 'समाजवादी' नहीं अब 'मदरसावादी' पार्टी?" 🔥उत्तर प्रदेश में चुनावी पारा चढ़ने लगा है, और सबसे ज़ोर...
14/07/2025

🔥 "सियासी संग्राम शुरू! 'समाजवादी' नहीं अब 'मदरसावादी' पार्टी?" 🔥
उत्तर प्रदेश में चुनावी पारा चढ़ने लगा है, और सबसे ज़ोरदार हमला बोला है डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने।

💥 अखिलेश यादव पर तगड़ा तंज कसते हुए मौर्य बोले —
👉 "सपा का नाम बदलकर ‘मदरसावादी पार्टी’ कर देना चाहिए!"
👉 "मुस्लिम, मस्जिद और मदरसे के नाम पर वोट मांगना अब सपा की राजनीति बन चुकी है!"
👉 "हिंदू धर्म को व्यवसाय बताने वालों को जवाब जनता देगी!"

📌 चुनावी रणभूमि में अब धर्म, तुष्टीकरण और ध्रुवीकरण मुख्य मुद्दा बनते जा रहे हैं।
📌 भाजपा जहाँ सपा पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगा रही है, वहीं सपा भाजपा पर ध्रुवीकरण का।

❓ जनता पूछ रही है —
क्या ये बयान बहुसंख्यक वोट को साधने की रणनीति है या देश को बांटने की तैयारी?

🗳 क्या कहते हैं आप?
👇👇 कमेंट करें और शेयर करें!

#चुनावी_जंग #धार्मिक_राजनीति

09/06/2024

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं उनके मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण राष्ट्रपति भवन में
Swearing-in-Ceremony of PM Narendra Modi and Union Council of Ministers at Rashtrapati Bhavan #लाइवभारतटाइम्स #मोदीमंत्रिमंडल

Watch on 's 📺

▶️YouTube: https://youtu.be/DScfq4ams80

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