25/08/2025
भाई ने जवानी में अपने ही भाई की जायदाद हड़प ली और अब जब वह भाई मौत के करीब है, तो उससे माफी माँग रहा है। लेकिन मरने वाला भाई माफ़ नहीं कर रहा और कह रहा है कि अब चले जाओ।
ख़ुदा की कसम! किसी का हक़ खाने से पहले ज़रा सोच लो, कि कैसे एक भाई अपने भाई से माफी माँग रहा है और मरने वाला भाई उसे माफ़ नहीं कर पा रहा। क्योंकि हक़ खाने वाले की वजह से उसने अपनी ज़िंदगी बहुत मुश्किलों में गुज़ारी। उसका हक़ उसका भाई ही खा गया था।
कहते हैं न — "अब पछताए क्या होत जब चिड़ियाँ चुग गई खेत।" 🥹
यह दुनिया तो गुज़र जानी है लेकिन अगली दुनिया कभी ख़त्म नहीं होगी।
ज़रा सोचो! वहाँ उस भाई का हाथ तुम्हारे गिरेबान पर होगा, तब तुम क्या करोगे? 🙏🙏🙏
अल्लाह पाक हमें हिदायत दे और हक़, सच और हलाल खाने की तौफ़ीक़ दे। आमीन 🤲