03/04/2023
एक विनती:-
यदि पोस्ट पढ़ने के बाद अच्छी लगे तो इसे अपने नाम से कॉपी पेस्ट कीजिए।
क्या आप राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान देना चाहते है ?
क्या आप चाहते है कि सशक्त राष्ट्र के निर्माण में आपका भी योगदान हो ?
क्या आप चाहते हो कि भारत विश्वगुरु बने?
क्या आप चाहते है कि भारत को विश्वगुरु बनाने की प्रक्रिया में आपका भी उतना ही योगदान हो जितना कि देश को स्वतंत्र करवाने में रानी लक्ष्मीबाई, राणा प्रताप, भगतसिंह, आजाद, सुखदेव, राजगुरु, सावरकर, आदि का रहा है ?
क्या कभी
आपके मन मे भी हूक उठती है कि काश हम भी सेना में होते तो देश की सीमा पर दुश्मनों के दांत खट्टे करते ?
तो आप तैयार हो जाइये...
आपकी इस इच्छा को पूरी करने का मैं एक बहुत ही आसान और सुरक्षित रास्ता दिखा रहा हूँ।
एक सैनिक सीमा पर तन मन से राष्ट्र की सेवा करता है।
बड़े बड़े उद्योगपति जो ऐसी राष्ट्रहित की भावना रखते है वह मन और धन से सेवा करते है।
एक किसान जो खेत मे पसीना बहाता है वह भी राष्ट्र की सेवा तन और मन से ही करता है।
किन्तु
आप यदि करना चाहो तो आप तन मन धन तीनो से कर सकते है।
आप राष्ट्र के निर्माण में कितना आर्थिक सहयोग कर सकते है ?
जी हाँ आपकी आर्थिक स्थिति के अनुसार यह प्रश्न पूछ रहा हूँ।
घबराइए नही आप से यह पैसा कहीं दान करने का नही कह रहा हूँ।
मैं वह पैसा अपने स्वयं पर इन्वेस्ट करने के बारे में बात कर रहा हूँ।
आप कितना व्यय वहन कर सकते है?
50 हज़ार, एक लाख, 5 लाख जितनी भी आपकी क्षमता हो आप इसको विचारिये।
आपका यह व्यय राष्ट्र निर्माण के जितने काम मे आएगा उससे दुगुना ही यह आपको भी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष लाभदायक साबित होगा।
और
सबसे बड़ी बात यह सारा पैसा आप ही कि मालकियत रहेगी।
आपके द्वारा राष्ट्रनिर्माण में लगने वाला धन चाहे वह हज़ार में हो, या लाख में हो, या लाखों में....
वह रहना आपके ही के पास है।
किन्तु
वह पैसा इतना जबरजस्त काम करेगा कि यह राष्ट्र एक साल के भीतर विश्वशक्ति, आर्थिक शक्ति, सैन्य शक्ति बनकर उभर सकता है।
क्या आप तैयार है ?
यदि आप तैयार हो तो आप आज ही अपने घरों पर
रसोई गैस,
पेट्रोल,
और
बिजली पर होने वाले आर्थिक व्यय का महीने का हिसाब निकालिए।
वार्षिक खर्च पता कीजिए और उस हिसाब से यह अंदाजा लगाइये की विगत पांच वर्षों में आपके द्वारा इस सब पर कितना व्यव किया गया है।
खासकर यह ध्यान में रखकर की पिछले पांच वर्षों की तुलना में अभी सभी के भावों में वृद्धि हुई है।
भारत का सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा का व्यय इन्ही तीन चीजों पर होता है।
भारत यदि ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाए तो भारत को किसी के सामने झुकने, अपने देशहित के अंतरराष्ट्रीय फैसले लेने में कभी किसी और एंगल से सोचने या कम्प्रोमाइज करने की आवश्यकता ही नही रहेगी।
आप शायद यह सोच रहे होंगे कि मैं आपको पेट्रोल की खपत कम करने के लिए सायकल का उपयोग करने का कह रहा हूँ।
या चूल्हे पर रोटी बनाने की सलाह दूंगा।
या बिजली के कम इस्तेमाल की बात कहने जा रहा हूँ।
नहीं जी...
आप भरपूर गाड़ी दौड़ाइये।
खूब बिजली जलाइये बल्कि पहले से कहीं अधिक।
किचन में आपको चूल्हा जलाने की सलाह नहीं दूंगा।
आप बस इतना भर कीजिए कि एक बार हिम्मत कर के अपने अपने घरों पर अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार सोलर प्लांट लगावाना शुरू कर दीजिए।
आपके मात्र इस कदम से होगा यह कि आप बिजली उत्पादक बन जाओगे।
उस बिजली से आप भारीभरकम बिजली के बिलों से तो छुटकारा पाएंगे ही...
बल्कि
आप रसोई में इलेक्ट्रिक चूल्हा या सोलर चूल्हा उपयोग में लाकर गेस के खर्चे को भी काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं।
और
रही बात पेट्रोल की तो यदि आप धीरे से इलेक्ट्रिक वाहनों पर आते है तो उसी बिजली से आप बैटरी चार्ज कर पेट्रोल के खर्चे को खत्म कर देश की बहुमूल्य विदेशों मुद्रा को बर्बाद होने से बचा सकते है।
वैसे भी आजकल बड़े बड़े शहरों में बैटरी चलित वाहनों के क्षेत्र में क्रांति आ रही है।
यह तो हुआ आपका फायदा और इसी में राष्ट्र का भी फायदा छुपा हुआ है।
और
फिर यदि आपका सोलर पैनल आपकी आवश्यकता से अधिक बिजली उत्पादित कर पाता है तो वह बिजली राज्यों की सरकार को मिलेगी जो किसानों को सिंचाई के लिए उद्योगों को मैन्युफैक्चरिंग के लिए सस्ते दामों पर बहुतायत में मिलने लगेगी।
जिससे किसानों की लागत व्यय में कटौती होगी उनका मुनाफा बढ़ेगा।
कारखानों को निर्बाध सस्ती बिजली मिलेगी तो उत्पादन व्यव कम होने से महंगाई भी कम होगी।
आपके इन प्रयासों से बचे धन से और प्राप्त ऊर्जा के भंडारण से देश उन्नति की अभूतपूर्व छलांग लगा सकता है।
यदि आप मेरी बात से सहमत है तो आज ही इस दिशा में विचार करना शुरू कर दीजिए।
इसके बारे में यदि आपको विस्तृत जानकारी चाहिए तो इस दिशा में पिछले 5 वर्षों से काम करने वाले प्रखर राष्ट्रवादी भाई निर्मल चौरे जी (9425071071)से या शैलेष महजन (8770631509) जितेन्द्र सिंह पंवार (9754053776) पर सम्पर्क कीजिए वे आपको उचित मार्गदर्शन कर सकेंगे।
यदि मेरी बात आपको सही लगी हो तो इसे सभी दूर प्रचारित कीजिए।
यह भी आपकी ओर से की जाने वाली राष्ट्र सेवा की ही गिनती में आएगी।
यदि सही लगता हो तो इस बात को पोस्ट को जमकर कॉपी पेस्ट कीजिए।
शेयर कीजिए।
वंदेमातरम।