27/07/2025
"जो स्त्री आक्रामक होती है, वह आकर्षक नहीं होती। अगर कोई स्त्री किसी पुरुष के पीछे पड़ जाए और प्रेम का निवेदन करने लगे, तो पुरुष घबरा जाता है और भागने की कोशिश करता है। क्योंकि वह स्त्री अपने स्वभाव से हटकर पुरुष जैसा व्यवहार कर रही होती है। स्त्री का स्त्रैण होना ही उसका माधुर्य है। वह प्रतीक्षा करती है, उकसाती है, लेकिन आक्रमण नहीं करती। उसका बुलाना भी मौन होता है। वह धीरे-धीरे, अदृश्य धागों से तुम्हें बांध लेती है, और तुम उसके प्रभाव में आ जाते हो, बिना यह समझे कि ऐसा कैसे हुआ।
कई बार लोग कहते हैं कि पुरुषों ने स्त्रियों को दासी बना लिया, लेकिन सच यह है कि स्त्री अपने प्रेम में दासी बनने की कला जानती है। यह उसका स्वभाव है। जब वह प्रेम करती है, तो अपने को दासी बना देती है, लेकिन इसी में उसकी सबसे बड़ी ताकत छिपी होती है। वह अपने आपको चरणों में रखती है, लेकिन उसी पल वह पुरुष के मन पर राज्य करने लगती है। वह अपने को नीचे रखकर, पुरुष को अपने प्रेम के जाल में बाँध लेती है, और फिर पुरुष अनजाने में ही उसकी इच्छाओं को पूरा करने लगता है।
स्त्री की शक्ति उसकी सहजता में छिपी है। वह कभी सीधा आदेश नहीं देती, लेकिन जो चाहती है, उसे हासिल कर लेती है। वह अपनी उपस्थिति से प्रेम का ऐसा वातावरण बनाती है कि बड़े से बड़ा पुरुष उसके प्रभाव में आ जाता है। यही स्त्री का असली जादू है। वह अपने प्रेम और समर्पण से रिश्ते को गहराई देती है। यह उसकी अद्वितीय कला है, जो उसे जीवन में सबसे खास और शक्तिशाली बनाती है। 💐❤🥰"
Plzzz अगर Agree हो तो 1 share मेरे लिए क्योंकि जो new लड़कियां है उन्हें बताना जरूरी है ये सब ।।
राम राम