11/03/2025
जेहादी ने जोश में आकर 'अरे काफ़िर' कहकर एक काफिर गर्दन पर चाक़ू रख दिया
काफिर कहा,"अरे भाई, मेरा क्या गुनाह है जो गर्दन पर चाक़ू रख दिया है "
जेहादी जी बोला, तू काफ़िर है तुझे मारकर जन्नत जाऊंगा"
काफिर बोला,"किसने कहा ऐसा आपसे? किसी ने आपको बहका दिया है"
जेहादी बोला,"नहीं, मुझे किसी ने नही बहकाया ये तो # अल्लाह का कलाम है, खालिक ए कायनात का हुक्म है"
उसने झट से अपनी बन्दूक निकाली और जेहादी के सर पर रख दी
जेहादी हंसने लगा और बोला,"अरे भाई मैं तो मजाक कर रहा था। हमारी कुरआन' में लिखा है
ी_को_मार_दिया_मतलब
इन्सानियत को मार दिया
समझे?"
जी हां
भारत का मुस्लिम और दुनिया का मुस्लिम यही कर रहा है
जहां इनकी आबादी कम है, वहां "एक आदमी को मार दिया मतलब इन्सानियत का कत्ल" वाली आयत चलाते हैं
और जहां इनकी आबादी ज्यादा है, वहां अल्लाह का हुकुम" कहकर गैर मुस्लिमों को मारकर जन्नत जा रहे हैं हूरें पेलने के लिए
जहाँ जैसी परिस्थिति हो, वैसे बन जाओ
जहाँ कम है वहा मक्की इस्लाम जहाँ ज्यादा है वहा मदनी इस्लाम
अभी हिंद में जिन राज्यो में कम हैं, वहां आजकल 'इन्सानियत' वाली आयत सुना रहे हैं
जहां जियादा हैं, वहां अल्लाह का हुक्म' मानकर गैर मुस्लिमो को मारकर जन्नत जा रहे हैं
आगे काफिर खुद सोचे