
01/08/2025
Beauty in diversity, विविधता में एकता कि विषेशता सिखाने वाला देश,जिसकी बिषेशता में खोट नजर आया तो शब्द ए बायां आपके समक्ष।🤨
खाड़ी देशों में से एक देश युनईटेड अरब ईमरत उसकी शहर दुबई जिसे Man-made Country भी कहते हैं,से भारत की परिपेक्ष । मैं कुछ सालों से UAE में रह रहा हूं ,यहां 195 देशों के नागरिक यहां अस्थायी रूप से रहते हैं। सच! हां अपने सही पढ़ा 🤔 क्या ये विविधता में एकता नहीं? इतना पढ़ ही लिये तो आगे भी पढ़ ही लेना 😊
~ यहां क्रिश्चियन भी रहते पर कोई किसी का धर्म परिवर्तन नहीं करता ,😐 यहां मुस्लिम रहते पर पर कोई किसी का ल़ब जिहाद नहीं करता, 🫤 यहां हिन्दू रहते और हर रेस्तरां ( रेस्टोरेंट) में Beef serve होता है पर गौ माता के नारे नहीं लगते। जानते हो क्यों? क्योंकि
१- सभी कृयाशील हैं।
२- ढोंगयों के लिए रिक्त स्थान नहीं।
३- धर्म वो नहीं जहां इंसानियत न हो।
४- लाठी डंडों से नहीं Fine से नियम पालन कराया जाता है!😆
धर्मान्तरण एक अनार्थिक शब्द है यह मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि हर धर्म का आधार उसपर विश्वास से है । तो क्या विश्वास क्रय विक्रय अथवा भौतिक लाभ हानी व लोभ - लालच का विषय हो सकता? कदापि नहीं 🤐
~ ❤️ उसने अपना जीवन दिया हमे जीवन देने के लिए इसलिए मैं निःसंकोच होकर कह रहा हूं क्रिश्चियनिटी एक धर्म ही नहीं हम ईसाइयों के जीवन का आधार है। मैं सोचता हूं
क्या क्रूस ढोना इतना आसान है? अगर तुम सोचते हो हां,तो आकर ढोकर देखो निस्वार्थ का क्रूस ।
🤨 तुम्हें तो स्कूलों और अस्पतालों में भी व्यावसाय नजर आता है । जिससे जनना हों निस्वार्थ सेवा और समर्पण का भाव , एक दिन के लिए नहीं या सेल्फी लेने के लिए नहीं परन्तु पुरे एक वर्ष के लिए कोई भी ईसाई Congregation ( Society) जाकर निरीक्षण करे, तुम्हें आंख से नहीं दिल से अनुभव होगा कि धर्म नहीं अपितु जीवन परिवर्तन हो रहा है। जब घर के सामने क्रिश्चियन स्कूल हो वहां तो ज्ञानार्जन के लिए जाते हो तब तो तुम्हें धर्म क परिवर्तन कोई नहीं करता। मुझे आश्चर्य तो तब लगा जब मैंने पढ़ा कि वर्तमान केन्द्र व राज्य सरकार में कार्यरत मंत्रीगण ९० प्रतिशत क्रिश्चियन स्कूल-कॉलेजों से विद्यार्जित किए हैं , उनके लिए ~ ये धर्म कि राजनीति कबतक चलेगी ?
🙏 उन्होंने ने हमें प्यार करने सिखाया इसलिए ईसाई होकर हमारा फितरत है निष्कपट प्यार करना , इसे तुम हमारी कमजोरी मत समझना , क्योंकि उसने हमसे प्रेम किया और वैसा ही करने को सिखाया।
वरना तुम नहीं जानते कि जिसे तुम Nun की संज्ञान देते हो वो हमारे ख्रीस्तीय जीवन समर्पित धार्मिक बहने हैं जो अनेकों सेवाएं संस्थानों में कार्यारत हैं !
मेरे गैर ईसाई स्रोताओं में से जो कोई ये पढ़कर सोच रहा हो की ये बातें मैं क्यूं लिख रहा हूं । उनके लिए ~ की सदियों से सूनते चलें आ रहें हैं और कबतक धर्मपरिवर्तन की बातें होंगी क्या पता पर तुम जरूर पता करना , ये एक मिथ्य है जो घृणा को जन्म देती तुम्हारे अंदर जिसके जिम्मेवार तुम स्वयं हो। प्रलोभन से धार्मिकता नहीं आती, न कोई धार्मिक प्रलोभी होता।
सर्वधर्म सम्मान 🙏 के साथ शब्दांत।
कुछ सवाल तुम खुद से पुछना ~क्यों भारत में ही सारे धर्म के ढोंगि
पनपते हैं?