18/07/2025
विधुर का जीवन आज लगता है कितना कठिन कितना दुरूह होता है मैं पिछले 28 वर्षों से एक विधुर का जीवन जी कर आने वाले पलों का साक्षी हूं जब भी कठिन समय आया तो अपने को अकेला ही पाया दूर-दूर तक अपना साया भी नजर नहीं आया इन कठिन परिस्थितियों में आज मैं सारी जिम्मेदारियां से मुक्त होकर सिर्फ पहाड़ से जिम्मेदारी या छोड़कर जाने वाली स्वर्गीय श्रीमती किरण लता को श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं जिनके उसने प्यार में मुझे यह सब करने का समर्थ और साहस दिया।