
11/01/2025
ये हैं हैदराबाद के #अज़हर #मकसूसी, जो 12 सालों से, हर दिन बिना रुके, बिना किसी का नाम पूछे, सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को खाना खिला रहे हैं।शुरुआत में उनकी पत्नी खाना बनातीं और अज़हर उसे चंचलगुड़ा के फ्लाईओवर के नीचे जरूरतमंदों तक पहुंचाते। धीरे-धीरे जरूरतमंदों की संख्या बढ़ी तो उन्होंने फ्लाईओवर के नीचे ही खाना बनाना शुरू कर दिया। सेवा का यह कारवां सिकंदराबाद के गांधी हॉस्पिटल तक बढ़ा। आज, 12 सालों से, वे हर दिन बिना रुके, बिना किसी का नाम पूछे, भूखों को खाना खिला रहे हैं।
अज़हर मकसूसी इंसानियत और निस्वार्थ सेवा का एक मिसाल बन गए है। अपनी जिंदगी की शुरुआती दिनों में उन्होंने खुद गरीबी का दर्द सहा, लेकिन उनके दिल में दया की रोशनी कभी बुझी। 2012 में एक दिन, उन्होंने एक भूख से बिलखती महिला को देखा, जो दो दिन से भूखी थी। उस दिन अज़हर ने उसे खाना खिलाया और अपने जिंदगी का मकसद तय कर लिया—भूखों को भोजन कराना। तब से लगातार अजहर मकसूसी जरूरतमंद सैकड़ो लोगों को खाना खिला रहे हैं। अज़हर मकसूसी का सेवा भाव इंसानियत का असली मतलब सिखाता है। सलाम है अज़हर मकसूसी के इस नेक जज्बे को!