31/05/2025
यहाँ मां के लिए दिल को छू लेने वाली पांच छोटी लेकिन गहरी कहानियाँ दी जा रही हैं। ये कहानियाँ ममता, त्याग और मां के अटूट प्रेम को दर्शाती हैं:
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1. पुरानी चप्पल
राहुल ने कॉलेज में नया एडमिशन लिया था। सब दोस्त नए-नए कपड़ों और ब्रांडेड जूतों में आते थे, पर राहुल हर दिन वही पुरानी चप्पल पहनकर आता। एक दिन एक दोस्त ने हँसी उड़ाते हुए पूछा, "इतनी पुरानी चप्पल क्यों पहनते हो?" राहुल मुस्कराया और बोला, "क्योंकि मां ने अपनी दवाई छोड़कर ये मेरे लिए खरीदी थी। ये चप्पल नहीं, उनकी ममता है।"
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2. मां की चुप्पी
बेटे ने गुस्से में मां से कहा, "आप हर बात में टोकती क्यों हैं?" मां चुप हो गई। अगले दिन बेटा काम पर गया तो मां ने फोन नहीं किया, खाना नहीं पूछा, दवाई नहीं दी — बस चुप रही। शाम को बेटा घर आया, मां अब भी चुप थी। तब बेटे को एहसास हुआ, मां की चुप्पी सबसे बड़ा दर्द है।
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3. अनपढ़ मां
एक बच्चे को स्कूल में 'Parent’s Day' पर मां को बुलाना था, लेकिन वह झिझक रहा था क्योंकि उसकी मां अनपढ़ थी। जब उसकी मां आई, तो बच्चों ने हँसी उड़ाई। तब उस बच्चे ने स्टेज पर कहा, "मेरी मां भले ही पढ़ी-लिखी नहीं हैं, लेकिन उन्होंने मुझे पढ़ाना नहीं छोड़ा। मैं जो कुछ भी हूं, उनकी वजह से हूं।"
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4. आधी रोटी
एक बार मां और बेटे के पास खाने को सिर्फ एक रोटी थी। बेटा भूखा था, मां ने उसे पूरी रोटी दे दी और खुद मुस्कराते हुए बोली, "मुझे भूख नहीं है।" रात को जब बेटा पानी पीने उठा, देखा मां चुपके से पेट सहला रही थी। तब उसे समझ आया, मां ने झूठ बोला था — ममता के लिए।
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5. बूढ़ी मां की गोद
बेटा बड़ा अफसर बन गया, शहर में बड़ा बंगला था। एक दिन गांव से बूढ़ी मां मिलने आई। बेटे ने मां को अपने ड्राइंग रूम में नहीं बैठाया, बोला, "मेहमान आ रहे हैं, मां कमरे में ही रहो।" मां मुस्कराई और बोली, "ठीक है बेटा, अब तू बड़ा हो गया है, पर मेरी गोद अब भी वही है, जहां तू चैन से सोता था।"
अगर आप चाहें तो मैं इनमें से किसी एक को विस्तार में भी लिख सकता हूँ।