
11/08/2025
आगरा के शमसाबाद में होटल में युवक की पिटाई के मामले में विहिप कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद विवाद बढ़ गया। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को पहले गिरफ्तार किया फिर जेल भेजा और बाद में रिहा कर दिया जिससे हिंदू संगठनों में आक्रोश है। संगठनों ने पुलिस पर धोखा देने का आरोप लगाया है और थाने के घेराव की चेतावनी दी है।
शमसाबाद के होटल में युवती के साथ पकड़े गए युवक को पीटने का मामला बढ़ता जा रहा है।युवक की पिटाई का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिस ने तीन विहिप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।उन्हें छुड़ाने के लिए शनिवार शाम से नौ घंटे तक पूर्व विधायक डा. राजेंद्र सिंह थाना शमसाबाद में धरने पर बैठे रहे।
शांति भंग की कार्रवाई कर छोड़े जाने का आश्वासन मिलने पर पूर्व विधायक और समर्थक थाने से उठ गए। मगर, रविवार को तीनों आरेापितों को जेल भेज दिया गया। जानकारी होने पर कार्यकर्ताओं में उबाल आ गया। इसके बाद शाम को पुलिस परवाना लेकर जेल पहुंची और तीनों युवकों को रिहा करा दिया गया। पुलिस की इस कार्यशैली से हिंदू संगठनों में आक्रोश है। मंगलवार को इसको लेकर थाने के घेराव की तैयारी शुरू हो गई हैं।
शमसाबाद स्थित डीपी होटल में छह अगस्त को एक महिला के साथ युवक के पकड़े जाने पर हिंदू संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने उससे मारपीट कर दी थी। मारपीट का वीडियाे इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिस ने होटल संचालक की ओर से मुकदमा दर्ज कर लिया।
शनिवार को पुलिस ने इस मामले में गुलबापुरा सिकतरा के रहने वाले विष्णु, बाकलपुर के कन्हैंया और ऊंचा के रहने वाले कृष्णकांत को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी होते ही हिंदू संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता थाने पहुंच गए। शाम छह बजे पूर्व विधायक डॉक्टर राजेंद्र सिंह भी थाने पहुंच गए।