
01/09/2024
एक था। अर्जुन एक बहुत ही जिज्ञासु और साहसी लड़का था। उसे हमेशा कुछ नया करने की चाह रहती थी।
गाँव के पास एक घना जंगल था, जिसके बारे में गाँव वालों ने कई रहस्यमयी कहानियाँ सुनी थीं। लोग कहते थे कि उस जंगल में एक प्राचीन मंदिर है, जहाँ एक अनमोल खजाना छिपा हुआ है। लेकिन उस मंदिर तक पहुँचना आसान नहीं था, क्योंकि रास्ते में कई खतरनाक बाधाएँ थीं।
एक दिन अर्जुन ने फैसला किया कि वह इस रहस्यमयी मंदिर को खोजेगा और खजाने को ढूंढ निकालेगा। वह अपने साथ एक टॉर्च, पानी की बोतल, और कुछ खाने की चीज़ें लेकर जंगल की ओर निकल पड़ा।
जंगल के रास्ते में उसे कई तरह के जानवर मिले, कुछ डरावने, कुछ दोस्ताना। अर्जुन ने अपनी सूझ-बूझ से उन सभी जानवरों को पार किया। आगे चलकर उसे एक नदी मिली, जिसमें पानी का बहाव बहुत तेज़ था। अर्जुन ने पास की एक पेड़ की शाखा का इस्तेमाल करके उस नदी को पार किया।
रात होने लगी और अर्जुन थक कर एक पेड़ के नीचे बैठ गया। अचानक उसे एक चमकती हुई रोशनी दिखाई दी। वह रोशनी की ओर बढ़ा और देखा कि वह रोशनी एक प्राचीन मंदिर से आ रही थी। अर्जुन की आँखों में चमक आ गई, उसे मंदिर मिल गया था।
मंदिर के अंदर उसने देखा कि एक बड़ी सी तिजोरी रखी हुई थी, लेकिन तिजोरी के ऊपर एक शिला रखी थी, जिस पर एक पहेली लिखी हुई थी। अर्जुन ने ध्यान से पहेली को पढ़ा और सोचना शुरू किया। उसने अपने ज्ञान और समझ का इस्तेमाल करते हुए पहेली का सही उत्तर दिया।
जैसे ही उसने पहेली सुलझाई, शिला अपने आप तिजोरी से हट गई। तिजोरी खुली और अर्जुन के सामने सोने-चाँदी के सिक्के, गहने और रत्नों से भरा खजाना था। अर्जुन ने कुछ खजाना लिया और गाँव लौट आया।
गाँव के लोग अर्जुन की बहादुरी और बुद्धिमानी की तारीफ करने लगे। अर्जुन ने अपने खजाने का एक हिस्सा गाँव के विकास के लिए दान कर दिया, जिससे गाँव में खुशहाली आ गई।
इस तरह, अर्जुन की कहानी पूरे इलाके में मशहूर हो गई और वह गाँव के बच्चों का हीरो बन गया। और उसने यह साबित कर दिया कि अगर हमारे इरादे मजबूत हों और हममें हिम्मत हो, तो हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।