02/07/2025
मेरवाड़ा स्टेट भागचंद की कोठी की दीवार का एक बड़ा हिस्सा भरभरा कर गिरा
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मानव सभ्यता में सूचना के प्रसारण ने बहुत लंबी यात्रा तय की है.एक युग था जब १३१ ईस्वी में रोम के शासक दिन भर की घटनाओं को अपनी प्रजा तक पहुंचाने के लिए ताँबे और पत्थर की पट्टिकाओं पर आधिकारिक सूचनाएं व ग्लैडिएटर योद्धाओं की लड़ाई के परिणाम इंगित कर के शहर के बीच लगते थे ,तब यही सूचना के प्रसारण का मूल स्त्रोत होता था.मध्यकाल में यूरोप में हस्तलिखित पत्र का चलन शुरू हुआ.भारत वर्ष की बात करें तो सोलहवीं शताब्दी में भारत में पहली बार प्रिंटिंग मशीन आयी जिसके तक़रीबन १०० साल बाद ईस्ट इंडिया कंपनी के भूतपूर्व अधिकारी विलियम बॉल्ट्स ने एक समाचार पत्र आरम्भ किया,जो की कंपनी के अधिकारियों के जीवन परिचय छापता था,गवर्नर की पत्नी का आक्षेप किया तो उस पर कार्यवाही हुई और फिर अखबार बंद हो गया १७८० में बंगाल गज़ट (अंग्रेजी में),संवाद कुमौदि (बंगाली में), मुंबईना समाचार (गुजराती में),उदंत मार्तण्ड पहला हिंदी समाचार पत्र १८२६ में प्रकाशित हुआ. धीरे धीरे ये संख्या बढ़ती गयी और समय समय पर जैसी वक़्त की मांग रही वैसे वैसे ये संख्या और सूचना प्रसारण के माध्यम बढ़ते गए. आज का युग सोशल मीडिया का युग है सूचना कानों से, पत्थर पट्टिकाओं,हस्त लिखित पत्रों,छपाई,रेडियो,टेलीविज़न और अब इंटरनेट के माध्यम से घर घर ही नहीं आपकी जेब में रखे मोबाइल फ़ोन तक आ पहुँची है.इस तेज़ी से जो लाभ हुआ है सभ्यता वो इसी से साफ़ दिखाई देता है की आज के बच्चे तक कई बार अपने गूगल ज्ञान के माध्यम से अचंभित कर देने वाले जवाब खोज निकलते हैं .सोशल मीडिया का दायरा इस क़दर हावी हो चूका है की सरकारें तक सूचना के इस प्रसारण माध्यम की मदद लेती है अपनी बात लोगों तक पहुँचाने के लिए. इस पीड़ी का होने की वजह से मेरे मन में विचार आया की आधुनिक काल के इस प्रसारण माध्यम का लाभ उठाते हुए मैं भी इस सोशल मीडिया आंदोलन में भूमिका निभाऊं और आप सब की दिनचर्या का छोटा सा हिस्सा बनने का प्रयास करूँ. अजमेर शहर अपने आप में एक सांप्रदायिक सद्भावना का स्थल है ,हम अजमेर वासियों को बहुत गौरान्वित महसूस करना चाहिए की हम उस मिटटी में पैदा हुए हैं जहाँ हिंदल वली ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती जैसे सूफी संतऔर और सम्राट पृथ्वीराज चौहान जैसे देशभक्त वीर ने जन्म लिया ईश्वर ने जब ये सौभाग्य दिया है तो हमारा कर्त्तव्य बनता है की हम भी हमारेअजमेर को कुछ दे कर जाएँ. इसी भावना से मैं होराइजन हिन्द आप सभी को समर्पित कर रहा हूँ. होराइजन हिन्द आपका अपना मुखपत्र है आप लोगों का सहयोग और आशिर्वाद बना रहे बस इसी कामना सहित हमारी टीम का यह प्रयास रहेगा की निष्पक्ष और सटीक जानकारी आप तक पहुँच सके. मैं परम पिता परमेश्वर से यह प्रार्थना करता हूँ की इस पुनीत कार्य करने में मुझे और मेरे साथियो को शक्ति व विवेक प्रदान करें ताकि हम अपनी माटी का क़र्ज़ चुका सकें. जय श्री कृष्णा नरेश राघानी मधुकर 9829070307