14/12/2025
*एक दिन इंडिगो क्या रुकी थी… लगा पूरा देश रुक गया है! इंडिगो ने सिर्फ एक चेतावनी दी है..*
*"अगर विकल्प नहीं हैं, तो एक दिन पूरा देश रुक सकता है।"*
इंडिगो का रुकना सिर्फ उन्हीं को महसूस हुआ जिनकी फ्लाइट उस दिन थी। एक सेक्टर की एक कंपनी रुकती है तो कुछ हज़ार लोग परेशान होते हैं।
अब ज़रा कल्पना कीजिए—
*अगर हमारे टेलीकॉम के दो बड़े खिलाड़ी — Jio + Airtel, जो मिलकर लगभग 75% बाजार पर बैठे हैं — एक दिन के लिए ही ठप पड़ जाएं, तो?*
●Net banking बंद
●UPI भुगतान ठप
●OTP ना आए
●Trading apps लटक जाएं
●Cab – Maps – Delivery apps सब ध्वस्त
●काम-काज, बिज़नेस, सरकारी प्रक्रियाएँ— सब शून्य
एक दिन में ही देश का वैल्यू चेन हज़ारों करोड़ के ठप्प नुकसान की तरफ बढ़ जाए।
*यही है डुओपोली (Duopoly) का खतरा।*
जहाँ दो खिलाड़ी ही देश की सांसों पर नियंत्रण रखते हैं।
इंडिगो ने तो बस एक ट्रेलर दिखाया—
“अगर एक बड़ा खिलाड़ी रुका तो क्या होगा?”
अब चलिए देखते हैं कि और किन क्षेत्रों में यही खतरा धीरे-धीरे देश के सिर पर मंडरा रहा है।
*1. Digital Payments → UPI पर डिपेंडेंसी*
UPI का 60% से ज़्यादा वॉल्यूम PhonePe + Google Pay से आता है।
NPCI खुद चिंता जताता है कि "दो ऐप्स पर इतना ज़्यादा भार" खतरनाक है।
👉 अगर इनमें से कोई बड़ी कंपनी एक दिन दिक्कत में पड़ जाए—
देश का आधा पेमेंट सिस्टम ठप।
यानी "Cashless Economy" एक मिनट में Helpless Economy बन सकती है।
*2. E-commerce → Amazon–Flipkart का दोहरा शासन*
भारत के ई-कॉमर्स मार्केट में 70% से अधिक हिस्सेदारी सिर्फ इन दो के पास है।
●Sellers इन्हीं पर निर्भर
●Deliveries इनके हवाले
●Product visibility इन्हीं की मर्जी पर..
👉 अगर इनमें से कोई एक बड़े स्तर पर तकनीकी समस्या का शिकार हो जाए?
Retail chain पर ripple effect पूरे देश में महसूस होगा।
और किसी छोटे भारतीय प्लेटफॉर्म की क्षमता इतनी नहीं कि वह उस vacuum को अगले दिन भर दे।
*3. Aviation → Indigo की “लगभग-Monopoly”*
इंडिगो की घरेलू मार्केट शेयर 60% के आसपास है।
●स्पाइसजेट संकट में,
●गोएयर बंद,
●विस्तारा–एयर इंडिया merger के बाद इंडिगो का dominance और बढ़ेगा।
👉 Indigo एक दिन रुकती है →https://www.facebook.com/share/p/1DBP5eNuSk/