06/03/2023
अनाथ बच्चों को गोद लेने के ढोंग को रचते हुए महिला अध्यापिका ने उन्ही मासूमो को घर से बेघर कर उनके घर को ही हड़प लिया और आज अपने परिवार के साथ ठाठ बाठ के साथ रह रही है। आप को बता दे कि कुछ साल पहले शिव शरण गुप्ता अपनी पत्नी वीटोला देवी व अपने दो छोटे छोटे बच्चे पुत्री रोशनी उम्र लगभग 12 साल पुत्र दीपक उम्र लगभग 5 साल रह रहे थे, मग़र अचानक वीटोला देवी की तबियत ख़राब हुई, गरीबी के कारण सही से इलाज न होने के कारण उसने दम तोड़ दिया, दोनों बच्चों के ऊपर माँ का सान्या हट गया, अभी उन बच्चों के माता का देहांत हुहा ही था, की पिता ने भी किसी कारण वश रेल से कट कर आत्महत्या कर ली, अब दोनों बच्चों के ऊपर से माँ बाप का सान्या नही रहा, वह अनाथ हो गए थे। मग़र जब खानपुर निवासी भानुमति को जब यह पता चला कि अब इन बच्चों का कोई नही है। तो उन्होंने मौका देख कर शिव चरण का घर हड़पने का एक बेहतरीन और सरल षडयंत्र रचा, व अपने ही गोल के कुछ लोगो के साथ जा कर, उन बच्चों को गोद लेने का नाटक किया, असल मे बच्चों को गोद लेना मात्र एक षड्यंत्र था, असल मे उनको उन बच्चों का घर मे नज़र थी। भानुमति एक रसूखदार महिला है। इस कारण किसी की हिम्मत नही हुई उसका विरोध करने का। और आज उस महिला का यह सडयंत्र काम आही गया। व उन बच्चों को उनके ही घर से बेदखल कर के खुद कब्जा कर लिया है।
उन बच्चों का न ही माँ बाप बचे और नही ही उनका घर उन गरीबो का कोई सहारा नही किस स्थिति किस हाल में होंगे किसी को कुछ नही पता।
अगर इस मामले की पूरी जांचपड़ताल हो तो हो सकता है। कि यह सारा घर हड़पने के मामले को लेकर बहुत ही बड़ा षड्यंत्र रचा गया हो। जो आज वह बच्चे अनाथ व बेघर हो गये।। उन मासूम बच्चों ने छोटी सी उम्र में जो खोया, उसकी भरपाई, हम आप नही कर सकते। मग़र मेरा एक मात्र मकसद उन गरीब बेसहारा बच्चों का घर मिल सके। उस के लिए मुझे जिस चीज से गुजरना होगा। मुझे मंजूर है।