17/07/2025
गिरनार जैन तीर्थ पर पूजा के अधिकार के लिए जैन समाज पोरसा ने दिया गुजरात के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
रिपोर्ट अजय सिंह तोमर
पोरसा;बुधवार की सुबह 10:00 बजे सकल दिगंबर जैन समाज पोरसा की तरफ से जैन समाज की प्रमुख संस्था जैन मिलन पोरसा के द्वारा क्षेत्रीय संयोजक संजीव जैन, क्षेत्रीय सलाहकार समिति के सह चेयरमेन राकेश जैन,खरौआ महासमिति पोरसा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेंद्र जैन, जैन मिलन पोरसा के अध्यक्ष जितेंद्र जैन (रिंकू) एवं पोरसा व्यापार मंडल के अध्यक्ष महावीर जैन, जैन मिलन महिला विराग की अध्यक्ष श्रीमती संगीता जैन, जैन मिलन बालिका की अध्यक्ष कुमारी मुस्कान जैन, मंत्री विवेक जैन जी के संयुक्त नेतृत्व में पोरसा की सकल दिगम्बर जैन समाज ने सैकड़ो की संख्या में एकत्रित होकर गुजरात सरकार के मुख्यमंत्री माननीय भूपेंद्र पटेल जी के नाम डाक बंगला पोरसा पर नायब तहसीलदार श्रीमान कमल किशोर शर्मा जी को ज्ञापन सोपा यह ज्ञापन जूनागढ़ स्थित गिरनार पर्वत की पांचवी टोंक पर जैनो को पूजा के अधिकार से वंचित रखने के विरोध में था!
ज्ञापन का वाचन करते हुए जैन मिलन पोरसा के अध्यक्ष जितेंद्र जैन ने बताया कि भारत गणराज्य का संविधान सभी नागरिकों को उनके धर्म के पालन की स्वतंत्रता प्रदान करता है! संविधान किसी को भी रोकने का अधिकार नहीं देता है लेकिन गत 02 जुलाई 2025 को गिरनार पर्वत की पांचवी टोंक पर जिस स्थान से जैन धर्म के 22वे तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ जी निर्वाण को प्राप्त हुए, उसे स्थान पर देशभर से आए हजारों जैन धर्मावलंबियों को उनके पूजा के अधिकार से वंचित रखा गया, ना ही भगवान का जयकारा बोलने दिया गया, ना ही कोई द्रव्य आदि चढ़ने दिया गया! यहां तक की पुलिस द्वारा 10 से अधिक स्थानों पर चेकिंग की गई! जबकि भारत सरकार के पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) तथा गुजरात राज्य गजेटियर दोनों ने स्पष्ट रूप से यह प्रमाणित किया है कि गिरनार की पंचम टोक मूलतः जैन तीर्थ है! यह केवल धार्मिक या ऐतिहासिक अपमान नहीं बल्कि न्याय व्यवस्था पर भी तमाचा है!
गुजरात उच्च न्यायालय ने 2005 में स्पष्ट आदेश दिया है कि पंचम टोंक पर भी कोई नया निर्माण न किया जाए
अतः सकल दिगंबर जैन समाज पोरसा ने गुजरात के मुख्यमंत्री जी से निम्न मांग की है
(ASI) और राज्य सरकार गजेटियर के आदेश का पालन सुनिश्चित किया जाए, गिरनार की पांचवी टोक को संरक्षितजैन राष्ट्रीय धरोहर घोषित की जाए,
आज ज्ञापन देने वालों में वीरेंद्र जैन सेठ, रविंद्र जैन, मुकेश जैन,जितेंद्र जैन, संजीव ठाकुर, कमलेश जैन, प्रशांत जैन, कुलदीप जैन,सुरेंद्र जैन,आनंद जैन, अशोक जैन, पीके जैन, श्रीमती रानी जैन, गीता जैन पिंकी जैन,दिव्या जैन, शीला जैन, रीना जैन, सीमा जैन, कु. मुस्कान जैन लाडो जैन, प्राची जैन, सनी जैन सोनू जैन वीरेंद्र गयेलिया, संजय जैन एवं समाज के कई गणमान्य लोग मौजूद थे