01/07/2025
🎂 समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष: श्री अखिलेश यादव
आज 1 जुलाई को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का जन्मदिन है। इस अवसर पर जानिए इनके जीवन व योगदान से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ:
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📌 जन्म व पारिवारिक पृष्ठभूमि
जन्म तारीख: 1 जुलाई 1973
जन्म स्थान: सैफई, इलाहााबाद (अब एटा) जिला, उत्तर प्रदेश
पिता: श्री मुलायम सिंह यादव (समाजवादी पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व मुख्यमंत्री)
माता: श्रीमती मालती देवी
वैवाहिक स्थिति: 24 नवंबर 1999 को श्रीमती डिंपल यादव से विवाह
बच्चे: एक पुत्र (अर्जुन) और दो पुत्रियाँ (अदिति व जुड़वाँ टीना)
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🎓 शिक्षा
प्राथमिक शिक्षा सैफई व एटावा में;
Dholpur Military School, राजस्थान;
B.E. (Civil Engineering) – यूनिवर्सिटी ऑफ मैसूर, कर्नाटक;
M.E. (Environmental Engineering) – यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी, ऑस्ट्रेलिया
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🏛️ राजनीतिक सफर
2000 में लोकसभा (13वीं) चुनाव करके कानपुर से पहली बार सांसद बने
वर्तमान सांसद, 18वीं लोकसभा में कानपुर से सांसद
**सांसद से मुख्यमंत्री (15 मार्च 2012 – 11 मार्च 2017):**
उत्तर प्रदेश के 20वें और सबसे युवा मुख्यमंत्री; मात्र 38 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री बने
इसके अतिरिक्त: यूपी विधान परिषद सदस्य (2012–2018), विधान सभा में विपक्ष के नेता (2022–2024)
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🎯 आज की विशेष गतिविधियाँ
आज के दिन KGMU, लखनऊ में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें समाज से 107 युवा और पार्टी कर्मी उपस्थित रहे
शिविर में बोलते हुए, उन्होंने कहा:
> “यूपी में स्वास्थ्य सेवाएं ICU में हैं… गरीबों को इलाज के लिए डर लगता है।”
उन्होंने अस्पतालों के जीर्णोद्धार, ग़लती से प्रभावित अस्पताल बुनियादी ढांचे को सुधारने और समाज में जागरूकता बढ़ाने की बात कही
साथ ही, उन्होंने गोमती नदी को स्वच्छ व सजाने का प्रण व्यक्त किया तथा उद्योगों पर निजीकरण पर चिंता जताई
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🧩 संक्षिप्त जानकारी सारणी
पहलू विवरण
उम्र 51 वर्ष (2025 में)
राजनीतिक दल समाजवादी पार्टी
मुख्य उपलब्धियाँ यूपी के सबसे युवा मुख्यमंत्री, कई बार लोकसभा सदस्य
ЦPP/दृष्टि स्वास्थ्य, उद्योग, सामाजिक सेवा और नदी संरक्षण पर ज़ोर
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✨ निष्कर्ष
अखिलेश यादव के जन्मदिन पर उनकी शिक्षा, युवा नेतृत्व, स्वास्थ्य सुधार, समाज सेवा एवं नदी संरक्षण जैसे मुद्दों में सक्रियता दिखती है। आज का रक्तदान शिविर इस बात का संकेत है कि जन्मदिन को केवल उत्सव के रूप में नहीं, बल्कि सेवा का दिन बनाने का उनका प्रयास जारी है।