23/05/2025
अमावस्या पर पितृ पूजा (Pitra Puja) करने का विशेष महत्व होता है, खासकर श्राद्ध पक्ष या पितृपक्ष में। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन पितरों को श्रद्धा और तर्पण देने से वे संतुष्ट होते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं। इसके लाभ निम्नलिखित माने जाते हैं:
🕉️ अमावस्या पर पितृ पूजा करने के लाभ:
पितृ दोष का निवारण: जिन लोगों की कुंडली में पितृ दोष होता है, उन्हें अमावस्या पर पितृ पूजा करने से बहुत लाभ होता है।
पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है: यह माना जाता है कि इस दिन पितरों की आत्माएं धरती पर आती हैं। पूजा और तर्पण से उन्हें शांति मिलती है।
कुल में सुख-शांति और समृद्धि: पितरों के आशीर्वाद से परिवार में धन, स्वास्थ्य और सुख-शांति आती है।
रुकावटें दूर होती हैं: कई बार बिना कारण के काम बिगड़ते हैं, विवाह में देरी होती है या संतान नहीं होती – इसे पितृ दोष माना जाता है। पूजा से ये बाधाएं दूर होती हैं।
आध्यात्मिक लाभ: पितृ पूजा करने से व्यक्ति को आत्मिक संतोष और पुण्य प्राप्त होता है।