03/06/2024
#सुप्रीम_कोर्ट
भारत में स्वस्थ लोकतंत्र के लिए जाति, धर्म के नाम पर वोटिंग अभिशाप बन गई है,
राजनीति में जातिगत जहर घोलकर समाज को असहिष्णुता की तरफ धकेला जा रहा है,
इस पर रोक लगनी चाहिए,
और यह तभी संभव है जब जाति और धर्म के आधार पर वोटिंग को रोका जाये|
यह असंभव भी नहीं है,
खुले मंच पर इसके लिए विचार हो,
हमारे देश में #मतदान_प्रतिशत वैसे भी आशा के विपरीत है,
अभी भी लोग मतदान में काफी हद तक हिस्सा नहीं ले रहे,
ऐसे में राजनीति से जातिवाद और धर्मवाद मिटाने के लिए क्यों न धार्मिक और जातिगत सर्वे करवाकर सबको एक सीमित और बराबर की मतदान का नियम बना दिया जाये|
इससे होगा यह कि #सत्ता के #सिंहासन पर पहुंचने के लिए कोई भी राजनीतिक दल या नेता सत्ता के लिए जाति और धर्म नाम पर #विष_वमन नहीं कर सकेगा, समाज का हर वर्ग लोकतंत्र में बराबरी का सहभागी बनेगा और मतदान भी शत-प्रतिशत होगा|