26/07/2025
आईक्यू सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंसेज दुर्गापुर द्वारा पश्चिम बंगाल नर्सिंग काउंसिल के सहयोग से सम्मेलन का आयोजन
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दुर्गापुर:आईक्यू सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंसेज, दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल नर्सिंग काउंसिल के साथ मिलकर डिजिटल युग में नर्सिंग पर एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया . इस कार्यक्रम में 9 नर्सिंग कॉलेजों के 315 से अधिक छात्र अपने संकाय सदस्यों के साथ इस सम्मेलन में भाग लिया . जिनमें माँ सारदा नर्सिंग कॉलेज- दुर्गापुर, पुरुलिया जीएनएम प्रशिक्षण केंद्र, बर्धमान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, एनआरएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, कोलकाता, देबेन महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल- पुरुलिया, कॉलेज ऑफ नर्सिंग ईएसआई- आसनसोल, नालंदा नर्सिंग संस्थान- अंडाल, कल्ला स्कूल ऑफ नर्सिंग सेंट्रल अस्पताल- आसनसोल मुख्य रूप से शामिल रहे. भाग लेने वाले नर्सिंग छात्रों को डब्ल्यूबीएनसी (पश्चिम बंगाल नर्सिंग काउंसिल) क्रेडिट आवर का पुरस्कार दिया गया. यह सम्मेलन नर्सिंग अभ्यास में नवीनतम तकनीकी प्रगति की पड़ताल करने और रोगी देखभाल पर उनके प्रभाव और तेजी से बदलते स्वास्थ्य देखभाल परिदृश्य में नर्सिंग के भविष्य को शिक्षित करता है. सम्मेलन में अतिथि और वक्ता के रूप में प्रो. डॉ. बी. कैमाला- प्रिंसिपल आईक्यू सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंसेज, दुर्गापुर, डॉ. सयान मुखर्जी- असिस्टेंट रजिस्ट्रार वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज कोलकाता, प्रो. डॉ. जैनी केम्प- नर्स एंटरप्रेन्योर नई दिल्ली, डॉ. जमुना रानी आर- एसोसिएट प्रोफेसर एम्स कल्याणी, प्रो. डॉ. नीरजा शास्त्री- प्रिंसिपल आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल दुर्गापुर, प्रो. डॉ. गुणाधर मैती- वाइस प्रिंसिपल आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल दुर्गापुर, मुख्य रूप से उपस्थित थे.
प्रो. डॉ. बी. कैमाला- प्रिंसिपल आईक्यू सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग साइंसेज, दुर्गापुर ने कहा कि आज नर्सें चिकित्सकों, विशेषज्ञों और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों के साथ संवाद करने के लिए केवल आमने-सामने की बैठकों या कागजी कार्रवाई पर निर्भर नहीं हैं. मरीज़ों की देखभाल में डिजिटल उपकरणों का उपयोग नर्सों के लिए मानक अभ्यास बनता जा रहा है।’
डॉ. सायन मुखर्जी – सहायक रजिस्ट्रार, पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, कोलकाता ने छात्र को सलाह देते हुए कहा कि मोबाइल स्वास्थ्य ऐप, टेलीमेडिसिन प्लेटफ़ॉर्म और रिमोट मॉनिटरिंग डिवाइस जैसी तकनीकें स्वास्थ्य सेवा सेटिंग्स में तेज़ी से एकीकृत हो रही हैं। ये उपकरण नर्सों को वास्तविक समय में रोगी की स्थिति पर नज़र रखने की अनुमति देते हैं, जिससे बार-बार व्यक्तिगत रूप से जाने की आवश्यकता कम हो जाती है और अधिक व्यक्तिगत देखभाल संभव हो पाती है।'