17/07/2025
नीलोखेड़ी । सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतरने के कार्य में लगे अधिकारी खुले मन के साथ समर्पित होकर काम करते हैं तो ही योजनाओं के चमत्कारिक परिणाम सामने आते हैं । हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान के निदेशक डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने आज देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए मनरेगा अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की. संस्थान परिसर में इन अधिकारियों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय वन सेवा के अधिकारी षणमुख कुमार ने की. षणमुख कुमार आंध्र प्रदेश सरकार में मनरेगा निदेशक के रूप में कार्य कर रहे हैं.
डॉ. चौहान ने कहा कि प्रशिक्षु अधिकारियों को करनाल और कुरुक्षेत्र जिले के जिन बेहतरीन विकास कार्यों से रूबरू कराया गया, उनके प्रेरणादायक उदाहरणों को संबंधित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में अपने अंदाज में लागू करने का प्रयास करें। संस्थान के निदेशक ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान , हैदराबाद की मदद से आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रतिभागी अधिकारियों ने जो अपने क्षेत्र के प्रेरणादायक अनुभव साझा किए, उनका भी हरियाणा में सदुपयोग करने का प्रयास किया जाएगा । महात्मा गांधी नरेगा स्कीम के आंध्र प्रदेश के निदेशक श्री वाई वी षण्मुख ने हरियाणा में नरेगा स्क्रीन के तहत गंदे पानी के प्रबंधन की सराहना की और साथ ही गांव के स्तर पर नर्सरी बनाने का सुझाव भी दिया ।
इस कार्यक्रम में देशभर से मनरेगा स्कीम में कार्यरत 27 अधिकारियों ने हिस्सा लिया । भ्रमण के दौरान अधिकारियों को करनाल के सुलतानपुर , बूटेडी एवं कुरुक्षेत्र के कोल्हापुर एवं इशरगढ़ ग्राम पंचायतों में हुए महात्मा गांधी नरेगा स्कीम के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्यों का अवलोकन कराया गया । इस दौरान प्रतिभागियों ने कार्यक्रम से संबंधित अपने अनुभव भी साझा किए । राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान , हैदराबाद के फैकल्टी डॉ राजेश्वर ने भी इस कार्यक्रम के सफल आयोजन पर आयोजकों को बधाई दी।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास विभाग , हरियाणा के सिस्टम एनालिस्ट संदीप वाही, सहायक प्रोफेसर संदीप भगद्वाज, सहायक प्रोफेसर सुशील मेहता ,सहायक प्रोफेसर कमलदीप सांगवान उपस्थित रहे ।