15/10/2025
एक साधारण परिवार से आने वाली आम-सी लड़की, वनमती ने बचपन की कठिनाइयों, आर्थिक तंगी और सामाजिक दबावों को नजरअंदाज़ कर UPSC परीक्षा में सफलता हासिल की और लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गईं!
उनके पिता टैक्सी ड्राइवर थे और घर की आर्थिक स्थिति बहुत कमज़ोर थी। वनमती ने बचपन में घर के कामों-खर्चों में परिवार का हाथ भी बंटाने के लिए भैंसें भी चराईं। लेकिन इन कठिन हालातों के बावजूद माता-पिता ने शिक्षा को प्राथमिकता दी। बेटी ने भी पढ़ाई और मेहनत को कभी नहीं छोड़ा।
रिश्तेदारों के शादी के दबाव के बावजूद वनमती ने अपनी पढ़ाई जारी रखी और पोस्ट ग्रेजुएशन तक की शिक्षा पूरी की। उन्हें IAS बनने की प्रेरणा एक महिला कलेक्टर को देखकर और एक टीवी सीरियल से मिली। यहीं से उन्होंने ठान लिया कि एक दिन वह भी अधिकारी बन देश की सेवा करेंगी।
UPSC की राह वनमती के लिए आसान नहीं थी.. वह तीन बार परीक्षा में असफल हुईं, लेकिन हार नहीं मानी। आखिरकार, चौथे प्रयास में 2015 की सिविल सेवा परीक्षा में उन्होंने AIR 152 रैंक हासिल की और IAS अधिकारी बनीं।
उनकी यह यात्रा इस बात का प्रमाण है कि अगर जज़्बा और मेहनत हो, तो आपकी शुरुआत नहीं, सपने मायने रखते हैं। इसलिए बड़े सपने देखिए और आगे बढ़ते जाइए!