
11/01/2023
संदर्भ पारसनाथ पहाड़ झारखंड का शान
सिर्फ मोक्ष प्राप्ति के लिए आना लेकिन मेरा मालिक बनने का कोशिश नही करना ।
आज मेरे पूर्वजों के द्वारा कितने सोच समाझ कर इस झारखंड के सबसे ऊंचे पर्वत पारसनाथ को बसाया गया है और कोई कह दे की या मेरा पूर्वजों का रचा बसाया हुआ है तो यहां के आदिवासी मूलवासी झारखंड वासी यह कते भी बर्दाश्त नहीं करेंगे क्योंकि यहां के पूर्वजों ने कितने मेहनत से इस पहाड़ की रक्षा कर इस पहाड़ की पेड़ पौधे जंगल पहाड़ आदि को अपने ढंग से सयोज कर रखा है और आज कोई कह दे की इस पहाड़ का मालिक हम या बड़े-बड़े उद्योगपति हो जाए तो यहां का जनमानस यह कते भी बर्दाश्त नहीं करेगा ।
15 तारीख को यहां के विख्यात मेले में झारखंड के तमाम मूलवासियों से अनुरोध है की आप बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। धन्यवाद!