
19/07/2025
साइबर क्राइम झज्जर की पुलिस टीम ने 75 लाख रुपए से ज्यादा का साइबर फ्रॉड करने के मामले में एक आरोपी को मुंबई से किया गिरफ्तार
-- आरोपी विजय खाताधारक जिसने अपना खाता दो लाख रुपए के लालच में साइबर क्रिमिनल को दे रखा था
-- आरोपी के खाते में करोड़ों रुपए का लेनदेन पाया गया
हरियाणा के जिला झज्जर की पुलिस कमिश्नर डॉ राजश्री सिंह के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कार्यवाही करते हुए थाना साइबर क्राइम झज्जर की पुलिस टीम ने 75 लाख रुपए से ज्यादा की साइबर ठगी करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। जिस संबंध में जानकारी देते हुए थाना साइबर क्राइम झज्जर प्रभारी निरीक्षक सोमबीर ने बताया कि सोनीपत निवासी एक व्यक्ति जो एक प्लांट में नौकरी करता है। जिसके साथ पैसे इन्वेस्टमेंट करने के नाम पर 75 लाख से ज्यादा रुपए की साइबर ठगी हुई है। जिसने हमें शिकायत देते हुए बताया कि मेरा खाता एक बैंक में है जिसमें मुझे इन्वेस्टमेंट संबंधित मेल आते रहते हैं। एक दिन मुझे टेलीग्राम के माध्यम से एक लिंक मिला जब मैंने लिंक को क्लिक किया तो मुझे एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया गया। ग्रुप में जुड़ने के बाद Ad BIR capable एप्लीकेशन को मेरे फोन में डाउनलोड करवाया गया। जिसकी जानकारी ईमेल या एसएमएस के माध्यम से नहीं आती थी। जिस एप पर सर्विस टैब पर क्लिक करने के बाद अपना नाम और फोन नंबर डालने पर जिन खातों में पैसे डालना होते थे उनकी डिटेल आ जाती थी। जिनके कहे अनुसार मैंने उनके अलग-अलग खातों में 75 लाख से ज्यादा पैसे जमा करवा दिए। जब मैं उनसे अपने पैसे मांगे तो उन्होंने और पैसे जमा करवाने के लिए कहा जिस पर मुझे शक हुआ कि मेरे साथ साइबर फ्रॉड हुआ है। जिस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए थाना साइबर क्राइम झज्जर में आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्नर डॉक्टर राजश्री सिंह द्वारा साइबर फ्रॉड के मामलों में गहनता से कार्रवाई करने के संबंध में कड़े दिशा निर्देश दे रखे हैं। पुलिस कमिश्नर के दिशा निर्देशों पर गहनता से कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम झज्जर की पुलिस टीम ने उपरोक्त मामले के एक आरोपी को मुंबई से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। पकड़े गए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे अदालत झज्जर में पेश किया गया। माननीय अदालत के आदेश अनुसार आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उपरोक्त मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी बकाया है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
साइबर थाना प्रभारी निरीक्षक सोमबीर सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि साइबर क्राइम करने वालों का मुख्य हथियार भोले भाले लोगों को डर दिखाकर, कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर उनके साथ साइबर ठगी करते हैं। इसलिए हमें अननोन नंबरों से सावधान रहना चाहिए। किसी को भी पैसे देने से पहले कुछ समय सोच विचार करना चाहिए और उस बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए। आपकी जागरूकता आपको साइबर क्राइम से बचा सकती है। अगर फिर भी किसी के साथ साइबर फ्रॉड हो जाता है तो उसकी सूचना तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाये।
म्हारा बहादुरगढ़