12/11/2025
प्रेम क्या है?
प्रेम एक बहुत ही खूबसूरत चीज है।प्रेम कोई गलत है।जब प्रेम होता है तो हमेशा दोनों तरफ से होता है।ओर धीरे धीरे होता है।
प्रेम में इंसान का रूप रंग जाति का कोई स्थान नहीं बचता है।वह सिर्फ ओर सिर्फ एक दूसरे के लिए खुशी चिंता आदि होती है। वहां बाते नहीं होती।
वहां एक दूसरे के लिए परवाह होती है।
वहां शारीरिक आकर्षण का कोई स्थान नहीं बचता है।
वहां बाते बहुत कम होती है।
बस एक दूसरे के लिए हमेशा चिंता रहती है।
आज कल प्यार के नाम पे सिर्फ ओर सिर्फ आकर्षण बचा है।
लगभग 98 प्रतिशत इसी के शिकार है।या छड़ीक होता है।कुछ दिन में खत्म हो जाता है।
लेकिन 2 प्रतिशत जो सच में लोग प्रेम करते है। उनका भी विनाश या 98 प्रतिशत लोग कर दिए।
सच्चा प्रेम में क्या होता है।
1. इसमें सिर्फ एक दूसरे के लिए चिंता होती है।मतलब परवाह ।
2. इसमें रूप रंग आदि का कोई स्थान नहीं बचता है।
3. इसमें बाते बहुत कम होती।बिल्कुल नगण्य
4. इसमें बस उतनी ही बाते होती है जितनी काम की है।
5. इसने एक दूसरे के भविष्य को लेकर चिंता बहुत होती है।
6. इसमें उसके पैसे ओर किसी भी चीज की डिमांड नहीं होती।
7. इसमें खुशी मिलती है।
8. प्रेम सच होता है।तो बड़ी से बड़ी चीज उसके आगे नगण्य होती है। ओ कुछ भी हो सकता है।जैसे... पैसा रूप रंग धन दौलत दुनिया की कोई भी चीज।
9. इसमें एक दूसरे के बिना रह पाना सम्भव नहीं होता। इसलिए एक सच्चे प्रेम में पड़ा इंसान अगर अपने प्रेम को नहीं अपना पता तो या तो पागल है या दुनिया से मुक्त हो जाता है या कही किसी भी अच्छे पद पे हो या बेरोजगार अपने को एक बीरान जीवन जीने पे मजबूत होता है ।या मौत को प्राप्त होता है।या पल पल मरता है।
इसके कई उदाहरण है।
10. प्रेम की पीड़ा को सिर्फ ओर सिर्फ ओ ही समझता है।
नुकसान क्या है।
1. प्रेम में इंसान को समाज ओर घर में गिरी हुई निगाह से देखा जाता है।
2. समाज उसको स्वीकार्य नहीं करता।
लेकिन तुम जिंदा हो ओर मर रहे हो तो समाज आता भी नहीं है।
3. चिंता रहती है। हरवक्त मां बाप की।
4. प्रेम तो हुआ लेकिन जान के थोड़ी हुआ।
5.किसी भी कार्य को करने में मन नहीं लगता।
6. प्रेम बहुत पीड़ा दायक होता है।नहीं मिला तो।
7.इंसान घुटता है।24 hr
8. उस पीड़ा को ओ सिर्फ ओर सिर्फ ओ महसूस करता है।
9.पीड़ा इतनी की बर्दाश्त के बाहर होती है।
10. प्रेम सच्चा हो तो।इंसान का या तो मरता है या जीवन से मुक्त करता है। या सारी बाते आकर्षण प्रेम की नहीं है जो आज कल हो रहा है।इसमें 2 प्रतिशत ही लोग आते है।98 प्रतिशत आकर्षण के शिकार है।फिर मन भर गया तो समाज और सोशल मीडिया पे गंद मचाते है।
नोट.....
या सारी चीजें मेरे पूर्व जन्म और मेरे कुंडली के अनुसार हीं होती।
जैसे लोग रातों रात अमीर ओर रातों रात गरीब भी बनते है। लोग बोलते है किस्मत तो या भी किस्मत से ही होता है।
जैसे कुछ लोग बुरा कर के अच्छा पाते है कुछ लोग अच्छा कर के भी बुरा पाते है। तो किस्मत ही तो है।
ओर प्रेम से खूबसूरत कुछ है भी नहीं।
🙏🙏