Santosh Kushwaha

Santosh Kushwaha Choreographer

21/05/2025

सब तुम्हारी ज़िम्मेदारी , याद रखना
धूप , बारिश और क्यारी , याद रखना

आसमां पंछी को कुछ आगाह कर दे
ताक में बैठे शिकारी, याद रखना

छूट जाए आधुनिकता में नहीं वो
सभ्यता की बात सारी , याद रखना

औपचारिक दोस्तों की भीड़ मे तुम
'जा ,बे,जा 'वाली ये यारी,याद रखना

इक तरफ़ दुनिया -जहाँ के हैं समंदर
इक तरफ़ वो अश्क भारी,याद रखना

सूरतों के बीच यूं आला है सूरत
हमने है सीरत संवारी,याद रखना

सुनों बसंती हील उतारोअपने मन की कील उतारोनंगे पैर चलो धरती परबंजर पथ पर झील उतारोजिनको तुम नाटी लगती हो उनकी आँखें रोगग्...
21/05/2025

सुनों बसंती हील उतारो
अपने मन की कील उतारो
नंगे पैर चलो धरती पर
बंजर पथ पर झील उतारो

जिनको तुम नाटी लगती हो
उनकी आँखें रोगग्रस्त हैं
उन्हें ज़रूरत है इलाज की
ख़ुद अपने से लोग ग्रस्त हैं

सच कहती हूँ सुनो साँवली
तुमसे ही तो रंग मिले सब
जब ऊँचे स्वर में हँसती हो
मानो सूखे फूल खिले सब

बिखरे बाल बनाती हो जब
पिन को आड़ा तिरछा करके
आस पास की सब चीज़ों को
रख देती हो अच्छा करके

मुझे नहीं मालूम बसंती
उक्त जगत का कौन नियंता
पर तुमको अर्पित यह उपमा
'स्वयं सिद्ध घोषित अभियंता'

तुमने स्वयं गढ़े जो रूपक
शब्द नहीं वो आलंबन है
अर्थों के मस्तक पे बढ़कर
अक्षर कर लेते चुम्बन हैं

जिसको नीची लगती हो तुम
उसकी सोच बहुत नीची है

सुनो बसंती हील उतारो
अपने मन की कील उतारो..

~आकृति विज्ञा 'अर्पण'🙏

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28/04/2025

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12/06/2024

तुम बिन मेरी शाम अधूरी
तुम बिन मेरा नाम अधूरा ।
जो तुम मिलो यार मेरे
जिंदगी का हर ख्वाब हो पूरा ।।

तुम बिन मेरी शाम अधूरी
तुम बिन मेरा नाम अधूरा ।
जो तुम मिलो यार मेरे
जिंदगी का हर ख्वाब हो पूरा ।।

आते जाते यूं ही हर कोई एक
मशवरा मुझको देता गया
कैसे समझाऊं तु ख्वाब मेरा
यार मेरे यह ख्वाब अधूरा

तेरी एक बात राज बन गया
तेरी आवाज सुरो साज बन गया
दीवानों के मरने पर कफन नहीं मिलता
मुमताज के मरने पर ताज बन गया

दिल में तेरी चाहतों को रोका
गौर से देख नहीं कोई है धोखा
मुझसे ना कोई शिकायत रहेगी
आजमा ले देकर एक मौका

बिन मेरी शाम अधूरी
तुम बिन मेरा नाम अधूरा
जो तुम मिलो यार मेरे
जिंदगी का हर ख्वाब हो पूरा

कल रात ख्वाब में आना हुआ
जोर से दिल का धड़काना हुआ
बस में हो कि बस सोता रहूं
खूबसूरत तेरा यह सताना हुआ

बना ख्वाबों में ये रिश्ता हमारा
नींदों में है इंतजार तुम्हारा
यू छू लेना मुझे यार मेरे तू
जैसे किसी ने चुपके से पुकारा

तुम बिन मेरी शाम अधूरी
तुम बिन मेरा नाम अधूरा
जो तुम मिलो यार मेरे
जिंदगी का हर ख्वाब हो पूरा

– संतोष

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