
26/07/2025
''हाऐ अल्लाह इतना वक्त हो गया। और सभी सोने में बीजी है।'' ये जो मोहतरमा जल्दी जल्दी ऊपर जा रही है। वह है इस घर की छोटी बहू
हमीदा
बेगम
'' खुदा का कुछ तो खोफ कीजिए
मजिद
सहाब
एक हफ्ते बाद आपकी बेटी की शादी है। इस कदर चैन की नींद गवारा नहीं आपको ......जरा तो खुदा का खोफ कीजिए। चले जल्दी उठें'' हमीदा बैगम उनकी चादर खिंचकर बोली। तो उन्हें उठना ही पडा ।आख़िर बीबी से कोन शख्स नहीं डरता।
''हमीदा बेगम आप इतनी परेशानी का बोझ अपने नाजुक कंधों पर क्यों डाल रही है!!?। जरा आराम कर लीजिए । और हमें भी करने दीजिए ।माजिद सहाब ने प्यार दिखाया।
'ना आराम करना है ना करवाना...!!हमीदा बेगम बहुत तेजी से सपाट लहजे में बोली। आपकी औलाद भी अभी तक चैन और सुकून से सो रही है। उनको भी उठाना है'' वह इतना कहकर कमरे से बाहर निकली और किसी से टकराई। ''देखकर चलो......हमीदा बैगम बिना देखे गुस्से से बोली। सामने वाली लेडी को देखकर वह सटपाटा गई। माफ कीजिए
जंहारा
बाजी
गलती हो गई। '' हकलाते हुए बोली।
जहारा बैगम ,हमीदा बैगम की जेठानी है ।याशिन मंजिल की बड़ी बहू इस घर में सबसे ज्यादा उनकी चलती है। इसी वजह से हमीदा बेगम उनसे चिढ़ती भी है। हमीदा बेगम चाहती थी। के उनको भी इस घर के फैसले लेने का पूरा हक मिले।बैसे उनका चिढ़न जाइज है। आखिर वह भी इस घर की बहू है!
''हमीदा चलो जरा तुमसे बात करनी है ।जहांरा बाजी के कहते ही उन्होंने हां में सर हिलाया।
''तभी किसी के चीखने की आवाज आई
''अम्मीईईईईईईईई अम्मीईईईईईईईई.........
ये तो
माहा
की आवाज है ।''हमीदा बेगम घबराकर बोली। माहा उनकी बड़ी बेटी है। जिसकी शादी की सारी तैयारियां जोरों शोरों से चल रही थी। हमीदा बेगम जल्दी से भागती हुई ।एक रूम में पहुंची। वहां आकर वह चोंककर रह गई।
अम्मी देखो ना'' एक लडकी पलटी वाल बल में बंधे हुए थे। आंखों में काजल चेहरे पर रौनक दुपट्टा संभालती वह पलटी और अपनी अम्मी के पास आई। ''अम्मी आप
माहिरा
को समझाएं ना ...वह मेरी शादी को लेकर चिड़ा रही है।' माहिरा उनकी छोटी बेटी है। जो वहुत शोतान है।
''माहिरा क्यों परेशान कर रही हो माहा को!!?।अम्मी की जगह ताई अम्मी( हजारा बैगम) ने ले ली थी। ओर सवाल किया।
''अरे बाप रे ताई अम्मी'' माहिरा बिना पलटे मन मे बोली। अभी तक उल्टी खड़ी थी।
माहिरा इधर देखो ...........ताई अम्मी ने जोर देते हुए कहा। महिरा धीरे-धीरे पलटी ग्रीन कलर का सलवार सूट पहने वह लड़की भी काफी अच्छी लग रही थी। ताई अम्मी ने जोर डाला तो वह पलटी थी।
त...त.........ताई अम्मी मैने कुछ नहीं कहा। महिरा अटक अटक कर बोली ।
हमने पूछा तुमने माहा से क्या कहा!!?।जहारा बैगम सख्त लहजे मे पूछ रही थी।
माहिरा ने एक नजर माहा पर डाली जो उसे चिढ़ाती नजरों से कह रही थी। अब तुम्हारी खैर नहीं .........!!
ताई अम्मी ने फिर पूछा । तो वह बताने लगी।", मैने कहा था आपकी शादी के बाद इस कमरे को कचरा बना दूंगी। बस यह कहा था। वह एक सांस में डरते हुए बोली।
''ताई अम्मी ने एक नजर उस पर डाली ओर बहुत जोर से कहकहा लगाकर हंस पड़ी ।उनको हंसता देख माहा और माहिरा हैरान थी। साथ में हामिदा बेगम भी हैरान थी।
''बस इतनी सी बात पर तुम चीखी थी। माहा तुमने तो डरा ही दिया था।'' वह हंसी रोकते हुए बोली।
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हेलो दोस्तों,ये कहानी है| {तेरे साथ रहकर मोहब्बत हो जाएगी }यह कहानी मेरी जिंदगी की पहली कहानी है|जब मुझे लिखना भी नही....