22/07/2025
#पंचायतीराज मंत्रालयिक #कर्मचारियों का आंदोलन
बाड़मेर में जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, फर्जी शिकायतों के खिलाफ जताया रोष
#बाड़मेर
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पंचायती राज में कार्यरत मंत्रालयिक कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी एवं जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर तथाकथित संगठन की ओर से बार-बार की जा रही फर्जी शिकायतों और एकतरफा कार्यवाहियों के खिलाफ तीव्र रोष जताया।
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर पंचायती राज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन ने आंदोलन की रणनीति को तेज करने का ऐलान किया l संगठन के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जब भी मंत्रालयिक कर्मचारियों के हित में कोई निर्णय लिया जाता है, तथाकथित संगठन अनैतिक तरीकों से उसे रोकने का प्रयास करता है, जिसके खिलाफ अब डटकर मुकाबला किया जाएगा। पंचायती राज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन के मुताबिक यह कोई नई समस्या नहीं है। वर्ष 2016 से ही उनके संवर्ग के खिलाफ फर्जी शिकायतों और अनैतिक विरोध का सिलसिला शुरू हुआ था। जब भी राज्य सरकार मंत्रालयिक कर्मचारियों के हित में कोई सकारात्मक कदम उठाती है,स्थाईकरण, टाइप टेस्ट से छूट, या कैडर रिव्यू, तथाकथित संगठन फर्जी शिकायतों और छद्म लेटरपैड का सहारा लेकर इन प्रयासों को विफल करने की कोशिश करता है। वर्ष 2013-18 की सरकार के दौरान जब मंत्रालयिक कर्मचारियों के लिए स्थाईकरण और टाइप टेस्ट से छूट का आदेश जारी हुआ, तब भी तथाकथित संगठन ने शिकायतों का दौर शुरू कर दिया। इसी तरह, 2022 में कैडर रिव्यू के दौरान स्वतंत्र जॉब चार्ट की मांग का विरोध करते हुए एक छद्म लेटरपैड पर पंचायती राज सुदृढ़ीकरण एवं रिफॉर्म संघर्ष समिति राजस्थान, जयपुर के नाम से शिकायत दर्ज की गई। आरटीआई के माध्यम से प्राप्त दस्तावेजों में इस लेटरपैड पर तथाकथित संगठन के प्रदेशाध्यक्ष के हस्ताक्षर होने का खुलासा हुआ, जिसने उनकी अनैतिकता को उजागर किया।
उन्होंने बताया कि हाल ही में जब मंत्रालयिक संवर्ग का कैडर रिव्यू दोबारा वित्त विभाग को भेजा गया, तथाकथित संगठन ने एक बार फिर हरकत शुरू की। संगठन ने पहले प्रशासनिक अधिकारियों की डीपीसी विभागीय पदोन्नति समितिको रोकने का असफल प्रयास किया। इसके बाद, संबंधित विभागों को आंदोलन की धमकी दी गई और फर्जी शिकायतें मंत्रियों के समक्ष प्रस्तुत की गईं। संगठन ने इस बार अपने प्रहार को और घातक बनाने के लिए पहले से ही सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कीं और मंत्रालयिक कर्मचारियों के प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ व्यक्तिगत हमले शुरू किए। पंचायती राज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन ने इसे नैतिकता-शून्य स्थिति करार देते हुए कहा कि यह तथाकथित संगठन सांगठनिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर केवल अपने स्वार्थों को साधने में लगा है। संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि वे इन हमलों को झेलने के लिए मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार हैं और अब समय आ गया है कि धरातल पर काम करने वाले सभी मंत्रालयिक कर्मचारी एकजुट होकर इस अनैतिकता का सामना करें। इधर, मंगलवार को प्रदेश संगठन और जिला कार्यकारिणियों की बैठक में इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा हुई और आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया गया। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर ज्ञापन देते समय प्रदेश प्रतिनिधि ठाकरा राम मेघवाल, पूर्व जिलाध्यक्ष चेना राम नवाद, मेहताब सिंह चूली,बाड़मेर ब्लॉक अध्यक्ष तिला राम, भेरा राम समेत विभिन्न संगठन पदाधिकारी एवं मंत्रालयिक कर्मचारी उपस्थित रहे l
दो दिन तक सौंपेंगे ज्ञापन
आगामी दो दिनों में सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कलक्टर, प्रमुख अधिकारियों, माननीय मंत्रियों, सांसदों, और विधायकों को ज्ञापन सौंपकर वर्तमान स्थिति और तथाकथित संगठन की अनैतिक गतिविधियों से अवगत कराया जाएगा। जिला स्तर के बाद अगले दो दिनों में ब्लॉक स्तर पर ज्ञापन सौंपे जाएंगे। यह प्रक्रिया पूरे सप्ताह में पूरी कर ली जाएगी l संगठन ने सभी मंत्रालयिक कर्मचारियों से अपील की है कि वे इस आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लें और एकजुट होकर तथाकथित संगठन की फर्जी शिकायतों और अनैतिक गतिविधियों का मुकाबला करें।