07/07/2025
पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद राजा आनंद सिंह की दी गयी अंतिम विदाई
गोंडा की धरती ने अपने सपूत को अंतिम विदाई दी, जब चार बार के सांसद रहे एवं उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व पूर्व मंत्री रहे महाराज आनंद सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके अंतिम संस्कार के अवसर पर सुबह से लेकर शाम तक गोंडा जिले और आसपास के क्षेत्रों से आए लाखों लोगों ने अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके बेटे एवं वर्तमान सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ‘राजा भैया’ ने उन्हें मुखाग्नि दी।
गोंडा में उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। यूपी पुलिस के दस्ते ने उन्हें सलामी दी, और पूरे सम्मान के साथ अंतिम क्रियाएं सम्पन्न हुईं। प्रदेश सरकार के कारागार मंत्री दारा सिंह चौहान के साथ सभी विधायक डी एम, एस पी, सी डी ओ सहित पूरा प्रशासन अंतिम विदाई में अपनी श्रद्धांजलि देने में लगा हुआ था।यह दृश्य सिर्फ एक राजनेता की विदाई का नहीं था, बल्कि एक जनप्रिय नेता, एक जननायक और एक सच्चे 'राजा' की विदाई का था — जिन्होंने गोंडा की जनता के लिए जीवनभर सेवा की।
उनकी अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब यह सिद्ध करता है कि राजा आनंद सिंह केवल एक राजनीतिक चेहरा नहीं थे, बल्कि वे गोंडा की आत्मा से जुड़े हुए थे। लोग उन्हें "हमारे राजा साहब" कहकर पुकारते थे और यही आत्मीयता उनके अंतिम सफर में भी दिखाई दी।
श्रद्धांजलि देने वालों में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे। यह राजनीतिक विभाजन से परे एक ऐसे व्यक्ति को श्रद्धांजलि देने का अवसर था, जिन्होंने सभी दलों के साथ सद्भाव से काम किया।
आनंद सिंह का राजनीतिक जीवन गौरवशाली रहा। वे 5वीं, 7वीं, 8वीं और 9वीं लोकसभा में गोंडा के सांसद रहे, और उत्तर प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री के तौर पर भी उन्होंने अपनी कार्यकुशलता का परिचय दिया।
उनके निधन से गोंडा ने न सिर्फ एक जनप्रतिनिधि को खोया है, बल्कि एक युग का अंत हो गया है।
"राजा साहब अब नहीं हैं, पर उनकी यादें और सेवा की प्रेरणा गोंडा की मिट्टी में सदा जीवित रहेंगी।
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