
05/01/2025
स्टुअर्ट मैकगील की गेंद वॉर्न से भी ज़्यादा स्पिन होती थी
पर टीम में शेन वॉर्न नाम का धुरंधर पहले से मौजूद था ..
उपर से ओस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी का मुख्य हथियार हंमेशा से तेज गेंदबाज़ी रही है ..
इसलिये मैकगील के लिये कभी भी टीम में जगह नहीं बन पाई
सहवाग ,सचिन ,राहुल ,लक्ष्मन ,युवराज का दौर पता नहीं कितने अमोल मजूमदार खा गया
हरभजन और अनिल कुंबले की जोड़ी के चलते कई शानदार स्पिनर की कभी जगह नहीं बन पाई
हॉल्डिंग,मार्शल,जॉन्स के दौर में पता नहीं कितने करामाती कैरीबियन तेज गेंदबाज़ गुमनामी के अंधेरे में चले गये
वसीम ,शोएब,वकार के सामने कितने ही मुहम्मद ज़ाहिद और आकीब जावेद जैसे नाम ग़ायब हो गये
बोलेंड लगभग 36 साल का है और अब तक केवल 12 टेस्ट मैच खेला है …इन बारह टेस्ट मैचों मे 19 की एवरेज से पचास विकेट ले चुका है ….किसी भी गेंदबाज़ द्वारा fastest 50 विकेट !
यह आँकड़े महान माल्कम मार्शल से भी बेहतर है ..
फिर भी बदनसीबी ऐसी है की बोलेंड का प्राईम तब शुरु हुआ जब कंगारू टीम में पहले से “स्टार्क+हेजलवुड+कमींस “ का ट्रायो मौजूद था
इसलिये अपने कैरियर में बोलेंड को अंतराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिये हंमेशा इस बात का इंतज़ार करना पड़ता था कि इस ट्रायो में से कोई injured हो …तब जाकर कंगारू टीम में बोलेंड को मौक़ा मिलता है , जबकि मेरा मानना है की बोलेंड गेंदबाज़ी के सामने यह ट्रायो भी हल्का लगता है
किसी भी बल्लेबाज़ को ऐसा गेंदबाज़ पसंद नहीं होता जो लगातार corridor of uncertainty में गेंदबाज़ी करता रहे
बोलेंड पिच को देखने के बाद एक “हाथ रुमाल” जितनी जगह माप लेता है और पूरे दिन उसी जगह पर गेंद का टिप्पा करवाकर स्विंग +seam movement करता है !!
बल्लेबाज़ mentally exhausted हो जाते है ऐसे गेंदबाज़ के सामने
क्रिकेट के सबसे बदनसीब खिलाड़ीयो में बोलेंड का नाम सर्वोपरि आयेगा !!
मैकग्रा के बाद corridor of uncertainty वाला शातिर गेंदबाज़ कोई देखा है तो वह है ग्लैमर की चाहत के बिना चुपचाप अपना काम करने वाला “बोलेंड………स्कोट बोलेंड “