03/09/2025
बिहार में सुशासन का सरकार और विधायक संजीव कुमार अपनी दुनिया बसा रखी है! रावण राज परबत्ता ?
(पूर्व सैनिक संतोष नारद ✍🏻)
बिहार में वर्षों पहले ही देह व्यापार पर प्रतिबंध लगाया गया था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी जैसी ऐतिहासिक योजना लागू कर राज्य को नई दिशा देने का दावा किया। लेकिन हकीकत यह है कि जमीनी स्तर पर यह सब योजनाएँ परबत्ता विधानसभा जैसे इलाकों में दम तोड़ चुकी हैं।
परबत्ता क्षेत्र, जो वर्षों से सड़क और कनेक्टिविटी की कमी से जूझता रहा है, वहाँ सत्ता की छत्रछाया में अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। बताया जाता है कि विधायक संजीव कुमार अपने पिता, पूर्व मंत्री आर. एन. सिंह द्वारा स्थापित इस धंधे को आगे बढ़ा रहे हैं। यही कारण है कि अवैध शराब, हथियारबाज़ी और देह व्यापार जैसी गतिविधियाँ आज भी वहाँ खुलेआम जारी हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस शराबबंदी योजना को बिहार का सबसे सुंदर और नैतिक प्रयास बताया गया था, वही योजना सत्ता के संरक्षण में छलनी हो चुकी है। और अब तो हद तब हो गई जब विधायक के इशारे पर चलने वाले एक प्यादे ने खुलेआम पूर्व सैनिक व पत्रकार संतोष कुमार राय को खत्म करने की धमकी दे डाली।
यह केवल एक व्यक्ति को धमकी देने का मामला नहीं है, बल्कि यह बिहार की कानून व्यवस्था की पोल खोलने वाला उदाहरण है। सवाल यह है कि जब देश की सरहद पर दुश्मनों से लड़ने वाला एक पूर्व सैनिक अपने ही राज्य में असुरक्षित महसूस कर रहा है, तब आम जनता की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा?
क्या यही है बिहार का "सुशासन"? या फिर यह मान लेना होगा कि सत्ता और प्रशासन की मिलीभगत से गुंडाराज ने सुशासन की नींव हिला दी है?
👉 बिहार सरकार को तत्काल इस मामले में संज्ञान लेकर न केवल धमकी देने वाले तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, बल्कि यह भी साबित करना चाहिए कि यहाँ अब भी कानून का राज है, न कि विधायकों के चकले और उनके प्यादों का।