18/10/2025
प्रशांत किशोर ने राघोपुर से चुनाव नहीं लड़ने पर तेजस्वी यादव को घेरा, बोले - तेजस्वी यादव हमको डरा नहीं सकते, इस चुनाव में RJD को तीसरे नंबर पर धकेल देंगे
जन सुराज में शामिल हुए अररिया के पूर्व सांसद सरफराज़ आलम, प्रशांत किशोर, उदय सिंह और मनोज भारती ने किया स्वागत, बोले - सीमांचल में पार्टी को मजबूती मिलेगी
PK ने महागठबंधन में जारी खींचतान पर कसा तंज, बोले - पहले तो ये स्पष्ट करना चाहिए कि मुकेश सहनी महागठबंधन में हैं भी या नहीं, बिहार में दोनों गठबंधनों ने करोड़ों रुपए में सीट बेचा है
जन सुराज पार्टी का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है। पार्टी की नीतियों व सूत्रधार प्रशांत किशोर के विचारों से प्रभावित होकर अलग अलग राजनीतिक दलों के लोग जन सुराज में शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में आज गुरुवार को पूर्व सांसद व अररिया के जोकीहाट से चार बार विधायक रहे सरफराज आलम जन सुराज पार्टी में शामिल हो गए। पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर के साथ ही राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने शेखपुरा हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उनका स्वागत किया।
इस मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि सरफराज आलम जी के परिवार का सीमांचल की राजनीति में बहुत योगदान रहा है। हमें उम्मीद है कि अब जन सुराज से जुड़कर पार्टी को सीमांचल के इलाके में स्थापित करेंगे।
वहीं उन्होंने तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन पर भी हमला किया। कहा कि महागठबंधन को तो पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि मुकेश सहनी उनके साथ हैं या नहीं। बिना एक भी सीट पर चुनाव लड़ने की आधिकारिक घोषणा किए उन्होंने डिप्टी सीएम बनने का दावा कर दिया है। मूल बात यह है कि इस बार महागठबंधन ने खुल कर करोड़ों रुपये में टिकटों की बिक्री की है। कई जगहों पर महागठबंधन के दो-दो दलों ने उम्मीदवार दे दिए हैं।
प्रशांत किशोर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मुझे राघोपुर से चुनाव नहीं लड़ाने का फैसला पार्टी ने लिया है ताकि बाकी उम्मीदवारों की मदद कर सकें। तेजस्वी यादव और उनका पूरा परिवार मिलकर भी हमको नहीं डरा सकता है। आप देखिएगा, राघोपुर में उनको तीसरे नंबर पर धकेल देंगे।
वहीं पार्टी में शामिल होने के बाद सरफराज आलम ने कहा कि मैं लंबे अरसे से घुटन महसूस कर रहा था। प्रशांत जी ने बिहार को बदलने का ठाना है। अब हम भी जन सुराज को सभी 243 सीटों पर जीत दिलाने के लिए काम करेंगे।
सरफराज आलम पूर्व केंद्रीय मंत्री व सीमांचल की राजनीति के बड़े मुस्लिम चेहरे रहे स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन के पुत्र हैं। वो साल 1996 में पहली बार राजद के टिकट पर जोकीहाट से उपचुनाव जीतकर विधायक और बिहार सरकार में मंत्री बने थे। इसके बाद साल 2000, 2010 और 2015 में भी विधायक रहे। सांसद पिता तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद साल 2018 में हुए संसदीय उपचुनाव में जीत दर्ज कर सांसद भी बने। उनके भाई शाहनवाज आलम फिलहाल जोकीहाट विधानसभा से राजद के विधायक हैं।
इस दौरान प्रदेश मीडिया प्रभारी ओबैदुर रहमान, प्रवक्ता कैप्टेन राजीव रंजन और तारिक अनवर चंपारणी भी मौजूद रहे।