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खबर लखनऊ :स्वस्थ आज और सुरक्षित कल के लिए पोषण साक्षरता अनिवार्य : लीना जौहरी स्वस्थ जीवन शैली और संतुलित आहार – बच्चों ...
14/10/2025

खबर लखनऊ :स्वस्थ आज और सुरक्षित कल के लिए पोषण साक्षरता अनिवार्य : लीना जौहरी

स्वस्थ जीवन शैली और संतुलित आहार – बच्चों और किशोरों के विकास का आधार विषय पर पोषण पाठशाला आयोजित,
राष्ट्रीय पोषण माह के तहत मंगलवार को महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा “स्वस्थ जीवन शैली और संतुलित आहार – बच्चों और किशोरों के विकास का आधार” विषय पर पोषण पाठशाला आयोजित की गई। इसमें सभी जिलों के ICDS अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, माताएँ, अभिभावक और किशोरियाँ ऑनलाइन जुड़ीं।
अपर मुख्य सचिव लीना जौहरी ने कहा कि “स्वस्थ आज और सुरक्षित कल के लिए पोषण साक्षरता अनिवार्य है।” उन्होंने बताया कि इस पहल का उद्देश्य अधिक से अधिक परिवारों तक भोजन और पोषण संबंधी सही जानकारी पहुँचाना तथा समुदाय में पोषण के प्रति व्यवहारिक बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि बच्चों और किशोरों में बढ़ता मोटापा अब कुपोषण का नया स्वरूप बन गया है, जिससे गैर-संचारी रोगों का खतरा बढ़ता है।
उन्होंने बताया कि संभव अभियान के तहत प्रदेश के 1.28 करोड़ बच्चों का वजन और लंबाई मापी गई, जिनमें 2.66% बच्चे मोटापे से ग्रसित और 3.53% बच्चों का वजन सामान्य से अधिक पाया गया। इस वर्ष के पोषण अभियान की थीम में “मोटापा निवारण – चीनी, नमक एवं तेल के उपभोग में कमी और IYCF प्रैक्टिसेस” को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि संतुलित आहार, नियमित शारीरिक गतिविधि और स्वस्थ जीवनशैली को जन-आंदोलन का रूप देना आवश्यक है।
एसजीपीजीआई की वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पियाली भट्टाचार्य ने बताया कि जीवन के पहले 1000 दिन शिशु के स्वास्थ्य और भविष्य की नींव रखते हैं। इस दौरान संतुलित पोषण और स्तनपान शारीरिक व मानसिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। किशोरावस्था दूसरा अवसर है, जब शरीर को अतिरिक्त पोषण और पर्याप्त नींद व गतिविधि की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि अस्वास्थ्यकर आहार न केवल शरीर बल्कि मस्तिष्क, व्यवहार और शैक्षणिक प्रदर्शन को भी प्रभावित करता है।
उन्होंने छह माह तक केवल स्तनपान, छह माह बाद ऊपरी आहार की शुरुआत, एक वर्ष तक नमक और दो वर्ष तक चीनी से परहेज, तथा जंक फूड और सॉफ्ट ड्रिंक्स से बचने की सलाह दी।
मलिहाबाद ब्लॉक की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनामिका ने कहा कि प्रशिक्षण से सही खानपान और संतुलित जीवनशैली के महत्व की उपयोगी जानकारी मिली, जिसे वे लाभार्थियों और परिवारों के साथ साझा करेंगी।
इस अवसर पर निदेशक आईसीडीएस सरनीत कौर ब्रोका और उपनिदेशक डॉ. अनुपमा शांडिल्य ने कहा कि संतुलित भोजन और नियमित जीवनशैली स्वस्थ शारीरिक एवं मानसिक विकास की कुंजी हैं। उन्होंने कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग देने के लिए यूनिसेफ, यूपीटीएसयू और एनआईसी को धन्यवाद ज्ञापित किया।

खबर लखनऊ :दिवाली मनाएं, लेकिन सावधानी सेः डॉ0 सूर्यकान्तकिंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के रेस्पिरेटरी मेडिसिन व...
13/10/2025

खबर लखनऊ :दिवाली मनाएं, लेकिन सावधानी सेः डॉ0 सूर्यकान्त

किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने दीपावली के अवसर पर लोगों से सुरक्षित और प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दीपों का यह पर्व प्रकाश और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है, इसे पटाखों की धमक और धुएं से नहीं, बल्कि दीपों की रोशनी से मनाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि पौराणिक पृष्ठभूमि के अनुसार, इस दिन को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की अयोध्या वापसी से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि चौदह वर्ष के कठिन वनवास और अत्याचारी रावण का वध करने के बाद श्रीराम इसी दिन अयोध्या लौटे थे। अयोध्यावासियों ने दीप जलाकर उनका भव्य स्वागत किया था। आधुनिक विज्ञान और गूगल सर्च से यह भी प्रमाणित हो चुका है कि लंका से अयोध्या आने में लगभग 20–21 दिन लगते हैं। यही कारण है कि दशहरे के लगभग 20 दिन बाद दीपावली मनाई जाती है। समय के साथ दीपावली का स्वरूप काफी बदल चुका है। अब यह केवल धार्मिक उत्सव नहीं रहा, बल्कि आर्थिक और मनोरंजन की परंपराओं से भी जुड़ गया है। आतिशबाजी का अत्यधिक प्रयोग इसमें सबसे गंभीर समस्या बन चुका है। इससे वायु प्रदूषण का स्तर 200 प्रतिशत तक बढ़ जाता है, जो लंबे समय तक अपने जहरीले असर छोड़ता है।

ऑर्गेनाइजेशन फॉर कंजर्वेशन ऑफ एनवायरनमेंट एंड नेचर के अध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि आतिशबाजी के धुएं में कैडमियम, बेरियम, रूबीडियम, स्ट्रॉन्शियम और डाइऑक्सिन जैसे खतरनाक रसायन पाए जाते हैं। ये तत्व फेफड़ों, हृदय, आंखों और त्वचा पर गंभीर असर डालते हैं। आतिशबाजी से निकलने वाला धुआं न केवल वायु, बल्कि जल और मिट्टी को भी प्रदूषित करता है।

डॉ0 सूर्यकान्त ने कहा कि भारत में लगभग 4 करोड़ लोग अस्थमा और 6 करोड़ लोग सी.ओ.पी.डी. जैसी सांस की बीमारियों से पीड़ित हैं। ऐसे लोगों के लिए दीपावली का समय एक दुःस्वप्न साबित हो सकता है, क्योंकि पटाखों का धुआं और महीन धूल उनके फेफड़ों में आसानी से प्रवेश कर दम घुटने, दमा का दौरा पड़ने या दिल की परेशानी बढ़ाने का कारण बनता है।
उन्होंने दीपावली के अवसर पर सांस संबंधी रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अस्थमा, सी.ओ.पी.डी. और एलर्जी से पीड़ित व्यक्तियों के लिए दीपावली का समय विशेष रूप से सतर्क रहने का होता है, क्योंकि इस दौरान वायु में धूल, धुआं और प्रदूषण का स्तर कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे रोगी जितना संभव हो घर के अंदर रहें और अधिक से अधिक तरल पदार्थ ग्रहण करें। वायु प्रदूषण अधिक होने की स्थिति में मास्क का प्रयोग करें तथा इनहेलर का नियमित रूप से उपयोग करते रहें। उन्होंने सलाह दी कि यदि लक्षणों में सुधार न हो या सांस लेने में तकलीफ बढ़ जाए तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।

डॉ0 सूर्यकान्त ने कहा कि दीपावली के दौरान घरों में साफ-सफाई, पुताई और रंगाई-पेंटिंग का चलन बहुत आम है। स्वच्छता अत्यंत आवश्यक है, परंतु यह ध्यान रखना चाहिए कि सफाई के दौरान उठने वाली धूल, गंदगी और डस्ट माइट्स जैसे सूक्ष्म कण हमारे नाक और मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। अस्थमा, नाक की एलर्जी और अन्य श्वसन रोगियों के लिए ये धूलकण अत्यंत हानिकारक होते हैं। रंग, पेंट और वार्निश में उपस्थित रसायन भी श्वसन तंत्र को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे सांस के रोगियों के लक्षण बढ़ सकते हैं और उन्हें अधिक तकलीफ हो सकती है। इसलिए ऐसे रोगियों को घर की सफाई, पेंटिंग या सजावट के कार्यों से दूर रहना चाहिए। यदि घर में रंग या वार्निश किया जा रहा हो, तो जब तक उसकी गंध पूरी तरह समाप्त न हो जाए, तब तक रोगी को उस स्थान से दूर रहना चाहिए। दीपावली के उल्लास में अपनी सेहत की उपेक्षा न करें, क्योंकि थोड़ी सी सावधानी ही गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं से बचा सकती है।

डॉ0 सूर्यकान्त ने दीपावली के अवसर पर हृदय एवं उच्च रक्तचाप से पीड़ित व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि दिवाली के दौरान पटाखों की तेज आवाज और वायु में बढ़ता प्रदूषण ऐसे मरीजों के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकता है। उच्च रक्तचाप या हृदय रोग से पीड़ित व्यक्तियों को पटाखों की तेज आवाज और धुएं से यथासंभव दूरी बनाए रखनी चाहिए। अत्यधिक शोर और प्रदूषण से रक्तचाप अचानक बढ़ सकता है, जिससे बेचैनी, घबराहट, सिरदर्द, चक्कर या दिल की धड़कन तेज होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत आराम करें और डॉक्टर से संपर्क करने में विलंब न करें। उन्होंने यह भी कहा कि जिन व्यक्तियों की हाल ही में एंजियोप्लास्टी या बाईपास सर्जरी हुई है, उन्हें दीपावली पर पटाखों और धुएं से पूरी तरह बचना चाहिए। इन परिस्थितियों में शोर और प्रदूषण दोनों ही हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालते हैं, जिससे गंभीर जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं।

डॉ0 सूर्यकान्त ने दीपावली के दौरान आंखों और त्वचा की सुरक्षा पर भी विशेष बल दिया। उन्होंने बताया कि यदि कोई पटाखा आंख में लग जाए तो आंख को रगड़ें नहीं, बल्कि तुरंत साफ पानी से धोकर डॉक्टर से संपर्क करें। आतिशबाजी की रोशनी में सीधे न देखें और जहां तक संभव हो प्रोटेक्टिव ग्लासेज का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि सिंथेटिक कपड़ों की बजाय सूती और मोटे कपड़े पहनना अधिक सुरक्षित है। बच्चों को पटाखों से दूर रखें और किसी भी परिस्थिति में पटाखे जेब में न रखें। यदि त्वचा जल जाए तो केवल ठंडे पानी से धोएं, लेकिन उस पर मक्खन, तेल या पाउडर जैसे घरेलू पदार्थ न लगाएं।

नेशनल कोर समिति, डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन के सदस्य डॉ0 सूर्यकान्त ने सभी नागरिकों से अपील की कि दीपावली को दीपों का पर्व ही रहने दें, “पटाखावली” न बनाएं। उन्होंने कहा कि आतिशबाजी यदि करनी भी हो तो खुले स्थान पर, ज्वलनशील वस्तुओं से दूर और सावधानीपूर्वक करें। पास में पानी या बालू की बाल्टी अवश्य रखें ताकि आकस्मिक स्थिति में तुरंत उपयोग किया जा सके।

उन्होंने पर्यावरण की दृष्टि से कम हानिकारक विकल्पों जैसे इलेक्ट्रॉनिक आतिशबाजी या कम्प्रेस्ड एयर तकनीक से बनी आतिशबाजी का प्रयोग करने की सलाह दी, जो शोर और प्रदूषण दोनों को कम करती हैं। साथ ही, चीन निर्मित पटाखों से बचने की भी चेतावनी दी क्योंकि वे अधिक विषैले और नुकसानदेह होते हैं। दीपावली के अवसर पर प्राथमिक उपचार हेतु बर्फ और पानी पास रखें, और किसी भी दवा का सेवन चिकित्सक की सलाह से ही करें।

अंत में डा0 सूर्यकान्त ने कहा कि – “दीपावली का असली संदेश है – अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ना। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी खुशी किसी दूसरे के स्वास्थ्य या पर्यावरण के लिए खतरा न बने। दीप जलाएं, प्रदूषण नहीं।”

खबर प्रयागराज :राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन का आवाज से अंजाम तक मुहिम लांचअंतिम पीड़ित के अधिकारों के सुरक्षा तक चलेगा अभि...
13/10/2025

खबर प्रयागराज :राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन का आवाज से अंजाम तक मुहिम लांच

अंतिम पीड़ित के अधिकारों के सुरक्षा तक चलेगा अभियान।

प्रयागराज। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो ने अपने जनरल हाउस में पारित प्रस्ताव के अनुसार पूरे भारतवर्ष में आवाज से अनजाम तक नामक अभियान की शुरुआत कर रहा है जिसमें अंतिम पीड़ित के अधिकारों की सुरक्षा तक यह अभियान जारी रहेगा।
उपरोक्त जानकारी देते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के चेयरमैन आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि संगठन के जनरल हाउस में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि संगठन में वार्ड टीम, ब्लॉक टीम, तहसील व तालुका टीम, जिला टीम, मंडल टीम, प्रदेश टीम एवं राष्ट्रीय टीम में से किसी भी टीम द्वारा उठाए गए किसी भी प्रकरण को उसके अंतिम परिणाम तक ले जाया जाएगा जिसके लिए संगठन ने एक व्यापक रणनीति बनाकर लागू कर दिया है। संगठन ने अपने सभी स्वयंसेवकों, सदस्यों व पदाधिकारियों को पूरे मनोयोग से संगठनहित, समाजहित, जनहित व राष्ट्रहित की भावना से कार्य करने के लिए निर्देशित किया है। आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि संगठन अपने इस मुहिम को तब तक चलाएगा जब तक भारतवर्ष के अंतिम पीड़ित व्यक्ति के अधिकारों की सुरक्षा नहीं हो जाती जिसके लिए भारतवर्ष के सभी क्षेत्रों में संगठन के व्यापक विस्तार के साथ पूर्णतया पारदर्शी, निष्पक्ष और लोकतांत्रिक लिखित व्यवस्था के अनुसार कार्य किए जाने की सुनिश्चित रणनीति बनाई गई है। इस अवसर पर संगठन के चेयरमैन आर के पाण्डेय एडवोकेट के साथ कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित कृष्ण कुमार तिवारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज कुमार दीक्षित, श्रीकांत वर्मा, राष्ट्रीय सचिव रोशन लाल, चिराग जोशी, विकास तिवारी धनंजय मनार, महाराष्ट्र के प्रदेश उपाध्यक्ष पंडित प्रमोद जाल्टे, फरीदाबाद से राजेंद्र कार्की, गांधीनगर के जिलाध्यक्ष अतुल पटेल सहित सैकड़ों मानवाधिकार कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

खबर लखनऊ :रेड रन मैराथन : स्वस्थ जीवन शैली और एड्स जागरूकता का संदेश*श्री रविंद्र कुमार , आई ए एस द्वारा हरी झंडी दिखा क...
12/10/2025

खबर लखनऊ :रेड रन मैराथन : स्वस्थ जीवन शैली और एड्स जागरूकता का संदेश*

श्री रविंद्र कुमार , आई ए एस द्वारा हरी झंडी दिखा कर मैराथन की गई रवाना

उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (UPSACS) एवं नेशनल पी जी कॉलेज द्वारा संयुक्त आयोजन..

युवा ऊर्जा, स्वास्थ्य और सामाजिक जागरूकता को समर्पित एक प्रेरणादायी पहल के रूप में उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (UPSACS) ने नेशनल पी जी कॉलेज लखनऊ के सहयोग से “रेड रन मैराथन” का सफल आयोजन 12 अक्टूबर 2025 को किया। इस 10 किलोमीटर लंबी दौड़ का उद्देश्य युवाओं में स्वास्थ्य, फिटनेस एवं एड्स-जागरूकता को बढ़ावा देना था।
दौड़ को सोसाइटी के अपर परियोजना निदेशक श्री रविंद्र कुमार , आई ए एस, नेशनल पी जी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. डी. के. सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

दौड़ का प्रारंभ नेशनल पी.जी. कॉलेज के खेल मैदान से हुआ, जो 1090 चौराहे तक जाकर पुनः कॉलेज परिसर पर समाप्त हुई ।
इस मौके पर श्री रविन्द्र कुमार ने कहा कि “रेड रन केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि एक आंदोलन है — स्वस्थ और जागरूक समाज की ओर कदम।”
संयुक्त निदेशक, UPSACS श्री रमेश श्रीवास्तव ने एड्स उन्मूलन में जागरूकता और शिक्षा की भूमिका पर बल दिया, वहीं श्री राजेश सिंह, सचिव, मोतीमहल सोसाइटी ने कॉलेज के सतत सामाजिक योगदान की प्रशंसा की।

यह मैराथन 17 से 25 वर्ष की आयु वर्ग के लिए आयोजित की गई, जिसमें कुल चार श्रेणियाँ थीं — राज्य स्तर (पुरुष एवं महिला) तथा लखनऊ शहर स्तर (पुरुष एवं महिला)। कार्यक्रम में लगभग 600 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें 25 जनपदों से आए 100 छात्र-छात्राएँ राज्य श्रेणी में एवं लखनऊ के विभिन्न महाविद्यालयों से लगभग 500 छात्र-छात्राएँ नगर श्रेणी में सम्मिलित हुए ।

UPSACS से अनुज दीक्षित एवं पवन चंदेल
भी उपस्थित रहे।

इस भव्य आयोजन के समन्वयक प्रो. राकेश पाठक रहे, जिन्होंने सफल संचालन एवं सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित की।

सभी प्रतिभागियों को टी-शर्ट एवं भागीदारी प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। प्रत्येक श्रेणी के पहले दस प्रतिभागियों को पदक तथा शीर्ष तीन विजेताओं को क्रमशः ₹11,000, ₹9,000 एवं ₹7,000 के नकद पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई।
ये रहे विजेता :
• राज्य स्तर (पुरुष): प्रथम – पुनीत , द्वितीय – रोहन कुमार, तृतीय – राहुल यादव
• राज्य स्तर (महिला): प्रथम – किरण वर्मा, द्वितीय – प्रीति देवी, तृतीय – अर्चना यादव
• शहर स्तर (पुरुष): प्रथम – पंकज यादव, द्वितीय – प्रदीप कुमार, तृतीय – मंजीत कुमार
• शहर स्तर (महिला): प्रथम – प्रतिज्ञा पन्ना, द्वितीय – अनीमा, तृतीय – मंजू

खबर रायबरेली:"टेली मानस” हेल्पलाइन -14416  पर कॉल कर मानसिक स्वास्थ्य  सेवाओं का लाभ लें : मुख्य चिकित्सा अधिकारी जनपद म...
11/10/2025

खबर रायबरेली:"टेली मानस” हेल्पलाइन -14416 पर कॉल कर मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लें : मुख्य चिकित्सा अधिकारी

जनपद में मनाया गया विश्व मानसिक दिवस
सीएचसी बेला-भेला में जागरूकता कार्यक्रम अयोजित
स्वास्थ्य शिविर में कुल 226 मरीजों का जांचा गया मानसिक स्वास्थ्य

राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जनपद में 10 अक्तूबर को विश्व मानसिक दिवस मनाया गया । इसी क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेला-भेला पर जागरूकता कार्यक्रम एवं मानसिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित हुआ जिसका उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा ने फीता काटकर किया ।
इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि हर साल 10 अक्टूबर को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है । इस साल इस दिवस की थीम है - " Access to Services- Mental Health in Catastrophes and emergencies"(आपदाओं तथा आपात स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य तक पहुंच) ।
थीम के अनुसार – आपदाओं तथा आपात स्थितियों में हर किसी की मानसिक स्वास्थ्य तक पहुँच होनी चाहिए | आपदाओं में व्यक्ति को भौतिक व शारीरिक नुकसान ही नहीं होता है बल्कि उसका मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है | किस भी तरह की आपदा के बाद मानसिक स्वास्थ्य को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है | कोरोना काल का ही उदाहरण ले लें | इस आपात स्थिति ने बड़ी संख्या में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया | जनपद में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत लोगों को सेवाएं दी जा रही हैं | टेली मानस” हेल्पलाइन -14416 जारी की गई है जिस पर कॉल कर मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवाओं का लाभ ले सकते हैं |

जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी.एस.अस्थाना ने बताया कि जिला अस्पताल के कमरा नम्बर 63 में मानसिक रोग विशेषज्ञ अपनी सेवाएं देते हैं इसके आलावा समय-समय पर सीएचसी पर शिविर लगाये जाते हैं |
इस अवसर पर आयोजित स्वास्थ्य शिविर में कुल 226 मरीजों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच की गई|
इस कार्यक्रम मे सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. राकेश कुमार यादव, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रत्नाकर पाण्डेय, जिला मानसिक टीम के चिकित्सक एवं चिकित्सालय के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे |

खबर प्रयागराज :1 दिन का दिखावटी अधिकारी नहीं, 1 दिन का वास्तविक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री ब...
11/10/2025

खबर प्रयागराज :1 दिन का दिखावटी अधिकारी नहीं, 1 दिन का वास्तविक राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री बनाएं

1 दिन के दिखावटी पद के बजाय जीवन भर के लिए रोजगार की व्यवस्था कर भविष्य संवारे सरकार,मिशन शक्ति के नाम पर बच्चों ने विभेद अनुचित।

प्रयागराज। विगत लंबे समय से आए दिन मिशन शक्ति के नाम पर मात्र दिखावे के लिए किसी छात्रा को मात्र 1 दिन का कोई अधिकारी बनाकर मात्र फोटोबाजी, वीडियोबाजी व न्यूजबाजी को वरिष्ठ समाजसेवी अधिवक्ता आर के पाण्डेय ने समाज में बच्चों के बीच विभेदकारी आत्मघाती अनुचित कदम बताते हुए सरकार से आग्रह किया है कि वह दिखावटी नाटक कराने के बजाय वास्तविक रूप से बच्चों का भविष्य संवारने के लिए उनमें समानता का माहौल बनाते हुए उन्हें जीवन भर के लिए रोजगार मुहैया कराए।
उपरोक्त बातें मीडिया से करते हुए वरिष्ठ समाजसेवी अधिवक्ता आर के पाण्डेय ने कहा कि यह निहायत ही निंदनीय, शर्मनाक व लोकतांत्रिक व्यवस्था पर बदनुमा काका धब्बा है की आजादी के 78 वर्षों की बाद भी भारत वर्ष में जानबूझकर जातिवादी, वर्गवादी, धर्मवादी, क्षेत्रवादी दृष्टिकोण अपनाकर लोगों में विभाजन की रेखा खींची जाती है जोकि तत्काल बंद होना चाहिए। आर के पाण्डेय एडवोकेट ने कहा कि अब समय आ गया है कि विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका व सामाजिक संगठनों को आगे आकर 1 राष्ट्र, 1 व्यवस्था की बात करते हुए उसे लागू भू करना चाहिए। उन्होंने चुनौतीपूर्ण ढंग से कहा कि जो अधिकारी व नेता किसी बच्चे को 1 दिन को दिखावटी अधिकारी के रूप में कुर्सी पर बैठाते हैं वे अपने पद से त्यागपत्र देकर अपने कुर्सी पर किसी योग्य बच्चे की सदैव के लिए अपनी नौकरी क्यों नहीं दे देते।

खबर अयोध्या :निर्धन बेसहारा बच्चों का पीडब्ल्यूएस शिक्षालय में पंजीकरण शुरू 1 राष्ट्र, 1 शिक्षा, 1 व्यवस्था।1 ईंट 1 रूपय...
09/10/2025

खबर अयोध्या :निर्धन बेसहारा बच्चों का पीडब्ल्यूएस शिक्षालय में पंजीकरण शुरू

1 राष्ट्र, 1 शिक्षा, 1 व्यवस्था।1 ईंट 1 रूपये से निर्माण।1 रूपये से संचालन।

परमशक्ति धाम अयोध्या विकास क्षेत्र। 1 राष्ट्र, 1 शिक्षा, 1 व्यवस्था के कार्य योजना पर आधारित व 1 ईंट 1 रूपये के जन सहयोग से निर्माणाधीन पीडब्ल्यूएस शिक्षालय में आगामी शिक्षा सत्र 2026-27 से औपचारिक शिक्षण व्यवस्था का शुभारंभ होने जा रहा है जिसके लिए 111 दिवसीय विशेष पंजीकरण अभियान के अंतर्गत समाज के निर्धन बेसहारा बच्चों का पंजीकरण शुरू किया जा रहा है जोकि 11 अक्टूबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक चलेगा।
उपरोक्त की जानकारी देते हुए पीडब्ल्यूएस प्रमुख आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि उपरोक्त 111 दिवसीय विशेष पंजीकरण अभियान के अंतर्गत भारत वर्ष का कोई भी निर्धन बेसहारा बच्चा स्वयं अथवा पीडब्ल्यूएस शिक्षालय परिवार के सदस्यों के माध्यम से संबंधित निर्धन बेसहारा बच्चे का नाम, जन्म तिथि, उसके माता व पिता का नाम, आधार कार्ड संख्या, पता तथा संपर्क सूत्र पीडब्ल्यूएस शिक्षालय के हेल्प लाइन नंबर 9450505025 पर मैसेज करके पंजीकरण करा सकता है। इस प्रकार सी प्रत्येक पंजीकृत बच्चे का पंजीकरण संख्या संबंधित बच्चे को उपलब्ध कराया जाएगा तथा शिक्षा प्राप्त करने हेतु उसके सूचना देकर बुलाया जाएगा। आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि निर्धारित अवधि में पंजीकृत बच्चों की संख्या के अनुसार आगामी शिक्षा सत्र 2026-27 में सुव्यवस्थित तरीके से शिक्षालय का संचालन होगा। इस प्रश्न पर कि क्या पीडब्ल्यूएस शिक्षालय में आम जनमानस के बच्चों के शिक्षा की भी व्यवस्था होगी आर के पाण्डेय एडवोकेट ने बताया कि इस शिक्षालय में आम जनमानस के बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ समाज के सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु व्यवस्था बनाया गया है जिसमें प्रथम वरीयता निर्धन बेसहारा बच्चों को दी जाएगी तथा उसके बाद आम जनमानस के बच्चों की भी व्यवस्था होगी। उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूएस शिक्षालय एक ही छत के नीचे व एक ही कक्षा में समाज के सभी बच्चों को एक समान व्यवस्था के अनुसार शिक्षा प्राप्त करने की व्यवस्था कर रहा हैं जहां सभी राष्ट्रभक्त हिन्दुस्तानी बच्चे एक समान होंगे। यहां पर कोई भी जातिवादी, वर्गवादी, धर्मवादी, क्षेत्रवादी व कोई वीवीआईपी, वीआईपी, आम व खास व्यवस्था में विभाजन न होकर सभी के लिए एक समान व्यवस्था पूर्णतया पारदर्शी, निष्पक्ष व लोकतांत्रिक लिखित कार्य योजना के अंतर्गत शिक्षा प्राप्त करने की सुव्यवस्थिति रणनीति बनाई गई है।
बता दें कि पीडब्ल्यूएस शिक्षालय का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस के बच्चों को बेहतर शिक्षा के साथ समाज के सभी निर्धन बेसहारा बच्चों को पूर्णतया निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना, समाज में शत प्रतिशत साक्षरता की व्यवस्था करना, सामाजिक सेवा कार्य को गति प्रदान करना, अयोध्या दर्शनार्थियों को निःशुल्क ठहराव की व्यवस्था करना व अपने राष्ट्र भारत वर्ष को एक शिक्षित, विकसित व आत्मनिर्भर विश्वगुरु राष्ट्र बनाना है।

खबर प्रयागराज :ऑल इंडिया पत्रकार एकता संघ में जतिन कुमार चतुर्वेदी और सतीश कुमार पाण्डेय का हुआ प्रमोशनऑल इंडिया पत्रकार...
09/10/2025

खबर प्रयागराज :ऑल इंडिया पत्रकार एकता संघ में जतिन कुमार चतुर्वेदी और सतीश कुमार पाण्डेय का हुआ प्रमोशन

ऑल इंडिया पत्रकार एकता संघ ने अपने दो समर्पित सदस्यों, जतिन कुमार चतुर्वेदी और सतीश कुमार पाण्डेय पर भरोसा जताते हुए उन्हें महत्वपूर्ण पदों पर पदोन्नत किया है। दोनों ही पत्रकार 2019 से संघ को अपनी सेवाएँ दे रहे हैं।

पदोन्नति की घोषणा:संस्थापक दिनेश दीक्षित और राष्ट्रीय अध्यक्ष के डी सिंह ने आज यह घोषणा की।
जतिन कुमार चतुर्वेदी को मंडल अध्यक्ष एवं मंडल महामंत्री के पद से प्रमोट कर मंडल प्रभारी बनाया गया है।
सतीश कुमार पाण्डेय को मंडल संरक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया है।
संघ ने विश्वास व्यक्त किया है कि ये दोनों पदाधिकारी अपना अमूल्य समय देते हुए संघ को और आगे बढ़ाएँगे।
संघ का उद्देश्य: नेतृत्व ने आशा जताई है कि जतिन कुमार चतुर्वेदी और सतीश कुमार पाण्डेय पत्रकारों पर होने वाले उत्पीड़न या किसी गरीब को परेशान किए जाने की स्थिति में उनकी आवाज बनेंगे और न्याय के लिए संघर्ष करेंगे।
यह पदोन्नति उनकी पिछली सेवाओं को सम्मान देने और उन्हें नई जिम्मेदारियाँ सौंपने का प्रतीक है।

खबर लखनऊ :अब नहीं छूटेगी कोई मां—धात्री महिलाओं में एनीमिया की होगी नियमित जांच और उपचारसभी धात्री महिलाओं के हीमोग्लोबि...
09/10/2025

खबर लखनऊ :अब नहीं छूटेगी कोई मां—धात्री महिलाओं में एनीमिया की होगी नियमित जांच और उपचार

सभी धात्री महिलाओं के हीमोग्लोबिन स्तर पर रखी जाएगी नजर,
प्रदेश में अब प्रसव के 24 से 48 घंटे के भीतर तथा डेढ़, ढाई और साढ़े तीन महीने पर सभी धात्री महिलाओं के हीमोग्लोबिन की जांच की जाएगी। जांच का परिणाम मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड पर दर्ज किया जाएगा और आवश्यकतानुसार एनीमिया का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा। इस संबंध में महानिदेशक, परिवार कल्याण, डॉ. पवन कुमार अरुणा ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

डॉ. अरुणा ने बताया कि प्रदेश की लगभग 58 प्रतिशत धात्री महिलाएं एनीमिया से प्रभावित हैं, जो चिंता का विषय है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए “टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट” रणनीति के तहत यह पहल शुरू की गई है। इसके तहत प्रसव के तुरंत बाद हीमोग्लोबिन की जांच कर उपचार किया जाएगा, जबकि आगे की तीन फॉलो-अप जांचें आशा कार्यकर्ता सुनिश्चित करेंगी।

धात्री महिलाओं को प्रसव के बाद 180 आयरन (IFA) और 360 कैल्शियम गोलियां दी जाएंगी। साथ ही, ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस (VHSND) और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस पर भी महिलाओं की हीमोग्लोबिन जांच और परिवार नियोजन पर काउंसलिंग की जाएगी।
डॉ. अरुणा ने कहा कि किसी भी धात्री महिला को छूटने नहीं दिया जाएगा। यदि प्रसव निजी अस्पताल में हुआ है, तो संबंधित आशा कार्यकर्ता घर जाकर उसकी जांच कर स्वास्थ्य केंद्र पर रिफर करेंगी। गंभीर एनीमिया के मामलों में महिलाओं को उच्च केंद्र पर भेजने के लिए 102 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने बताया कि सभी स्वास्थ्य इकाइयों एवं एएनएम के पास डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर उपलब्ध हैं, जिससे जांच में पारदर्शिता और त्वरित परिणाम सुनिश्चित होंगे।

संयुक्त निदेशक, मातृ स्वास्थ्य, डॉ. शालू गुप्ता ने कहा कि धात्री महिलाओं में एनीमिया का प्रभावी प्रबंधन माँ और शिशु दोनों के स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। इससे नवजात की वृद्धि, प्रतिरोधक क्षमता और मातृ मृत्यु दर में सुधार संभव होगा।
एनीमिया के प्रमुख कारण:
• प्रसव या गर्भावस्था के दौरान रक्त की कमी।
• दूध उत्पादन के कारण शरीर से पोषक तत्वों का ह्रास।
• संतुलित आहार की कमी या आयरन-फोलिक एसिड का सेवन न करना।
प्रभाव:
• कमजोरी, थकान, चक्कर आना।
• मानसिक तनाव और दूध की गुणवत्ता में कमी।
• बच्चे की वृद्धि और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर।
क्या करें:
• आयरन और कैल्शियम की गोलियों का नियमित सेवन।
• हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड़, चना, दाल का नियमित सेवन।
• आयरन की गोली नींबू पानी के साथ लें और कैल्शियम से कम से कम 2 घंटे का अंतर रखें।
• भोजन लोहे की कढ़ाई में पकाएं।

लाभार्थी की बात: मलिहाबाद की सविता बताती हैं कि प्रसव के बाद आयरन की गोलियां नियमित रूप से नहीं खाईं जबकि चिकित्सक ने उन्हें खाने की हिदायत दी थी। क्या यह सही है ?

मेजा के लाल को राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने किया सम्मानित--- प्रयागराज में सम्मान समारोह। प्रयागराज। राष्ट्रीय मानवाधिक...
07/10/2025

मेजा के लाल को राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने किया सम्मानित

--- प्रयागराज में सम्मान समारोह।

प्रयागराज। राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं भ्रष्टाचार नियंत्रण ब्यूरो ने प्रयागराज में मेजा तहसील के निवासी युवा समाजसेवी मानवाधिकार कार्यकर्ता अंश शुक्ल प्रिंस तथ्य अमन पाठक को प्रयागराज के नैनी में आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया।
उपरोक्त जानकारी राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती मनीषा पाण्डेय द्वारा दी गई है। इस अवसर संगठन के दर्जनों समाजसेवी मानवाधिकार कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

खबर अयोध्या :तू डाल - डाल, मैं पात -पात,शासन - प्रशासन व ब्राह्मण संगठनों में रस्साकसी के बीच ब्राह्मण संगठनों का कार्यक...
07/10/2025

खबर अयोध्या :तू डाल - डाल, मैं पात -पात,शासन - प्रशासन व ब्राह्मण संगठनों में रस्साकसी के बीच ब्राह्मण संगठनों का कार्यक्रम सफल

हाई कोर्ट के जातिवादी सम्मेलन के विरुद्ध आदेश के आड़ में रजिस्टर्ड संगठनों के बैठक में बाधा का प्रयास।

नंदीग्राम, भरतकुंड, अयोध्या। एक शब्द के मायने क्या से क्या गजब करा सकते हैं इसका ताजा उदाहरण भारत वर्ष के सभी ब्राह्मण संगठनों के अयोध्या के नंदीग्राम, भरतकुंड में आयोजित सफल भव्य कार्यक्रम के दौरान देखने को मिला जहां तू डाल -डाल मैं पात -पात के खेल में शासन - प्रशासन व ब्राह्मण संगठनों के बीच जबरदस्त रस्साकसी के बीच ब्राह्मण संगठनों ने स्थानीय पुलिस बल के उपस्थिति के बावजूद न सिर्फ सफल आयोजन करके दिखाया बल्कि अपने 5 सूत्रीय मांगों के जरिए शासन - प्रशासन के माथे पर बल ला दिया। ब्राह्मणों संगठनों ने सत्तारूढ़ सरकार व स्थानीय शासन - प्रशासन को हाई के आर्डर को ठीक से देखने, पढ़ने, समझने व सही से लागू करने की नसीहत भी दी।
जानकारी के अनुसार अखिल भारतीय संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के संस्थापक संरक्षक पंडित कृपाणिधान तिवारी के नेतृत्व में अयोध्या के नंदीग्राम, भरतकुंड में ब्राह्मण महाकुंभ महीनों पहले से सुनिश्चित था जिसे हाई कोर्ट इलाहाबाद के एक आदेश के तहत जातिवादी सम्मेलन के नाम पर शासन - प्रशासन ने रोकने के लिए पूरा जोर लगाया लेकिन कई दर्जन रजिस्टर्ड ब्राह्मण संगठनों का कहना था कि हाई कोर्ट ने जातिवादी सम्मेलन रोका है न किसी किसी संगठन की बैठक। उपस्थित ब्राह्मण संगठनों का दावा रहा कि वो अपने रजिस्टर्ड संगठनों का बैठक अपने बायलॉज के अनुसार कर सकते हैं। अंततः ब्राह्मण संगठनों ने न सिर्फ अपना सफल कार्यक्रम आयोजित करते हुए पूर्व निर्धारित कार्यक्रम स्थल पर ही भारत वर्ष के सबसे बड़े संगठन अखिल भारतीय संयुक्त ब्राह्मण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय कार्यकारिणी का चुनाव 4 अक्टूबर 2025 को सम्पन्न किया बल्कि 5 अक्टूबर 2025 को शासन - प्रशासन के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ संपन्न करने के साथ अपने 5 सूत्रीय मांगों को भी जोरदार तरीके से आगे बढ़ाते हुए सरकार को उन्हें मान लेने का अल्टीमेटम भी दे दिया। ब्राह्मण संगठनों ने एक स्वर से आवाज उठाया कि यदि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे धरना प्रदर्शन व आमरण अनशन को बाध्य होंगे जिसका खामियाजा आगामी चुनावों में सरकार को भुगतना पड़ सकता है। इन सबके बीच ब्राह्मण संगठनों ने दावा किया कि ब्राह्मण कोई जातिवादी नहीं बल्कि समाजहित, जनहित व राष्ट्रहित में सभी कार्य संपादित करते हैं। इस दौरान देखने को मिला कि स्थानीय पुलिस बल ब्राह्मण संगठनों के शब्दों के खेल में फंसकर किंकर्तव्यविमूढ़ मूकदर्शक बनकर अपनी उपस्थिति बनाए रखा। इस आयोजन में पंडित कृपाणिधान तिवारी, पंडित राधेश्याम शर्मा, पंडित आर के पाण्डेय एडवोकेट, पंडित अयोध्या प्रसाद, पंडित विनोद तिवारी आदि सहित दर्जनों ब्राह्मण संगठनों के सैकड़ों समाजसेवी उपस्थित रहे।

जतिन कुमार चतुर्वेदी साहित्य रत्न मानद सम्मान से विभूषित प्रख्यात कवि डॉ राकेश 'प्रतापगढ़ी' को मिला 'शाम-ए-अवध' सम्मान  ...
06/10/2025

जतिन कुमार चतुर्वेदी

साहित्य रत्न मानद सम्मान से विभूषित प्रख्यात कवि डॉ राकेश 'प्रतापगढ़ी' को मिला 'शाम-ए-अवध' सम्मान

नवाबों का शहर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 05 अक्टूबर 2025 को काशी हिन्दी विद्यापीठ द्वारा संचालित, अखिल भारतीय लेखक कवि कलाकार परिषद एवं रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच भारत (भारत सरकार से पंजीकृत संस्था ) द्वारा भव्य एवं विराट कवि सम्मेलन ' लखन‌ऊ काव्य संगम 2025 का आयोजन एस एस डी पब्लिक स्कूल रस मंच भारत) तथा प्रमुख संयोजक कवि इंद्रजीत तिवारी 'निर्भीक' जी (संस्थापक लेखक कवि कलाकार परिषद) एवं कार्यक्रम अध्यक्ष कवि नंदलाल मणि त्रिपाठी 'पीताम्बर' जी (प्रदेश अध्यक्ष लेखक कवि कलाकार परिषद) एवं मुख्य अतिथि डॉ प्रदीप कुमार गुप्ता जी (राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रवादी हिंदू शक्ति वाहिनी) एवं प्रमुख अतिथि डॉ राम लखन सिंह यादव (प्रख्यात कवि साहित्यकार, पूर्व जिला जज) द्वारा "शाम -ए-अवध" सम्मान 2025 से कवि डॉ राकेश 'प्रतापगढ़ी' को नवाजा गया। इस विराट कवि सम्मेलन में वरिष्ठ कवि सिद्धनाथ शर्मा 'सिद्ध' जी, कवि डॉ ओम प्रकाश द्विवेदी 'ओम' जी, भारतीय सेना से रिटायर्ड कैप्टन कवि डॉ सरोज जी, वरिष्ठ कवियत्री एवं लोक गायिका अनीता मिश्रा लखनवी जी वरिष्ठ कवियत्री गीता पाण्डेय अपराजिता जी एवं अनेक गणमान्य लोगों की गौरवमई उपस्थित सराहनीय रही।
बता दें कि कवि डॉ राकेश 'प्रतापगढ़ी'मूल रूप से प्रतापगढ़ जनपद के परसूपुर ग्राम पंचायत के (लहुरी बजेठी) गांव कोहंडौर थाना इलाके के रहने वाले हैं जिन्हें पूर्व में 'साहित्य रत्न' मानद सम्मान एवं 'वंदेमातरम् सम्मान' से विभूषित किया गया था। जनपद सहित अपने शहर व गांव का नाम रोशन करने वाले कवि डॉ राकेश 'प्रतापगढ़ी' को उनके शुभचिंतकों और प्रशंसकों ने बधाई दिया।

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