अखण्ड बेतिया - Akhand Bettiah

अखण्ड बेतिया - Akhand Bettiah बेतिया के जनहित की बातें |

10/07/2025
09/07/2025

चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह जी की PR Team पिछले कुछ दिनों में बहुत ही ज्यादा सक्रिय हो गई है। पर उन PR pages से कोई सवाल कर दे कि विधायक जी को क्यों फिर से टिकट मिलना चाहिए, तो उनका जवाब होता है कि उमाकांत सिंह जी भूमिहार हैं और जमीन से जुड़े नेता हैं।

तो मैं उन तमाम media houses या pages से कुछ सवाल पूछना चाहता हूं:

1. चनपटिया का विधायक होने के लिए क्या भूमिहार होना एक मात्र क्वालिफिकेशन चाहिए?
2. 5 साल विधायक रहे उमाकांत सिंह जी ने भूमिहार समाज के लिए क्या किया?
3. Vijay Thakur जी किस समाज से आते हैं? उनके साथ भेदभाव क्यों?
4. बिट्टू राय जी किस समाज से आते हैं? उनके लिए पार्टी और विधायक जी ने क्या किया?
5. मनीष कश्यप किस समाज से आते हैं? उनके साथ पार्टी ने क्या किया?

और अब एक सवाल चनपटिया के भूमिहार वोटर्स से - भूमिहार voters को इतने हल्के में क्यों लेकर बैठी है BJP?
क्या समाज सही गलत का फर्क नहीं देखता?
क्या N N Shahi जी भूमिहार समाज से नहीं आते?
क्या Prakash Rai जी भूमिहार समाज से नहीं आते?
क्या Saurabh Choudhary जी भूमिहार समाज से नहीं हैं?
क्या समीक्षा शर्मा जी भूमिहार समाज से नहीं आतीं?
क्या मनीष कश्यप जी भूमिहार समाज से नहीं हैं?

अब समय आ गया है बीजेपी को बताने का की भूमिहार समाज किसी party का वोट बैंक नहीं है? भूमिहार उसी को वोट देगा जो लायक होगा, जो चनपटिया का विकास करेगा, जो समाज के लिए खड़ा होगा, जो अपने कार्यकर्ता की इज्जत करेगा, जो खरीदकर नहीं बल्कि अपने मेहनत और काम से ticket लेकर आएगा।

आखिरी में बस यहीं कहना चाहूंगा कि समाज एकत्रित रहे और उस bahrupiye से बचे जो चनपटिया के हर एक कार्यकर्ता का हक मार के जबरदस्ती चनपटिया का बेटा बनने का प्रयास कर रहा।

धन्यवाद

05/07/2025

📢 *चनपटिया पूछ रहा है – विधायक उमाकांत सिंह और भाजपा/एनडीए सरकार से इस बार हिसाब!*

चुनाव करीब है, लेकिन विकास नहीं! 5 साल बित गए, मगर चंपाटिया की असली समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं:

🚧 टूटी सड़कें और गड्ढों का नाला
🚫 स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर और दवाओं की भारी कमी
🔌 किसानों को ना बिजली समय पर मिलती है, ना खाद और न्यूनतम समर्थन मूल्य
👷‍♂ बेरोजगार युवा पलायन को मजबूर

🏭 और सबसे बड़ा सवाल – चनपटिया की गौरवशाली “चीनी मिल” क्यों बनी खंडहर?

यह मिल 1994 से बंद है, जो हजारों परिवारों की रोज़ी-रोटी थी। सरकारों ने उद्घाटन के वादे तो ज़रूर किए, लेकिन मिल अभी भी खामोश है
स्थानीय किसान और श्रमिक हैं परेशान, खुले आम मांग कर रहे हैं: “चीनी मिल को फिर से चालू करो” ।

🧾 कुछ सख्त सवाल विधायक उमाकांत सिंह और एनडीए सरकार के लिए:
1994 में बंद हुई चीनी मिल के पुनरुद्धार के लिए आपने क्या ठोस पहल की?

स्वास्थ्य, शिक्षा और बिजली प्रदायगी में सुधार के लिए बजट खर्च कहाँ गया?

बेरोजगारी दूर करने के लिए आपने कौन सी रोजगार योजनाएँ लागू कीं?

🗣 जनता अब केवल वादों से संतुष्ट नहीं है — हम काम चाहते हैं!

➡ इस बार वोट करें विकास के हिसाब से, न कि सिर्फ प्रचार की चमक-दमक पर।

#चनपटिया_की_आवाज़
#चीनी_मिल_चरित
#उमाकांत_सिंह_का_हिसाब
#विधानसभा2025
#बदलाव_चाहिए

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05/07/2025

📢 लौरिया विधानसभा की जनता अब चुप नहीं बैठेगी!

हर बार चुनाव से पहले वादों की बौछार होती है, लेकिन ज़मीनी हकीकत आज भी परेशान करने वाली है।

🚧 जवाहिरपुर घाट पर पुल निर्माण अब भी अधूरा — जनता रोज़ जान जोखिम में डालकर पार करती है नदी

🚱 पीने के पानी और सिंचाई की व्यवस्था बदहाल
🏫 सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है
🏥 अस्पताल में दवाएं नहीं, डॉक्टर नहीं
💡 बिजली और सड़कों की हालत अब भी सुधार की राह देख रही है
💼 युवा आज भी रोजगार के लिए पलायन को मजबूर

अब बात वोट की नहीं, विकास की होगी!
लौरिया की जनता बदलाव चाहती है, और अब सवाल करेगी हर वादे पर।

#जनता_मांगे_जवाब #बिहारचुनाव2025

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05/07/2025

📢 नौतन विधानसभा की जनता पूछ रही है – कब मिलेगा विकास?

हर चुनाव में वादों की भरमार, लेकिन ज़मीनी हकीकत आज भी वही है! 😠

🚧 टूटी हुई सड़कों से परेशानी
🚱 गांवों में शुद्ध पीने के पानी की कमी
🏥 स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं का अभाव
📚 शिक्षा में गिरता स्तर और स्कूलों की बदहाल स्थिति
💼 युवाओं के लिए रोजगार अब भी सपना
🌾 किसान आज भी बेसहारा

अब बुलेटिन नहीं, बदलाव चाहिए।
वक्त आ गया है, सवाल उठाने का—not सिर्फ चेहरों पर, बल्कि कामों पर भरोसा करने का।

#विकास_की_मांग #जनता_पूछेगी

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05/07/2025

📢 सिकटा विधानसभा की असली तस्वीर!

चुनाव आते हैं, वादे भी आते हैं—but क्या समस्याएं कभी जाती हैं? 🤔

🚧 अब भी अधूरी पड़ी सड़कें
🚱 शुद्ध पानी और सिंचाई की भारी कमी
🏫 शिक्षा व्यवस्था बदहाल
🏥 अस्पताल तो हैं, लेकिन डॉक्टर नहीं
💡 गांवों में बिजली की आंख-मिचौली जारी
💼 युवाओं को रोजगार का इंतज़ार

अब सवाल पूछने का वक्त है, जवाब मांगने का हक है।
चुनाव से पहले इन मुद्दों पर चर्चा ज़रूरी है, वरना हर बार सिर्फ वादा मिलेगा, विकास नहीं।

#विकास_की_आवाज़ #जनता_मांगे_जवाब

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05/07/2025

📢 चनपटिया की जनता पूछ रही है सवाल!

चुनाव नज़दीक हैं, लेकिन क्या समस्याएं दूर हुईं? 🤔

🚫 टूटी हुई सड़कें और जर्जर पुल
📚 सरकारी स्कूलों की हालत बदतर
🏥 स्वास्थ्य सुविधाएं नाम मात्र की
💼 युवाओं के लिए रोजगार के अवसर नहीं

अब वक़्त है विकास के वादों को नहीं, जमीन पर काम को चुनने का।
जनता जागरूक है, बदलाव तय है!

#विकास_की_मांग #जनता_का_सवाल

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21/06/2025

बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को अब हर महीने 400 रु॰ की जगह 1100 रु॰ पेंशन मिलेगी। सभी लाभार्थियों को जुलाई महीने से पेंशन बढ़ी हुई दर पर मिलेगी। सभी लाभार्थियों के खाते में यह राशि महीने की 10 तारीख को भेजना सुनिश्चित किया जाएगा। इससे 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लाभार्थियों को काफी मदद मिलेगी।

वृद्धजन समाज का अनमोल हिस्सा हैं और उनका सम्मानजनक जीवन-यापन सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयत्नशील रहेगी।

भैया, परसों नये मकान पे हवन है। छुट्टी (इतवार) का दिन है। आप सभी को आना है, मैं गाड़ी भेज दूँगा। छोटे भाई लक्ष्मण ने बड़े ...
21/06/2025

भैया, परसों नये मकान पे हवन है। छुट्टी (इतवार) का दिन है। आप सभी को आना है, मैं गाड़ी भेज दूँगा। छोटे भाई लक्ष्मण ने बड़े भाई भरत से मोबाईल पर बात करते हुए कहा।
"क्या छोटे, किराये के किसी दूसरे मकान में शिफ्ट हो रहे हो ?"
" नहीं भैया, ये अपना मकान है, किराये का नहीं ।"
" अपना मकान", भरपूर आश्चर्य के साथ भरत के मुँह से निकला।
"छोटे तूने बताया भी नहीं कि तूने अपना मकान ले लिया है।"
" बस भैया ", कहते हुए लक्ष्मण ने फोन काट दिया।
" अपना मकान" , " बस भैया " ये शब्द भरत के दिमाग़ में हथौड़े की तरह बज रहे थे।
भरत और लक्ष्मण दो सगे भाई और उन दोनों में उम्र का अंतर था करीब पन्द्रह साल। लक्ष्मण जब करीब सात साल का था तभी उनके माँ-बाप की एक दुर्घटना में मौत हो गयी। अब लक्ष्मण के पालन-पोषण की सारी जिम्मेदारी भरत पर थी। इस चक्कर में उसने जल्द ही शादी कर ली कि जिससे लक्ष्मण की देख-रेख ठीक से हो जाये।
प्राईवेट कम्पनी में क्लर्क का काम करते भरत की तनख़्वाह का बड़ा हिस्सा दो कमरे के किराये के मकान और लक्ष्मण की पढ़ाई व रहन-सहन में खर्च हो जाता। इस चक्कर में शादी के कई साल बाद तक भी भरत ने बच्चे पैदा नहीं किये। जितना बड़ा परिवार उतना ज्यादा खर्चा।
पढ़ाई पूरी होते ही लक्ष्मण की नौकरी एक अच्छी कम्पनी में लग गयी और फिर जल्द शादी भी हो गयी। बड़े भाई के साथ रहने की जगह कम पड़ने के कारण उसने एक दूसरा किराये का मकान ले लिया। वैसे भी अब भरत के पास भी दो बच्चे थे, लड़की बड़ी और लड़का छोटा।
मकान लेने की बात जब भरत ने अपनी बीबी को बताई तो उसकी आँखों में आँसू आ गये। वो बोली, " देवर जी के लिये हमने क्या नहीं किया। कभी अपने बच्चों को बढ़िया नहीं पहनाया। कभी घर में महँगी सब्जी या महँगे फल नहीं आये। दुःख इस बात का नहीं कि उन्होंने अपना मकान ले लिया, दुःख इस बात का है कि ये बात उन्होंने हम से छिपा के रखी।"
इतवार की सुबह लक्ष्मण द्वारा भेजी गाड़ी, भरत के परिवार को लेकर एक सुन्दर से मकान के आगे खड़ी हो गयी। मकान को देखकर भरत के मन में एक हूक सी उठी। मकान बाहर से जितना सुन्दर था अन्दर उससे भी ज्यादा सुन्दर। हर तरह की सुख-सुविधा का पूरा इन्तजाम। उस मकान के दो एक जैसे हिस्से देखकर भरत ने मन ही मन कहा, " देखो छोटे को अपने दोनों लड़कों की कितनी चिन्ता है। दोनों के लिये अभी से एक जैसे दो हिस्से (portion) तैयार कराये हैं। पूरा मकान सवा-डेढ़ करोड़ रूपयों से कम नहीं होगा। और एक मैं हूँ, जिसके पास जवान बेटी की शादी के लिये लाख-दो लाख रूपयों का इन्तजाम भी नहीं है।"
मकान देखते समय भरत की आँखों में आँसू थे जिन्हें उन्होंने बड़ी मुश्किल से बाहर आने से रोका।
तभी पण्डित जी ने आवाज लगाई, " हवन का समय हो रहा है, मकान के स्वामी हवन के लिये अग्नि-कुण्ड के सामने बैठें।"
लक्ष्मण के दोस्तों ने कहा, " पण्डित जी तुम्हें बुला रहे हैं।"
यह सुन लक्ष्मण बोले, " इस मकान का स्वामी मैं अकेला नहीं, मेरे बड़े भाई भरत भी हैं। आज मैं जो भी हूँ सिर्फ और सिर्फ इनकी बदौलत। इस मकान के दो हिस्से हैं, एक उनका और एक मेरा।"
हवन कुण्ड के सामने बैठते समय लक्ष्मण ने भरत के कान में फुसफुसाते हुए कहा, " भैया, बिटिया की शादी की चिन्ता बिल्कुल न करना। उसकी शादी हम दोनों मिलकर करेंगे ।"
पूरे हवन के दौरान भरत अपनी आँखों से बहते पानी को पोंछ रहे थे, जबकि हवन की अग्नि में धुँए का नामोनिशान न था।

गोरखपुर से पटना वंदे भारत का किराया देखा क्या आपने?
19/06/2025

गोरखपुर से पटना वंदे भारत का किराया देखा क्या आपने?

14/06/2025
14/06/2025

श्री प्रकाश राय जी ने किया ऐलान चनपटिया विधानसभा से 2025 का लड़ेंगे चुनाव।

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