22/02/2025
बालाजीपुरम में लाया गया महाकुंभ संगम जल
रविवार को सभी श्रध्दालुओं के लिए बालाजीपुरम में रहेगी कुंभ स्नान की व्यवस्था
बैतूल। प्रयागराज में 144 साल बाद लग रहे महाकुंभ में बैतूल जिले और आसपास के अंचल से काफी संख्या में श्रध्दालु पहुंचे और संगम स्नान कर पुण्यलाभ अर्जित किया। लेकिन ऐसे लोग भी बहुतायत में हैं जो महाकुंभ में जाकर संगम स्नान करना तो चाहते है॔ लेकिन समय, साधन, उम्र या आर्थिक संकट के कारण उनका प्रयागराज जाना नहीं हो पाया। अब जब महाशिवरात्रि पर महाकुंभ का अंतिम अमृत स्नान संपन्न होने जा रहा है तो ऐसे लोग मायूस हो रहे हैं। इन लोगों की मायूसी को दूर करने के बालाजीपुरम प्रबंधन सामने आया और सभी श्रध्दालुओं के लिए संगम जल की विशेष व्यवस्था की।
इस संबंध में भारत के पांचवेधाम श्री रूकमणि बालाजी मंदिर बालाजीपुरम बैतूल के संस्थापक सेम वर्मा ने बताया कि वे स्वयं और बालाजीपुरम से जुड़े अधिकांश लोग समय-समय पर महाकुंभ प्रयागराज जाकर संगम स्नान कर आएं हैं लेकिन फिर भी काफी संख्या में आम श्रध्दालु, बच्चे महिलाएं और विशेषकर बुजुर्ग संगम स्नान का लाभ नहीं ले पाएं हैं। उनके लिए संगम का ही जल विशेष रूप से बुलवाया गया है।
रविवार 23 फरवरी को सुबह 8 बजे विशेष पूजन-अर्चन कर संगम जल के सात कुंडों को बालाजी मंदिर के सामने गंगाकुंड में अर्पित किया जाएगा। इसके बाद सभी श्रध्दालुओं के लिए वहीं स्नान की व्यवस्था रहेगी। महिलाओं और पुरूषों के स्नान की अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। साथ ही कपड़े बदलने का इंतजाम भी रहेगा। सभी श्रध्दालु सूर्य को अर्ध्य भी अर्पित कर सकेंगे और पानी में खड़े होकर सूर्य नारायण की आरती भी कर सकेंगे। रविवार को सुबह 8 से लेकर शाम 6 बजे तक स्नान की व्यवस्था रहेगी। श्री वर्मा ने सभी बुजुर्गों से इस बालाजीपुरम संगम स्नान में शामिल होकर पुण्यलाभ उठाने की अपील की है। साथ ही यदि कोई बुजुर्ग अकेला है और आने-जाने में असक्षम है तो बालाजीपुरम कार्यालय में किसी के व्दारा भी सूचित करने पर उनके लाने-ले जाने की निशुल्क व्यवस्था भी मंदिर प्रबंधन व्दारा की जाएगी।