13/09/2025
ज्ञान और साहित्य के अमर दीप : स्वामी केशवानंद व कवि चंद्र सिंह बिरकाली स्मृति दिवस पर हुआ भावपूर्ण आयोजन, हिंदी दिवस भी मनाया
भादरा, 13 सितंबर।
ग्राम पंचायत जोगीवाला स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शनिवार को राजस्थान के शिक्षा संत स्वामी केशवानंद तथा राजस्थानी साहित्य की स्वर्णिम परंपरा के वाहक कवि चंद्र सिंह बिरकाली की स्मृति में एक गरिमामयी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के उप-प्राचार्य राजेंद्र कुमार गोदारा ने की। सर्वप्रथम शिक्षक-समाज व विद्यार्थियों ने दोनों महामानवों के चित्रों पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर कृतज्ञता व्यक्त की और उनके आदर्शों को स्मरण कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।
इस अवसर पर राजस्थानी साहित्य के शिक्षक दलीप सिंह बलौदा ने कहा— “कवि चंद्र सिंह बिरकाली की लेखनी केवल काव्य नहीं, बल्कि राजस्थानी लोकजीवन की आत्मा है। उनकी कृतियाँ सी
"लू" और ‘बादली’ माटी और प्रकृति की महक से सराबोर होकर संस्कृति के शाश्वत दस्तावेज़ बन चुकी हैं। वे कविताएँ नहीं, पीढ़ियों तक बोलती रहने वाली लोकध्वनियाँ हैं।”
उन्होंने स्वामी केशवानंद के योगदान का उल्लेख करते हुए कहा—
“जिस युग में शिक्षा दुर्लभ थी, उस युग में उन्होंने दीप जलाए। पुस्तकालयों और विद्यालयों की शृंखला खड़ी कर शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाया। वे शिक्षा को केवल ज्ञान नहीं, बल्कि समाज-परिवर्तन का महाशक्तिशाली साधन मानते थे।”
इस अवसर पर हिंदी व्याख्याता सुरेश कुमार ने हिंदी दिवस पर अपने विचार साझा करते हुए कहा— “हिंदी केवल भाषा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है। जिस प्रकार स्वामी केशवानंद शिक्षा-ज्योति के प्रज्वलक रहे और बिरकाली जी ने मातृभाषा राजस्थानी को साहित्यिक ऊँचाइयाँ दीं, उसी प्रकार हमें हिंदी को भी राष्ट्र की एकता और अभिव्यक्ति का सेतु मानते हुए गर्व के साथ अपनाना होगा।”
विद्यालय के उत्साही विद्यार्थियों ने भी इस अवसर पर ओजस्वी भाषण, सोरठे, छप्पय, कुंडलियां, दोहे तथा सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से दोनों विभूतियों के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा व्यक्त की।
कार्यक्रम का समापन उप-प्राचार्य राजेंद्र कुमार गोदारा के संक्षिप्त उद्बोधन से हुआ। उन्होंने कहा— “स्वामी केशवानंद शिक्षा-ज्योति के प्रज्वलक थे और कवि बिरकाली साहित्य-गगन के अमर नक्षत्र। शिक्षा और साहित्य ही हमारी अमूल्य धरोहर हैं।”
कार्यक्रम में शिशपाल आर्य, वनिता, राजाराम, संदीप, ममता, महेंद्र कौर, प्रेम, किरण, बिजेंद्र, सुरेश दहिया, दलीप सिंह बलौदा, अंकित बेनीवाल आदि उपस्थित रहे।