
18/08/2025
सुहाग की सेज पर ही नागदंश ने लखेंद्र की जान ले ली…
और नवविवाहिता बिहुला का संसार पलभर में उजड़ गया।💔 🌸
चंद्रधर सौदागर ने साँपों की देवी माँ विषहरी की पूजा से इंकार कर दिया।देवी के अपमान से आहत होकर, उन्होंने अपने क्रोध का प्रहार सौदागर के पुत्र लखेंद्र पर किया। 🐍
लेकिन बिहुला ने हार नहीं मानी।
वह अपने पति को नाव पर लिटाकर, गंगा की लहरों में तपस्या के सफर पर निकल पड़ी। ⛵🌊
आँसुओं और अटूट आस्था से उसने माँ विषहरी को मनाया। 🙏
उसकी भक्ति देखकर देवी का हृदय पिघल गया। ✨
लखेंद्र को नया जीवन मिला…
और बिहुला का सुहाग सदा के लिए अमर हो गया। 🌸