30/04/2025
भोपाल के रानी कमलापति रेलवे-स्टेशन (हबीबगंज स्टेशन) पर ऑन-ड्यूटी GRP कॉन्स्टेबल "नज़र दौलत खान" पर धर्म के आधार पर मारपीट करने और वर्दी फाड़नेवाले तीन आरोपियों को पकड़कर भोपाल-पुलिस ने जुलूस निकाल दिया है।
धर्म के नशे में डूबे इन तीनों आतंकियों में से दो पिछड़ा-वर्ग के यादव हैं और तीसरा अहिरवार (जाटव समुदाय) का वो दलित है जिसे इनके ही धर्म वाले सवर्ण इन्हें मंदिर में नहीं घुसने देते, इन्हें घोड़ी पर चढ़कर बारात निकालने पर जूते पड़ते हैं..
इतना ही नहीं इनके बच्चे अगर स्कूल की मटकी छू लें तो मास्टर साब ही उंगलियाँ तक तोड़ देते हैं, ये उसी समुदाय का है जो "जय भीम" का नारा लगाने पर दो दिन पहले ही अलीगढ़ में सवर्णों द्वारा नंगे करके पीटे गए हैं।
शायद ढूंढने पर एक उदाहरण ऐसा नहीं मिलेगा जिसमें किसी मुसलमान ने किसी दलित या अति-दलित को उसकी जाति के आधार पर नुकसान पहुंचाया हो, उनका अपमान करते हों. हर मुसलमान इनके साथ वही व्यवहार करता है जो किसी अन्य हिन्दू भाई के साथ करता है, मगर इन जोम्बियों को जूते अपने ही सवर्णों से खाना है और नफरत मुसलमानों के लिए पाले हुए हैं।
अंधभक्ति के उन्माद और शराब के नशे में एक पुलिसकर्मी पर हमला तो कर दिया, अब जो केस बना होगा उसके लिए जमानत-पेशी का खर्च जुटाने में यादवजी और अहिरवार साब के घरवाले थाने से लेकर वकील के चैंबर और अदालत तक अकेले ही चप्पलें घिसते रहेंगे, इनकी वाहवाही करनेवाला कोई साथ नहीं होगा।