
29/08/2025
हिमाचल के चंबा स्तिथ मणिमहेश यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं के लिए पिछले कुछ दिन बेहद कठिन रहे। भारी बारिश और भूस्खलन ने रास्ते तोड़ दिए, सड़कें बंद हो गईं, बिजली गुल हो गई और मोबाइल नेटवर्क भी ठप हो गया। हालात ऐसे बने कि हजारों श्रद्धालु बीच रास्ते पर ही फंस गए।
सबसे ज्यादा परेशानी धनचो इलाके में दिखी, जहाँ बच्चे, महिलाएँ और बुज़ुर्ग मिलाकर हजारों यात्री फंसे रहे। इस बीच राहत की सांस तब आई जब 14वीं बटालियन NDRF ने मोर्चा संभाला। जवानों ने पहाड़ों में अस्थायी पैदल पुल और रस्सियाँ लगाकर कठिन रास्तों को सुरक्षित बनाया। पर्वतारोहण उपकरणों की मदद से उन्होंने एक-एक यात्री को निकालना शुरू किया।
तीन दिन चले इस बड़े अभियान में कुल 3,269 श्रद्धालु सुरक्षित बाहर निकाले गए। इनमें 1,730 पुरुष, 1,259 महिलाएँ और 280 छोटे बच्चे शामिल थे। वहीं रास्ते में घायल हुए छह श्रद्धालुओं को एयरलिफ्ट कर चंबा मेडिकल कॉलेज पहुँचाया गया।
बारिश और भूस्खलन से यात्रा फिलहाल रोक दी गई है। कई गाँवों में घर गिरने और रास्ते टूटने से हालात अभी भी गंभीर हैं। लेकिन इस संकट के बीच NDRF के जवान सचमुच देवदूत बनकर उतरे और हजारों ज़िंदगियों को सुरक्षित बचा लिया।
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