31/10/2025
3-4 हजार गांवो के राजाओ का आजकल ये हाल है कि कोई उन्हें जानता तक नही है, अगर नेता है भी तो टिकट के लिए तरसते है, कभी इधर हाथ जोड़ते दिखते है तो कभी किसी के पैर पकड़ते दिखते रहते है
लेकिन सिर्फ 94 गांवो की तालुकदारी रखने वाले परिवार से आने वाले राजा भैया ने वो मुकाम ओर नाम हासिल किया है जो अच्छे अच्छे लोग नही कर पाए | हम लोग आज उनकी चाहे जितनी खिंचाई कर ले लेकिन सच्चाई यही है कि एकदम कल्ट पर्सनलिटी है उनकी, आवाज ,भाषण सुनकर लगता है कि हॉ की कोई ज्ञानी व्यक्ति बोल रहा या आसान शब्दो मे कहे तो लगता है कि कोई राजा बोल रहा है |
सिर्फ विधायकी के दम पर पूरे भारत मे प्रसिद्ध होना, बॉलीवुड एक्टर हो, साधु संत महात्मा शंकराचार्य हो या फिर बिजनेसमैन सबके बीच मे अपनी प्रसिद्धि बनाये रखना मजाक नही है
बाकी 93 से लेकर 2013 तक एक अलग जलवा था,मैं ही राजा मैं ही मंत्री मैं ही जज वाला माहौल था ..
जन्मदिन की शुभकामनाएं राजनितिं के अजेय योद्धा को