24/07/2025
कोई यह नही कह सकता कि लॉर्ड्स टेस्ट में जडेजा अकेले रह गए किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने साथ नही दिया बल्कि सच तो यह है लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ एक बेहद शानदार पारी खेलने वाले रवींद्र जडेजा अकेले कत्तई नही पड़े। बुमराह और मोहम्मद सिराज ने जडेजा को भरपूर मौका दिया था कि वह मैच को टीम इंडिया की झोली में डाल दें लेकिन जडेजा ऐसा कर नहीं सके।
रवींद्र जडेजा को दो घंटे से अधिक समय का साथ जसप्रीत बुमराह का मिला था और बुमराह ने 54 गेंद खेली थी। इस दौरान रवींद्र जडेजा लगातार गेंद खेलते और ओवर की आखिरी दो गेंदों को ही बुमराह को खेलने देने का फैसला किए थे। ऐसा ही तरीका जडेजा मोहम्मद सिराज के साथ भी अपनाए हुए थे।
बेन स्टोक्स ने जो पारी लीड्स में साल 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में खेली थी और जैक लीच के साथ आखिरी विकेट के लिए 62 गेंदों पर 76 रनों की साझेदारी की थी और अपनी टीम को एक विकेट से जीत दिलाई थी उसमें जैक लीच ने केवल 17 गेंद खेली और एक रन बनाए थे। बेन स्टोक्स ने इस साझेदारी में 45 गेंद पर 74 रन जड़ दिए थे और कुल नाबाद 135 रन बनाए थे।
साल 2023 विश्वकप में अफगानिस्तान के खिलाफ ग्लेन मैक्सवेल ने 8वें विकेट के लिए 170 गेंद पर 202 रनों की साझेदारी की थी और ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई थी जिसमें ग्लेन मैक्सवेल ने 179 रन बनाए थे जबकि पैट कमिंस ने 68 गेंद पर 12 रन बनाए थे। ग्लेन मैक्सवेल ने 128 गेंद पर 21 चौकों और 10 छक्कों की सहायता से नाबाद 201 रन बनाए थे।
जिस तरह की तूफानी बल्लेबाजी बेन स्टोक्स और ग्लेन मैक्सवेल ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर की थी और अपनी-अपनी टीमों के लिए वैसी तूफानी बल्लेबाजी रवींद्र जडेजा लॉर्ड्स टेस्ट में नही कर सके। रवींद्र जडेजा ने 181 गेंद पर 4 चौके और एक छक्का की सहायता से नाबाद 61 रन बनाए। जितना मौका रवींद्र जडेजा को बुमराह और मोहम्मद सिराज ने दिया था उतने में अगर जडेजा चौके छक्के लगाने का प्रयास करते तो टीम इंडिया जीत भी सकती थी। हार तो डिफेंस के चक्कर में वैसे भी हम गए। जडेजा ने शानदार खेल दिखाया लेकिन वह लगातार बड़े शॉट नहीं लगा सके और प्रयास भी करते नही दिखे जिससे टीम इंडिया लक्ष्य से पीछे रह गई।