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✨ Caption ✨जब हम किसी को कुछ नहीं दे सकते,तो हमें उन्हें सम्मान ज़रूर देना चाहिए।क्योंकि सम्मान सबसे अनमोल तोहफ़ा है ❤️🙏...
19/09/2025

✨ Caption ✨
जब हम किसी को कुछ नहीं दे सकते,
तो हमें उन्हें सम्मान ज़रूर देना चाहिए।
क्योंकि सम्मान सबसे अनमोल तोहफ़ा है ❤️🙏

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#सम्मान

लोग ज़्यादातर “राधे-राधे” ही क्यों बोलते हैं ?Radhe Krishna Radhe radhe... 🙏💫🌟🎉💖लोग ज़्यादातर “राधे-राधे” ही क्यों बोलते...
19/09/2025

लोग ज़्यादातर “राधे-राधे” ही क्यों बोलते हैं ?

Radhe Krishna Radhe radhe... 🙏💫🌟🎉💖

लोग ज़्यादातर “राधे-राधे” ही क्यों बोलते हैं और “रुक्मिणी-कृष्ण” क्यों नहीं, इसके पीछे आध्यात्मिक और भावनात्मक कारण हैं 👇

🔹 1. राधा जी = भक्ति का प्रतीक

राधा जी को भक्ति स्वरूपा और कृष्ण प्रेम की सर्वोच्च साधिका माना गया है।
जब कोई "राधे राधे" कहता है, तो उसका मतलब होता है कि हम कृष्ण तक राधा के माध्यम से पहुँच रहे हैं, क्योंकि कृष्ण को राधा के बिना नहीं देखा जाता।

🔹 2. राधा-कृष्ण = आत्मा और परमात्मा का मिलन

राधा को आत्मा और कृष्ण को परमात्मा माना गया है।
"राधे राधे" जपना आत्मा का परमात्मा में लीन होने का स्मरण कराता है।

🔹 3. रुक्मिणी जी = धर्मपत्नी का स्वरूप

रुक्मिणी जी श्रीकृष्ण की धर्मपत्नी थीं और वे लक्ष्मी स्वरूपा मानी जाती हैं।
उनका स्थान आदर और मर्यादा में है, परन्तु भक्ति भाव और प्रेम-लीला के केंद्र में राधा-कृष्ण ही आते हैं।

🔹 4. साधना और कीर्तन परंपरा

वैष्णव परंपरा, विशेषकर ब्रजभूमि (वृंदावन, बरसाना) में साधना और कीर्तन में "राधे राधे" गाया जाता है। यही परंपरा पूरे भारत और विदेशों तक फैल गई।

👉 इसलिए, लोग जब भक्ति भाव में डूबकर भगवान को याद करते हैं, तो "राधे राधे" कहते हैं।

✨ मान्यता यह भी है कि –
“राधा नाम जपने से कृष्ण अपने आप प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन केवल कृष्ण नाम लेने से राधा प्रसन्न नहीं होतीं।”

🎋 राष्ट्रीय बाँस दिवस का महत्व1. पर्यावरण संरक्षण – बाँस ऑक्सीजन छोड़ता है और प्रदूषण को कम करता है, इसलिए यह पर्यावरण क...
18/09/2025

🎋 राष्ट्रीय बाँस दिवस का महत्व

1. पर्यावरण संरक्षण – बाँस ऑक्सीजन छोड़ता है और प्रदूषण को कम करता है, इसलिए यह पर्यावरण के लिए बेहद उपयोगी है।

2. ग्रामिण आजीविका – बाँस से बनी वस्तुएँ गाँवों और ग्रामीण उद्योगों के लिए आय का महत्वपूर्ण स्रोत हैं।

3. आर्थिक महत्व – बाँस को "गरीबों का लकड़ी" कहा जाता है, क्योंकि यह सस्ता, टिकाऊ और उपयोगी है।

4. निर्माण और कला – बाँस घर बनाने, फर्नीचर, हस्तशिल्प और सजावटी सामान में काम आता है।

5. तेजी से बढ़ने वाला पौधा – बाँस कुछ ही सालों में तैयार हो जाता है, जिससे वनों पर दबाव कम होता है।

👉 इस दिन का उद्देश्य बाँस की उपयोगिता, संरक्षण और ग्रामीण विकास में इसके योगदान के प्रति जागरूकता फैलाना है।

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#राष्ट्रीय_बाँस_दिवस









18/09/2025

🍲 खिचड़ी खाने के फायदे

1. पचने में आसान – पेट को आराम देती है, बीमार या कमजोर लोगों के लिए बेस्ट।

2. पोषक तत्वों से भरपूर – इसमें प्रोटीन (दाल), कार्बोहाइड्रेट (चावल) और फाइबर (सब्जियाँ) सब मिलता है।

3. डिटॉक्स फूड – शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद करती है।

4. लो कैलोरी डाइट – वजन घटाने वालों के लिए हेल्दी ऑप्शन।

5. संपूर्ण आहार – एक ही डिश में ऊर्जा, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स सब मिल जाते हैं।

6. इम्युनिटी बूस्टर – दाल, चावल और सब्जियों का कॉम्बिनेशन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

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#खिचड़ी








🌼 द्वादश श्राद्ध का महत्वद्वादश श्राद्ध पितृपक्ष में आने वाली एक विशेष तिथि है।इस दिन पितरों (पूर्वजों) की आत्मा की शांत...
18/09/2025

🌼 द्वादश श्राद्ध का महत्व

द्वादश श्राद्ध पितृपक्ष में आने वाली एक विशेष तिथि है।

इस दिन पितरों (पूर्वजों) की आत्मा की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान और श्राद्ध कर्म किया जाता है।

द्वादश श्राद्ध का महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसे विशेष श्राद्ध माना जाता है जिसमें परिवार के सभी दिवंगत पितरों को एक साथ स्मरण किया जाता है।

ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।

धार्मिक मान्यता है कि पितरों की तृप्ति से देवता भी प्रसन्न होते हैं और जीवन में बाधाएँ दूर होती हैं।

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#द्वादश_श्राद्ध

#पितृपक्ष
#श्राद्ध_कर्म

#श्रद्धांजलि




#श्रद्धा_और_संस्कार

🌄 भेड़ाघाट का परिचयभेड़ाघाट मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के किनारे बसा एक प्रसिद्ध पर्यटन...
18/09/2025

🌄 भेड़ाघाट का परिचय

भेड़ाघाट मध्यप्रदेश के जबलपुर शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के किनारे बसा एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यहाँ पर 100 फीट तक ऊँची संगमरमर की चट्टानें (Marble Rocks) नर्मदा नदी के दोनों ओर खड़ी दिखाई देती हैं। इन चट्टानों के बीच बहती नर्मदा की धारा अद्भुत नज़ारा पेश करती है।

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✨ खासियत

1. संगमरमर की चट्टानें – यहाँ की सफेद, गुलाबी और हरी संगमरमर की चट्टानें सूर्य की रोशनी और चाँदनी में अलग-अलग रंगों में चमकती हैं।

2. धुआंधार जलप्रपात – भेड़ाघाट का सबसे आकर्षक स्थान, जहाँ नर्मदा नदी ऊँचाई से गिरकर धुंए जैसी झाग बनाती है।

3. नाव की सैर (Boating) – शाम और पूर्णिमा की रात को यहाँ नाव की सवारी बेहद मनमोहक अनुभव देती है।

4. बलुआ पत्थर और संगमरमर की नक्काशी – यहाँ संगमरमर की वस्तुएँ और शिल्पकला भी प्रसिद्ध है।

5. फिल्म शूटिंग – कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग यहाँ हुई है।

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📌 महत्व

भेड़ाघाट सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य के लिए ही नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी खास है।

नर्मदा नदी को पवित्र माना जाता है और यहाँ हर साल हजारों पर्यटक और श्रद्धालु आते हैं।

#भेड़ाघाट

#संगमरमर_की_चट्टानें








🍲 दाल-चावल खाने के फायदे1. प्रोटीन से भरपूर – दाल में प्रोटीन और चावल में कार्बोहाइड्रेट, मिलकर शरीर को एनर्जी और मांसपे...
18/09/2025

🍲 दाल-चावल खाने के फायदे

1. प्रोटीन से भरपूर – दाल में प्रोटीन और चावल में कार्बोहाइड्रेट, मिलकर शरीर को एनर्जी और मांसपेशियों को ताकत देते हैं।

2. संपूर्ण आहार – साथ खाने पर सभी आवश्यक अमीनो एसिड मिल जाते हैं, जो शरीर के लिए बहुत ज़रूरी हैं।

3. पचने में आसान – हल्का और डाइजेस्टिव होता है, जिससे पेट पर बोझ नहीं पड़ता।

4. पोषक तत्वों से भरपूर – इसमें आयरन, फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स अच्छी मात्रा में होते हैं।

5. हर उम्र के लिए फायदेमंद – बच्चो से लेकर बुज़ुर्ग तक सभी के लिए सेहतमंद है।

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#दालचावल








🌍 महत्व (Importance in Hindi)विश्व जल निगरानी दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को जल की गुणवत्ता और संरक्षण के प्रति जागरूक ...
18/09/2025

🌍 महत्व (Importance in Hindi)

विश्व जल निगरानी दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को जल की गुणवत्ता और संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि स्वच्छ जल हमारी ज़िंदगी और स्वास्थ्य के लिए सबसे ज़रूरी है।
👉 इसका महत्व है:

1. जल स्रोतों की गुणवत्ता बनाए रखना।

2. नागरिकों को जल परीक्षण और निगरानी के लिए प्रेरित करना।

3. जल संरक्षण के उपायों को बढ़ावा देना।

4. जल के अत्यधिक दोहन (overuse) को रोकने के लिए जनजागरूकता फैलाना।

5. आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित और शुद्ध जल उपलब्ध कराना।

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#विश्व_जल_निगरानी_दिवस


ै_तो_कल_है




्रोत_संरक्षण

भारतीयों की ताक़त सिर्फ भारत तक सीमित नहीं। लंदन की सड़कों पर सबसे बड़ी संपत्ति के मालिक भारतीय ही हैं, जिन्होंने ब्रिटे...
17/09/2025

भारतीयों की ताक़त सिर्फ भारत तक सीमित नहीं। लंदन की सड़कों पर सबसे बड़ी संपत्ति के मालिक भारतीय ही हैं, जिन्होंने ब्रिटेन की धरती पर अपनी आर्थिक ताक़त दर्ज कराई।

🇮🇳 नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिवस विशेष 🇮🇳भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी का जन्म 17 सितम्बर 19...
17/09/2025

🇮🇳 नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिवस विशेष 🇮🇳

भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को गुजरात राज्य के वडनगर नामक कस्बे में हुआ था।

✨ नरेंद्र मोदी जी के जीवन के मुख्य बिंदु

बचपन में वे अपने पिता जी के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने में मदद करते थे।

युवावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और आगे चलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सक्रिय कार्यकर्ता बने।

2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने और लगातार 3 बार मुख्यमंत्री पद पर कार्य किया।

2014 में वे भारत के 14वें प्रधानमंत्री बने और 2019 में दूसरी बार भारी बहुमत से चुने गए।

उनके कार्यकाल में स्वच्छ भारत अभियान, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, जनधन योजना, आयुष्मान भारत, स्टार्टअप इंडिया जैसे कई महत्वपूर्ण योजनाएँ शुरू की गईं।

🙏 जन्मदिवस का महत्व

हर साल 17 सितम्बर को देशभर में लोग नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिवस मनाते हैं।

इस दिन सेवा पखवाड़ा (Seva Pakhwada) जैसी सामाजिक सेवाएँ आयोजित की जाती हैं।

कई लोग इस दिन रक्तदान, वृक्षारोपण और समाजसेवा के कार्य करके उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं।






#भारत_के_प्रधानमंत्री








#भारत_का_गौरव

17/09/2025

🇮🇳 नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिवस विशेष 🇮🇳

भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी जी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को गुजरात राज्य के वडनगर नामक कस्बे में हुआ था।

✨ नरेंद्र मोदी जी के जीवन के मुख्य बिंदु

बचपन में वे अपने पिता जी के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने में मदद करते थे।

युवावस्था से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और आगे चलकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सक्रिय कार्यकर्ता बने।

2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बने और लगातार 3 बार मुख्यमंत्री पद पर कार्य किया।

2014 में वे भारत के 14वें प्रधानमंत्री बने और 2019 में दूसरी बार भारी बहुमत से चुने गए।

उनके कार्यकाल में स्वच्छ भारत अभियान, मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, जनधन योजना, आयुष्मान भारत, स्टार्टअप इंडिया जैसे कई महत्वपूर्ण योजनाएँ शुरू की गईं।

🙏 जन्मदिवस का महत्व

हर साल 17 सितम्बर को देशभर में लोग नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिवस मनाते हैं।

इस दिन सेवा पखवाड़ा (Seva Pakhwada) जैसी सामाजिक सेवाएँ आयोजित की जाती हैं।

कई लोग इस दिन रक्तदान, वृक्षारोपण और समाजसेवा के कार्य करके उन्हें शुभकामनाएँ देते हैं।






#भारत_के_प्रधानमंत्री








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