Bhakti Sadhna

Bhakti Sadhna भक्ति, सनातन की बातें, भक्ति साधना, श्लोक, मंत्र, पूजन हवन

कालिकायै विद्महे श्मशानवासिन्यै धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात् ।
09/10/2024

कालिकायै विद्महे श्मशानवासिन्यै धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात् ।

पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा को...
05/10/2024

पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा को कोटि कोटि नमस्कार

21/04/2024

Govind damodar madhveti।। Govind damodar strotram।।

jai shree ram
15/02/2024

jai shree ram

10/01/2024
जय श्री राम
10/01/2024

जय श्री राम

नवग्रह प्रार्थना मंत्रब्रह्मा मुरारीत्रिपुरान्तकारी, भानुः शशि भूमिसुतो बुधश्च ।गुरुश्च शुक्रः शनिराहुकेतवः, कुर्वन्तु स...
01/01/2024

नवग्रह प्रार्थना मंत्र
ब्रह्मा मुरारीत्रिपुरान्तकारी, भानुः शशि भूमिसुतो बुधश्च ।
गुरुश्च शुक्रः शनिराहुकेतवः, कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम् ॥

क्रोधाद्भवति संमोह: संमोहात्स्मृतिविभ्रम:।स्मृतिभ्रंशाद्बुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति॥अर्थात क्रोध से मनुष्य की मति-ब...
31/12/2023

क्रोधाद्भवति संमोह: संमोहात्स्मृतिविभ्रम:।
स्मृतिभ्रंशाद्बुद्धिनाशो बुद्धिनाशात्प्रणश्यति॥
अर्थात क्रोध से मनुष्य की मति-बुद्धि मारी जाती है यानी मूढ़ हो जाती है, कुंद हो जाती है। इससे स्मृति भ्रमित हो जाती है। स्मृति-भ्रम हो जाने से मनुष्य की बुद्धि नष्ट हो जाती है और बुद्धि का नाश हो जाने पर मनुष्य खुद अपना ही का नाश कर बैठता है।

30/10/2023

Har har Mahadev..

16/08/2023

श्री गणेशाय नमः।।

नमामीशमीशान निर्वाणरूपंविभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहंचिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् * १*निर...
17/07/2023

नमामीशमीशान निर्वाणरूपं
विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ।
निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं
चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् * १*

निराकारमोंकारमूलं तुरीयं
गिरा ज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् ।
करालं महाकाल कालं कृपालं
गुणागार संसारपारं नतोऽहम् * २*

तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरं
मनोभूत कोटिप्रभा श्री शरीरम् ।
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारु गङ्गा
लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा * ३*

चलत्कुण्डलं भ्रू सुनेत्रं विशालं
प्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ।
मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालं
प्रियं शंकरं सर्वनाथं भजामि * ४*

प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशं
अखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशम् ।
त्रयः शूल निर्मूलनं शूलपाणिं
भजेऽहं भवानीपतिं भावगम्यम् * ५*

कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी
सदा सज्जनानन्ददाता पुरारी ।
चिदानन्द संदोह मोहापहारी
प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी * ६*

न यावत् उमानाथ पादारविन्दं
भजन्तीह लोके परे वा नराणाम् ।
न तावत् सुखं शान्ति सन्तापनाशं
प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासम् * ७*

न जानामि योगं जपं नैव पूजां
नतोऽहं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यम् ।
जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानं
प्रभो पाहि आपन्नमामीश शम्भो * ८*

रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषये ।
ये पठन्ति नरा भक्त्या तेषां शम्भुः प्रसीदति *

🌹🌹जय श्री भोले पशुपतिनाथ🌹🌹

Address

79 B Sector A
Bhopal
462023

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Bhakti Sadhna posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share