
19/08/2025
भ्रम और अराजकता को बढ़ावा देने की साजिश रच रही है कांग्रेस और आरजेडी- प्रियदर्शी
पटना, 19 अगस्त 2025: बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) प्रक्रिया के खिलाफ विपक्षी दलों द्वारा शुरू की गई 'वोटर अधिकार यात्रा' ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इस यात्रा को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बिहार मीडिया प्रमुख रंजन प्रियदर्शी ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद), पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस यात्रा को जनता के बीच भ्रम फैलाने और अराजकता को बढ़ावा देने की साजिश करार दिया है। प्रियदर्शी का कहना है कि विपक्ष झूठे आंकड़ों और दुष्प्रचार के सहारे सत्ता हासिल करने का सपना देख रहा है, लेकिन बिहार की समझदार जनता इनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगी।हाल ही में, लोकनीति-सीएसडीएस के संजय कुमार ने महाराष्ट्र के रामटेक और देवलाली जैसे क्षेत्रों में मतदाता संख्या में भारी कमी या वृद्धि का दावा किया था। इस दावे को कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा और इमरान प्रतापगढ़ी ने सोशल मीडिया और टीवी चैनलों पर जोर-शोर से प्रचारित किया। कई टीवी डिबेट्स में इन नेताओं ने इसे चुनाव आयोग की नाकामी और वोट चोरी का सबूत बताया। लेकिन जब आधिकारिक फॉर्म 20 के आंकड़ों ने साबित किया कि संजय कुमार का डेटा गलत था, तब उन्होंने 19 अगस्त 2025 को ट्वीट कर माफी मांगी और कहा कि उनकी डेटा टीम ने आंकड़ों को गलत पढ़ लिया था। इस बीच, कांग्रेस नेताओं ने बिना कोई खेद जताए या माफी मांगे अपने पुराने ट्वीट हटा लिए, जिसे प्रियदर्शी ने 'नैतिक पतन' का उदाहरण बताया। रंजन प्रियदर्शी ने कहा कि यह पूरा प्रकरण एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है, जिसमें राहुल गांधी और उनके सहयोगी शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी खुद को डेटा विशेषज्ञ के रूप में पेश कर, तेजस्वी यादव जैसे नेताओं को भ्रम में लेकर वोटर अधिकार यात्रा शुरू कर दी। इस यात्रा का मकसद चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाना और जनता में अविश्वास पैदा करना है। प्रियदर्शी ने इसे 'अराजकता की राजनीति' करार देते हुए कहा कि संजय कुमार जैसे लोग, जो गलत आंकड़े पेश करते हैं, राहुल गांधी के इशारे पर काम कर रहे हैं। उनका मकसद देश को अस्थिरता की ओर धकेलना है।प्रियदर्शी ने चुनाव आयोग की पारदर्शिता की सराहना की और कहा कि बिहार में एसआईआर प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और नियमों के अनुसार हो रही है। विपक्ष का यह आरोप कि मतदाता सूची से नाम काटे जा रहे हैं, पूरी तरह निराधार है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे विपक्ष के दुष्प्रचार से सावधान रहें और तथ्यों के आधार पर निर्णय लें। एनसीपी नेता ने यह भी कहा कि बिहार की जनता पहले भी ऐसी साजिशों को नाकाम कर चुकी है और आगामी विधानसभा चुनाव में भी वह विपक्ष के झूठ को बेनकाब करेगी।बिहार में चुनावी माहौल गर्माने के साथ ही वोटर अधिकार यात्रा और मतदाता सूची संशोधन को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। एनसीपी के रंजन प्रियदर्शी ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इस तरह के भ्रामक अभियानों के खिलाफ खड़ी है और जनता के हित में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।