Bhakti Sagar

Bhakti Sagar "Bhakti Sagar - Collection of Religious Stories" is a page that shares devotional stories, spiritual tales and insights on festivals.

It serves to provide inspiring stories and information about festivals to enrich your spiritual journey.

14/10/2025

The Untold Story of Maharshi Veda Vyasa | Powerful Sage of Hindu Epics | Mahabharat | Bhakti Sagar

📖 महर्षि वेदव्यास – वो दिव्य ऋषि जिनके बिना महाभारत अधूरी थी!
उन्होंने वेदों को विभाजित किया, ब्रह्मास्त्र को हवा में रोका,
और स्वयं भगवान गणेश से महाभारत लिखवाई।

इस वीडियो में जानिए:
⚡ वेदव्यास का रहस्यमयी जन्म
⚔️ अर्जुन और अश्वत्थामा के ब्रह्मास्त्र की कथा
🕉️ गणेश जी के साथ लेखन की गाथा
🌌 व्यास जी की दिव्य शक्तियाँ और अमरता का रहस्य

👉 अंत तक देखें — क्योंकि आखिरी दृश्य में वो खुलासा है
जो युगों से छिपा था!

📍अगर आप भी धर्म और अध्यात्म की गहराई को महसूस करते हैं —
तो इस वीडियो को Share करें, और Follow करें Bhakti Sagar को 🔱

#महर्षिवेदव्यास

12/10/2025

🌺 क्या एक अप्सरा के सौंदर्य ने दो राक्षस भाइयों का अंत कर दिया? जानिए तिलोत्तमा की अद्भुत कथा | Bhakti Sagar

✨ क्या आपने सुना है कि ब्रह्मा जी ने एक अप्सरा बनाई थी — तिलोत्तमा,
जिसके सौंदर्य ने दो अपराजेय असुर भाइयों — सुंद और उपसुंद — का अंत कर दिया था?

🔥 यह वही कथा है जहाँ सौंदर्य बन गया विनाश का कारण,
और बुद्धि ने धर्म की रक्षा की।

📖 देखिए इस अद्भुत पौराणिक कथा को —
तिलोत्तमा ने कैसे किया सुंद और उपसुंद का नाश
सिर्फ आपके पेज — Bhakti Sagar पर 💫

🙏 अगर यह कथा आपके हृदय को छू जाए,
तो Like करें, Share करें और “हर हर महादेव” लिखकर कमेंट करें 💬

10/10/2025

भगवान श्री कृष्ण ने क्यों कहा – चिंता मत करो | Shri Krishnavani | Geeta Gyan | Bhakti Sagar

जब अर्जुन अपने ही परिवार के खिलाफ खड़े थे,
तो उनका मन डर और भ्रम से भरा हुआ था…

तब भगवान श्रीकृष्ण ने मुस्कुराते हुए कहा —
चिंता मत करो।

यह सिर्फ़ एक वाक्य नहीं था, बल्कि जीवन का सबसे बड़ा सत्य।

🦚 भगवान श्री कृष्ण सिखाते हैं:
जब तुम भविष्य की चिंता छोड़ देते हो,
तभी वर्तमान में शक्ति लौट आती है।

🙏 बस याद रखो — भगवान श्री कृष्ण हमेशा कहते हैं, चिंता मत करो।

❤️ अगर ये संदेश दिल को छू गया हो,
तो कमेंट में जय श्री कृष्णा लिखकर शेयर ज़रूर करें।

07/10/2025

सृष्ट‍ि का पहला युद्ध: भगवान विष्णु बनाम मधु और कैटभ | Madhu Kaitabh Vadh Story | Bhakti Sagar

Description :

क्या आप जानते हैं कि इस ब्रह्मांड का पहला युद्ध कब हुआ था?
यह कोई साधारण युद्ध नहीं था — यह था सृष्ट‍ि का पहला महायुद्ध, जब भगवान विष्णु ने दो भयंकर असुरों मधु और कैटभ से लड़ा था।

कहानी सृष्ट‍ि के प्रारंभ की है…
जब भगवान ब्रह्मा के कान से दो दानव — मधु और कैटभ — उत्पन्न हुए।
उनका उद्देश्य था — ब्रह्मा जी का वध कर सृष्ट‍ि को नष्ट करना।
तभी भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागे और शुरू हुआ वह दिव्य संग्राम, जिसने ब्रह्मांड के नियम तय किए।

इस वीडियो में जानिए:
✨ मधु और कैटभ का जन्म कैसे हुआ?
⚔️ भगवान विष्णु ने उनसे युद्ध कैसे किया?
🕉️ और क्यों कहा जाता है इसे सृष्ट‍ि का पहला युद्ध?

🌸 यह कथा केवल एक युद्ध की नहीं, बल्कि धर्म बनाम अहंकार की अमर गाथा है।

🙏 भक्ति और ज्ञान से भरे ऐसे ही वीडियो के लिए फ़ॉलो करें Bhakti Sagar को।

Keywords:

सृष्टि का पहला युद्ध

मधु और कैटभ वध

भगवान विष्णु बनाम मधु कैटभ

विष्णु मधु कैटभ कथा

Vishnu Madhu Kaitabh Story in Hindi

मधु कैटभ असुर वध कहानी

Hindu mythology first battle story

Vishnu Ji Madhu Kaitabh fight

सृष्टि की पहली पौराणिक कथा

Hashtags:

05/10/2025

🌙 करवा चौथ पर चाँद देखने का असली रहस्य जानकर आप भी दंग रह जाएंगे!
💖 क्यों चाँद को ही माना गया है सौभाग्य का प्रतीक? जानिए इस व्रत का पौराणिक रहस्य! 🙏

🌕 करवा चौथ — एक ऐसा व्रत, जहाँ प्रेम और आस्था मिलकर बनाते हैं सौभाग्य का पर्व।

हर साल सुहागि महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और चाँद को देखकर व्रत खोलती हैं।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि चाँद ही क्यों इस व्रत का साक्षी बनाया गया? 🌙

📜 पौराणिक कथा के अनुसार, करवा नामक स्त्री ने जब झूठा चाँद देखकर व्रत तोड़ा, तो उसके पति की मृत्यु हो गई।
माता पार्वती ने तब उसे वरदान दिया —
जो स्त्री सच्चे मन से चाँद को देखेगी, उसका पति दीर्घायु होगा और वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा।

🌸 इसलिए करवा चौथ केवल एक व्रत नहीं, बल्कि भक्ति, प्रेम और विश्वास का संगम है।

❤️ अगर आप भी इस परंपरा की आस्था में विश्वास रखते हैं, तो इस वीडियो को शेयर करें और जय माता दी लिखकर कमेंट करें!



Karwa Chauth, Karwa Chauth 2025, Karwa Chauth Moon, Karwa Chauth Vrat, Karwa Chauth Importance, Karwa Chauth Katha, Bhakti Sagar, Indian Festivals, Hindu Devotion, Sanatan Dharma, Meaning of Karwa Chauth, Karwa Chauth rituals, why moon is worshipped in Karwa Chauth, Maa Parvati blessings, love and faith traditions.

❤️ अगर आपको ये कथा पसंद आई हो तो “जय माता दी” कमेंट करें 🙏
🔁 वीडियो को शेयर करें ताकि हर कोई जान सके — चाँद देखने का असली कारण क्या है!
📺 और ऐसे ही ज्ञानवर्धक वीडियो के लिए Bhakti Sagar को फॉलो करना न भूलें।

04/10/2025

Sadashiv VS Mahavishnu | Who is the most powerful | Ultimate Form of Sadashiv And Mahavishnu | Bhakti Sagar

In this Video:-

Have you ever wondered what existed before creation itself?
When there was no time, no direction, no gods, and no elements…
Who was there in that eternal void?
Who is the one that is unborn, uncreated, and complete in Himself?

In Sanatan Dharma scriptures, two names appear again and again — Sadashiv and Mahavishnu.
Some believe Mahavishnu is the creator of the universe, while others claim Sadashiv is the ultimate reality.
But what is the truth? Are Sadashiv and Mahavishnu two forms of the same supreme power,
or are they born of an even higher divine source?

In this video, we will explore in detail:
- Who is Sadashiv and what are His five eternal forms?
- Who is Mahavishnu and what are His three manifestations?
- Are they reflections of the same Supreme Being?
- What do the Vedas, Puranas, and Bhagavad Gita reveal about this mystery?

👉 Watch till the end, because the final revelation may shake your faith — or strengthen it forever.

📌 If you find this video insightful, don’t forget to Like, Share, and Follow to my page Bhakti Sagar.










🔹 Disclaimer :

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use, ( It is only made for Knowledge purpose )

Thank you for Watching my video's

जय सदाशिव! जय महाविष्णु! जय पूर्ण परमात्मा! 🙏🙏

विजयदशमी पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाए 🙏 या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।...
01/10/2025

विजयदशमी पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाए 🙏

या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।

नवरात्रि का आठवां दिन मां महागौरी मंत्रः वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा महागौरी यशस्वनी...
29/09/2025

नवरात्रि का आठवां दिन
मां महागौरी

मंत्रः
वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।
सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा महागौरी यशस्वनीम्॥
पूर्णन्दु निभां गौरी सोमचक्रस्थितां अष्टमं महागौरी त्रिनेत्राम्।
वराभीतिकरां त्रिशूल डमरूधरां महागौरी भजेम्॥
पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।
मंजीर, हार, केयूर किंकिणी रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥
प्रफुल्ल वंदना पल्ल्वाधरां कातं कपोलां त्रैलोक्य मोहनम्।
कमनीया लावण्यां मृणांल चंदनगंधलिप्ताम्॥
या देवी सर्वभू‍तेषु मां गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

28/09/2025

कार्तिक छठ पूजा 2025 कब है | Kartik Chhath Puja 2025 Date Time | Kartik Chhath Puja 2025 Kab Hai | Bhakti Sagar

Description:

🌞 छठ महापर्व 2025 🌞 | सनातन धर्म का महान व्रत है।
छठ पूजा कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है।
यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित है।

📅 इस साल छठ महापर्व की तिथियाँ:
➡️ नहाय-खाय: 25 अक्टूबर 2025 (शनिवार)
➡️ खरना: 26 अक्टूबर 2025 (रविवार)
➡️ संध्या अर्घ्य: 27 अक्टूबर 2025 (सोमवार)
➡️ प्रातः अर्घ्य एवं व्रत पारण: 28 अक्टूबर 2025 (मंगलवार)

🙏 छठ पूजा का महत्व:
- सूर्य देव की उपासना से सुख-समृद्धि और संतान सुख की प्राप्ति होती है।
- यह व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है जिसमें 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखा जाता है।
- ठेकुआ और मौसमी फल छठ महापर्व के मुख्य प्रसाद हैं।

📖 इस वीडियो में आप जानेंगे:
✔️ छठ महापर्व 2025 की तिथियाँ
✔️ नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और प्रातः अर्घ्य की विधि
✔️ छठ पूजा का महत्व और नियम

अगर आपको यह वीडियो अच्छा लगे तो इसे LIKE 👍 करें, SHARE ↗️ करें और हमारे फेसबुक पेज Bhakti Sagar को Follow 🔔 करना न भूलें।

Keywords:

कार्तिक छठ महापर्व 2025, Kartik Chhath Puja 2025 date, छठ पूजा कब है 2025, Nahay Khay 2025 date, Kharna 2025 date, Chhath Puja Arghya Time 2025, छठ पूजा 2025 की विधि, छठ पूजा 2025 का महत्व, छठ पूजा 2025 व्रत नियम, Chhath Puja 2025 Bihar Jharkhand UP, Kartik Chhath Puja 2025, छठी मैया पूजा 2025, Chhath Puja 2025 kab hai, Chhath Puja vrat vidhi 2025, Bhakti Sagar Chhath Puja 2025 Video, Facebook Trending chhath Puja 2025 Video.

Hastags:

#छठमहापर्व2025 #छठपूजा_व्रत

🔹 Disclaimer :

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use, ( It is only made for Knowledge purpose )

Thank you for Watching my video's

जय छठी मैया! 🌸🌞🙏

नवरात्रि का सातवां दिन मां कालरात्रि एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।।वामपाद...
27/09/2025

नवरात्रि का सातवां दिन
मां कालरात्रि

एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता।
लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी।।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा।
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी॥
या देवी सर्वभू‍तेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

ॐ देवी कालरात्र्यै नम:🙏

नवरात्रि का छठा दिन मां कात्यायनीमंत्र:वन्दे वाञ्छित मनोरथार्थ चन्द्रार्धकृतशेखराम्।सिंहारूढ़ा चतुर्भुजा कात्यायनी यशस्व...
26/09/2025

नवरात्रि का छठा दिन
मां कात्यायनी

मंत्र:

वन्दे वाञ्छित मनोरथार्थ चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहारूढ़ा चतुर्भुजा कात्यायनी यशस्विनीम्॥
स्वर्णवर्णा आज्ञाचक्र स्थिताम् षष्ठम दुर्गा त्रिनेत्राम्।
वराभीत करां षगपदधरां कात्यायनसुतां भजामि॥
पटाम्बर परिधानां स्मेरमुखी नानालङ्कार भूषिताम्।
मञ्जीर, हार, केयूर, किङ्किणि, रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥
प्रसन्नवदना पल्लवाधरां कान्त कपोलाम् तुगम् कुचाम्।
कमनीयां लावण्यां त्रिवलीविभूषित निम्न नाभिम्॥
कञ्चनाभां वराभयं पद्मधरा मुकटोज्जवलां।
स्मेरमुखी शिवपत्नी कात्यायनेसुते नमोऽस्तुते॥
पटाम्बर परिधानां नानालङ्कार भूषिताम्।
सिंहस्थिताम् पद्महस्तां कात्यायनसुते नमोऽस्तुते॥
परमानन्दमयी देवी परब्रह्म परमात्मा।
परमशक्ति, परमभक्ति, कात्यायनसुते नमोऽस्तुते॥
विश्वकर्ती, विश्वभर्ती, विश्वहर्ती, विश्वप्रीता।
विश्वाचिन्ता, विश्वातीता कात्यायनसुते नमोऽस्तुते॥
कां बीजा, कां जपानन्दकां बीज जप तोषिते।
कां कां बीज जपदासक्ताकां कां सन्तुता॥
कांकारहर्षिणीकां धनदाधनमासना।
कां बीज जपकारिणीकां बीज तप मानसा॥
कां कारिणी कां मन्त्रपूजिताकां बीज धारिणी।
कां कीं कूंकै क: ठ: छ: स्वाहारूपिणी॥
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

ॐ देवी कात्यायन्यै नमः🙏

Address

Keshopur
Bihar Sharif
801306

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Bhakti Sagar posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share