Cooking With Bhavika

Cooking With Bhavika COOKING CHANNEL FOR INDIAN CUISINE AND TRADITIONAL RECIPES.

खाना खाने का सही नियम 12 महीनों अनुसार👇👇👇चैत्र ( मार्च-अप्रैल) – इस महीने में चने का सेवन करे क्योकि चना आपके रक्त संचार...
07/04/2025

खाना खाने का सही नियम 12 महीनों अनुसार👇👇👇
चैत्र ( मार्च-अप्रैल) – इस महीने में चने का सेवन करे क्योकि चना आपके रक्त संचार और रक्त को शुद्ध करता है एवं कई बीमारियों से भी बचाता है। चैत्र के महीने में नित्य नीम की 4 – 5 कोमल पतियों का उपयोग भी करना चाहिए इससे आप इस महीने के सभी दोषों से बच सकते है। नीम की पतियों को चबाने से शरीर में स्थित दोष शरीर से हटते है।

वैशाख (अप्रैल – मई)- वैशाख महीने में गर्मी की शुरुआत हो जाती है। बेल का इस्तेमाल इस महीने में अवश्य करना चाहिए जो आपको स्वस्थ रखेगा। वैशाख के महीने में तेल का उपयोग बिल्कुल न करे क्योकि इससे आपका शरीर अस्वस्थ हो सकता है।

ज्येष्ठ (मई-जून) – भारत में इस महीने में सबसे अधिक गर्मी होती है। ज्येष्ठ के महीने में दोपहर में सोना स्वास्थ्य वर्द्धक होता है , ठंडी छाछ , लस्सी, ज्यूस और अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। बासी खाना, गरिष्ठ भोजन एवं गर्म चीजो का सेवन न करे। इनके प्रयोग से आपका शरीर रोग ग्रस्त हो सकता है।

अषाढ़ (जून-जुलाई) – आषाढ़ के महीने में आम , पुराने गेंहू, सत्तु , जौ, भात, खीर, ठन्डे पदार्थ , ककड़ी, पलवल, करेला आदि का उपयोग करे व आषाढ़ के महीने में भी गर्म प्रकृति की चीजों का प्रयोग करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

श्रावण (जूलाई-अगस्त) – श्रावण के महीने में हरड का इस्तेमाल करना चाहिए। श्रावण में हरी सब्जियों का त्याग करे एव दूध का इस्तेमाल भी कम करे। भोजन की मात्रा भी कम ले – पुराने चावल, पुराने गेंहू, खिचड़ी, दही एवं हलके सुपाच्य भोजन को अपनाएं।

भाद्रपद (अगस्त-सितम्बर) – इस महीने में हलके सुपाच्य भोजन का इस्तेमाल कर वर्षा का मौसम् होने के कारण आपकी जठराग्नि भी मंद होती है इसलिए भोजन सुपाच्य ग्रहण करे।

आश्विन (सितम्बर-अक्टूबर) – इस महीने में दूध , घी, गुड़ , नारियल, मुन्नका, गोभी आदि का सेवन कर सकते है। ये गरिष्ठ भोजन है लेकिन फिर भी इस महीने में पच जाते है क्योकि इस महीने में हमारी जठराग्नि तेज होती है।

कार्तिक (अक्टूबर-नवम्बर) – कार्तिक महीने में गरम दूध, गुड, घी, शक्कर, मुली आदि का उपयोग करे। ठंडे पेय पदार्थो का प्रयोग छोड़ दे। छाछ, लस्सी, ठंडा दही, ठंडा फ्रूट ज्यूस आदि का सेवन न करे , इनसे आपके स्वास्थ्य को हानि हो सकती है।

अगहन (नवम्बर-दिसम्बर) – इस महीने में ठंडी और अधिक गरम वस्तुओ का प्रयोग न करे।

पौष (दिसम्बर-जनवरी) – इस ऋतू में दूध, खोया एवं खोये से बने पदार्थ, गौंद के लाडू, गुड़, तिल, घी, आलू, आंवला आदि का प्रयोग करे, ये पदार्थ आपके शरीर को स्वास्थ्य देंगे। ठन्डे पदार्थ, पुराना अन्न, मोठ, कटु और रुक्ष भोजन का उपयोग न करे।

माघ (जनवरी-फ़रवरी) – इस महीने में भी आप गरम और गरिष्ठ भोजन का इस्तेमाल कर सकते है। घी, नए अन्न, गौंद के लड्डू आदि का प्रयोग कर सकते है।

फाल्गुन (फरवरी-मार्च) – इस महीने में गुड का उपयोग करे। सुबह के समय योग एवं स्नान का नियम बना ले। चने का उपयोग न करे।

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सत्तू एक पारंपरिक भारतीय भोजन है, जो भुने हुए चने के आटे से बनता है। यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है, और गर्मियों म...
05/04/2025

सत्तू एक पारंपरिक भारतीय भोजन है, जो भुने हुए चने के आटे से बनता है। यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है, और गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। यहाँ सत्तू की कुछ सरल रेसिपी दी गई हैं:
1. नमकीन सत्तू (Salty Sattu Drink):
सामग्री:
* सत्तू - 4 बड़े चम्मच
* पानी - 2 गिलास
* प्याज, बारीक कटा हुआ - 1/2
* हरी मिर्च, बारीक कटी हुई - 1
* अदरक, कद्दूकस किया हुआ - 1/2 इंच
* धनिया पत्ती, बारीक कटी हुई - 2 बड़े चम्मच
* नींबू का रस - 2 बड़े चम्मच
* काला नमक - स्वादानुसार
* भुना जीरा पाउडर - 1/2 छोटा चम्मच
* नमक - स्वादानुसार
विधि:
* एक बड़े कटोरे में, सत्तू और पानी को अच्छी तरह मिलाएं ताकि कोई गांठ न रहे।
* प्याज, हरी मिर्च, अदरक, धनिया पत्ती, काला नमक, भुना जीरा पाउडर और नमक डालें।
* नींबू का रस मिलाएं और अच्छी तरह मिलाएं।
* ठंडा परोसें।
2. मीठा सत्तू (Sweet Sattu Drink):
सामग्री:
* सत्तू - 4 बड़े चम्मच
* पानी या दूध - 2 गिलास
* गुड़ या चीनी - स्वादानुसार
* इलायची पाउडर - 1/4 छोटा चम्मच
* बादाम और काजू, बारीक कटे हुए (वैकल्पिक)
विधि:
* एक बड़े कटोरे में, सत्तू और पानी या दूध को अच्छी तरह मिलाएं ताकि कोई गांठ न रहे।
* गुड़ या चीनी और इलायची पाउडर डालें।
* अच्छी तरह मिलाएं जब तक कि गुड़ या चीनी पूरी तरह से घुल न जाए।
* बादाम और काजू से सजाकर ठंडा परोसें।
3. सत्तू की लिट्टी (Sattu Litti):
सामग्री:
* सत्तू भरावन के लिए:
* सत्तू - 1 कप
* प्याज, बारीक कटा हुआ - 1/2 कप
* हरी मिर्च, बारीक कटी हुई - 1-2
* अदरक, कद्दूकस किया हुआ - 1 इंच
* धनिया पत्ती, बारीक कटी हुई - 2 बड़े चम्मच
* अजवाइन - 1/2 छोटा चम्मच
* काला नमक - स्वादानुसार
* नींबू का रस - 1 बड़ा चम्मच
* सरसों का तेल - 1 बड़ा चम्मच
* आटा के लिए:
* गेहूं का आटा - 2 कप
* नमक - स्वादानुसार
* पानी - आवश्यकतानुसार
* घी या तेल - सेकने के लिए
विधि:
* सत्तू भरावन तैयार करें: एक कटोरे में, सत्तू, प्याज, हरी मिर्च, अदरक, धनिया पत्ती, अजवाइन, काला नमक, नींबू का रस और सरसों का तेल मिलाएं। अच्छी तरह मिलाएं और अलग रख दें।
* आटा तैयार करें: एक कटोरे में, गेहूं का आटा और नमक मिलाएं। धीरे-धीरे पानी डालते हुए नरम आटा गूंथ लें।
* लिट्टी बनाएं: आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं। प्रत्येक लोई को चपटा करें और बीच में सत्तू का भरावन रखें। किनारों को सील करें और गोल या अंडाकार आकार दें।
* लिट्टी सेकें: तवा गरम करें और लिट्टी को मध्यम आंच पर सुनहरा भूरा होने तक सेकें। आप उन्हें ओवन में या उपले में भी सेक सकते हैं।
* घी या तेल लगाकर गरमागरम परोसें।
ये कुछ सामान्य सत्तू रेसिपी हैं। आप अपनी पसंद के अनुसार मसाले और सामग्री डालकर इन्हें बदल सकते हैं।

Health Today

टमाटर रसम (Tomato Rasam) एक हल्का, मसालेदार और स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय सूप है, जो टमाटर, इमली और मसालों से बनाया जाता है...
05/04/2025

टमाटर रसम (Tomato Rasam) एक हल्का, मसालेदार और स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय सूप है, जो टमाटर, इमली और मसालों से बनाया जाता है। इसे चावल के साथ या ऐसे ही पीने के लिए परोसा जाता है। यह पाचन के लिए भी अच्छा माना जाता है।
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टमाटर रसम बनाने की विधि
सामग्री:
टमाटर – 3 (मध्यम आकार के)
इमली – 1 छोटा चम्मच (गर्म पानी में भिगोकर गूदा निकाल लें)
पानी – 2.5 कप
काली मिर्च – 1/2 छोटा चम्मच (दरदरी पिसी हुई)
जीरा – 1 छोटा चम्मच
लहसुन – 3-4 कलियाँ (दरदरी कुटी हुई)
हींग – 1 चुटकी
हल्दी – 1/4 छोटा चम्मच
रसम पाउडर – 1 छोटा चम्मच (अगर उपलब्ध हो)
हरा धनिया – 1 बड़ा चम्मच (बारीक कटा हुआ)
करी पत्ते – 6-8 पत्ते
सरसों के दाने – 1/2 छोटा चम्मच
सूखी लाल मिर्च – 1
घी या तेल – 1 बड़ा चम्मच
नमक – स्वादानुसार
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बनाने की विधि:
1. टमाटर प्यूरी तैयार करें
टमाटरों को काटकर मिक्सर में पीस लें या उबालकर उनका गूदा निकाल लें।
इमली को गर्म पानी में भिगोकर उसका रस निकाल लें।
2. मसाला तैयार करें
काली मिर्च, जीरा और लहसुन को दरदरा पीस लें।
3. रसम पकाएं
एक पैन में टमाटर प्यूरी, इमली का रस, हल्दी, नमक और रसम पाउडर डालें।
इसमें 2 कप पानी डालें और धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक उबालें।
पिसा हुआ मसाला डालें और 2-3 मिनट और पकाएं।
4. तड़का लगाएं
एक छोटे पैन में घी गरम करें, उसमें सरसों के दाने, हींग, सूखी लाल मिर्च और करी पत्ते डालें।
इसे उबलते रसम में डालें और तुरंत ढक दें।
5. परोसें
ऊपर से हरा धनिया डालें और गर्मागर्म चावल के साथ या सूप की तरह परोसें।
सुझाव:
चाहें तो इसमें थोड़ा सा गुड़ डाल सकते हैं, इससे स्वाद संतुलित हो जाएगा।
इसे बनाने में ताजा टमाटर का उपयोग करने से स्वाद और भी बेहतर आता है।
आप इसे किसी भी साउथ इंडियन खाने के साथ या हल्के सूप के रूप में एन्जॉय कर सकते हैं!
Health Today

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