
19/09/2024
आना-जाना प्रकृति का नियम है लेकिन यह उम्र बहन तुम्हारे जाने की नहीं थी।
तुम समाज के उसे स्थान पर थी जहां से आप लाखों लोगों का भला कर सकती थी जिस प्रकार इंद्र पूरी सृष्टि को बिना भेदभाव से भला करता है उस प्रकार भी अफसर भी अपनी काबिलियत से सर्व समाज का भला करते हैं।
आप किसी एक समाज की बहन बेटी नहीं थी। आपको देखकर पूरी मानव जाति की बहन बेटियां आप को अपना आइकन मानती थी। आपसे प्रेरणा लेती थी। एक प्रेरणापुंज का यूं ही लुप्त होना काफी दिनों तक समाज को अखरेगा ओम शान्ति