27/08/2025
पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग पर गंभीर आरोप,
पवन चंदेल घुमारवीं
पूर्व मंत्री राजेंद्र गर्ग पर राजनीतिक बयानबाज़ी के ज़रिए सुर्खियों में बने रहने के आरोप लगाए गए हैं। एपीएमसी के चेयरमैन एवं नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष सतपाल, ने कहा कि गर्ग अपने राजनीतिक अस्तित्व को बनाए रखने के लिए गैर-जिम्मेदाराना और तथ्यहीन बयान दे रहे हैं।
नेताओं ने आरोप लगाया कि घुमारवीं शहर में पुराने बस अड्डे के पास जो मकान भूस्खलन की जद में आए हैं, उसके लिए सीधे तौर पर राजेंद्र गर्ग जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के दौरान सीर खड्ड पुल से मेला मैदान तक सड़क निर्माण के लिए 1.5 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत हुई थी, लेकिन इसका बड़ा हिस्सा भूमालिकों को बांट दिया गया,।
"न डंगे लगाए, न पुलिया बनाई"
इन नेताओं का कहना है कि इतने संवेदनशील क्षेत्र में न तो डंगे (सुरक्षा दीवारें) बनाई गईं और न ही कल्वर्ट, जिससे आज कई परिवार संकट में आ गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि गर्ग ने अस्पताल के पास 90 लाख रुपये की लागत से ओवरब्रिज बनाने की बजाय इस सड़क पर डंगे बनाए होते, तो स्थिति आज अलग होती।
"बजट बिना टेंडर करवाकर किया घोटाला"
पूर्व नेताओं ने यह भी कहा कि सत्ता से जाते-जाते गर्ग ने बिना बजट के टेंडर करवा दिए, जबकि सड़क निर्माण के लिए आया अधिकांश पैसा पहले ही अपनों में बांट चुके थे। वहीं, कांग्रेस सरकार के आने के बाद इस सड़क पर फिर से काम शुरू हुआ है और जो भी डंगे व पुलिया बनी हैं, वह तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी की देन हैं।
सीर खड्ड चैक डैम को बताया वरदान
सीर खड्ड पर बने चैक डैम को शहर के लिए वरदान बताते हुए नेताओं ने कहा कि इस बरसात में पानी की कोई किल्लत नहीं हुई है और इस काम के लिए उन्होंने मंत्री राजेश धर्माणी का आभार जताया। उनका कहना है कि चैक डैम न केवल उपयोगी साबित हुआ है बल्कि घुमारवीं की सुंदरता में भी इज़ाफा हुआ है।
"बिना वजह विरोध कर रहे हैं गर्ग"
स्थानीय नेताओं ने कहा कि पूर्व मंत्री गर्ग इन कार्यों की सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं, और इसी कारण बिना सिर-पैर की बयानबाज़ी कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि गर्ग उन परिवारों से माफ़ी मांगें जो आज उनके फैसलों के चलते परेशानी से जूझ रहे हैं।