
14/09/2025
के तहत की योजनाओं की सटीक जानकारी नहीं दे पायी थी कार्यालय,
पेटरवार निवासी श्रीधर महतो ने की थी छ: माह पूर्व
/ : बोकारो जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) फंड में घोटाले को लेकर चर्चित हो गया है। डीएमएफटी कार्यालय का वरीय कर्मी राजेश पांडेय को रांची जाने के क्रम में गोला पुलिस द्वारा वाहन के साथ 51 लाख रूपये नकद जब्त किये जाने के बाद मामला और अधिक गंभीर हो गया है।
चूंकि डीएमएफपी फंड से जिले के सभी सरकारी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं सरकारी दिवालों पर बड़े-बड़े पेंटिंग्स का कार्य भी हुए हैं और उससे संबंधित एक ठेकेदार भी साथ में पकड़ाया है। मामले को गर्म देख बोकारो के अधिवक्ता डॉ राज कुमार ने एक और हथौड़ा मार दिया। उन्होंने डीएमएफटी मद में 500 करोड़ रुपए का घोटाला का आरोप लगाते हुए 150 पन्नों की लंबी शिकायत की फेहरिस्त राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री कार्यालय तक भेज दी है। इधर मामले को देखते हुए बोकारो डीसी अजय नाथ झा ने जिले भर के सभी कर्मियों को हिदायत आदेश निकाल दिया। कर्मी या अधिकारी बोकारो से बाहर एक लाख रूपये से अधिक नकदी लेकर नहीं जायेंगे। शादी या अन्य जरूरी कार्यों के लिए संबंधित वरीय अधिकारियों के आदेश के बगैर एक लाख से ज्यादा की राशि साथ लेकर बोकारो से बाहर नहीं जाएंगे।
लेकिन इस बीच पेटरवार निवासी आजसू पार्टी के वरीय नेता और आरटीआई कार्यकर्ता श्रीधर महतो ने भी चौंकाने वाला खुलासा किया है। श्री महतो ने बताया की डीएमएफटी में गड़बड़ी का अंदेशा जताते हुए उन्होंने इससे पहले जनवरी 2025 में ही ज़िला योजना कार्यालय से आरटीआई के माध्यम से जानकारी मांगी थी। जिसमें वर्ष 2020 से लेकर 2024 तक की सभी योजनाओं की सूची के साथ प्राक्कलित का विवरण व प्राक्कलित राशि आदि का विवरण मांगी थी। कई बार स्मार पत्र देने के बावजूद डीएमएफटी कार्यालय सूचना देने से आनाकानी व बहाना करते रहा। अंततः प्रथम अपील भी की गई लेकिन बावजूद इसके कोई ठोस जानकारी नहीं दी गई। बताया गोला में 51 लाख रूपये की राशि के साथ पकड़ाने वाले कर्मी राजेश पांडेय ने एक दिन पूर्व ही जानकारी उपलब्ध कराने का आश्वस्त किया था कि एक सप्ताह में जानकारी दी जायेगी। तबतक मामला स्वत: उजागर होने लगा।
श्री महतो बताते हैं कि डीएमएफटी फंड में जमकर लूटपाट हुई है पूर्व डीसी विजय जाधव के द्वारा मनमाने तरीके से योजना बनाकर सामान्य प्राक्कलन के बदले कई गुना अधिक राशि का प्राक्कलन बनाकर चहेते एजेंसियों को भुगतान किया है। जिसमें ट्रस्ट के अन्य सदस्यों की सहमति भी नहीं ली जा रही थी। चहेते एजेंसियों को करोड़ों -अरबों रूपये का कार्य आवंटन व भुगतान किया गया है।
बता दें कि डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (DMF) भारत में खान और खनिज विकास विनियमन संशोधन अधिनियम, 2015 के तहत स्थापित एक गैर-लाभकारी निकाय के रूप में स्थापित एक ट्रस्ट है। इस संबंध में सोसायटी एक्ट के तहत बोकारो जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट का निबंधन किया गया है। जिसका अध्यक्ष उपायुक्त एवं सचिव जिला खनन पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधि सदस्य होते हैं। खनन प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की विकासात्मक जरूरतों के लिए काम कर रहा है। DMFT बोकारो सरकार द्वारा तैयार की गई PMKKKY योजनाओं (प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना) को लागू करता है। PMKKKY के तहत, DMF फंड का कम से कम 60% उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे कि पेयजल आपूर्ति और स्वच्छता, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, प्रदूषण नियंत्रण, पर्यावरण संरक्षण, महिला और बाल कल्याण, वृद्ध और विकलांग लोगों के कल्याण के लिए आवंटित किया गया है। , और कौशल विकास। अन्य 40% का उपयोग खनन प्रभावित क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे कि भौतिक बुनियादी ढांचे, सिंचाई, और ऊर्जा और वाटरशेड विकास के तहत किया जाना है।