24/10/2025
गोमिया में चिट-फंड कंपनी द्वारा निवेशकों से करोड़ों की ठगी का मामला हुआ उजागर, निवेशकों ने लगाए गंभीर आरोप
बोकारो: बोकारो जिलांतर्गत गोमिया प्रखंड के गोमिया बैंक मोड़ में पहले वेलफेयर, फिर यावारिश जैसे चिटफंड कंपनियों ने अपना कार्यालय खोलकर अपने ग्राहकों से करोड़ों झटका, रही सही कसर सहारा इंडिया (मामला न्यायालय में लंबित) ने निकाल ली जिसके बाद पुनः गोमिया बैंक मोड़ में एक बड़ी ठगी के मामला उजागर हुआ है। इस बार गोमिया बैंक मोड़ स्थित डोली पैलेस में संचालित डोलो ट्रेड नामक कंपनी के अधिकारियों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए दर्जनों निवेशकों ने आईईएल थाना में शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि कंपनी के नाम पर एक परिवार के संगठित गिरोह ने डोली पैलेस के मकान मालिक सहित निवेशकों को आकर्षक ब्याज दरों का लालच देकर करीब 750 लोगों से करोड़ों रुपये ठग लिए। आवेदन प्राप्त होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
स्वांग निवासी निवासी नीरज कुमार साहू ने बताया कि कंपनी के नाम पर संगठित गिरोह गोमिया करमाली टोला निवासी नरेश करमाली, उनकी पत्नी पिंकी देवी, राहुल करमाली, जारंगडीह निवासी बसंत करमाली, सारस करमाली व स्वांग हजारी बस्ती निवासी सूर्यदेव प्रजापति ने आकर्षक ब्याज दरों का लालच देकर वर्ष 2022 में उससे ढाई लाख रुपये ठग लिए। कंपनी के विभिन्न योजनाओं को बताते हुए झांसा देकर रुपये इनवेस्ट करने को कहा। उन्होंने बताया कि प्रति माह तीन प्रतिशत ब्याज के साथ निश्चित समयावधि पुरा करने पर मूलधन भी वापस कर दिया जाएगा। उनके झांसे में आकर कंपनी में पैसा निवेश किया था।
कथारा निवासी नवीन कुमार ने बताया कि डोलो ट्रेड के नरेश करमाली व अन्य की बातों में आकर व मिलनेवाली ज्यादा ब्याज दर की लालच में आकर साढ़े चार लाख नकद दे दिया। शुरुआती कुछ माह तक सब कुछ सामान्य रहा। जिसके बाद उन्होंने अपने रिश्तेदारों के भी 15 लाख रुपये कंपनी में जमा कराए थे। इसके एवज में उनके द्वारा चेक बुक, एग्रीमेंट सर्टिफिकेट आदि दिया गया था, लेकिन कुछ माह बाद ही पैसा मिलना बंद हो गया। कार्यालय से संपर्क किया तो उन्होंने पोर्ट फोलियो जीरो होने का बहाना बनाया और कहा कि जल्द ठीक हो जाएगा। आरोप लगाया कि यह सभी आरोपित एक संगठित गिरोह हैं, जो फर्जी दस्तावेजों और झूठे वादों से भोले-भाले लोगों को फंसाते हैं। अंतत: उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
गोमिया निवासी सौरभ कुमार ने बताया कि आरोपितों ने मिलकर डोला ट्रेड के नाम से बैंक मोड़ में कंपनी चलाई थी। 2022 में उनकी जान पहचान आरोपितों के साथ हुई थी। बताया गया कि कंपनी में पैसा लगाने पर तीन से चार प्रतिशत का ब्याज हर महीने मिलेगा। उनकी बातों में आकर उन्होंने दो लाख रुपये लगा दिए थे। कुछ महीनों तक कंपनी ने उन्हें पैसे भी दिए। इसके बाद आरोपितों ने कहा कि कंपनी के साथ दूसरे लोगों को जोड़ों इससे अच्छा पैसा मिलेगा। उनकी बातों में आकर निवेशकों ने अपने दोस्त रिश्तेदारों को भी निवेश कराकर जोड़ दिया। लेकिन कुछ माह बाद ही कंपनी ने ब्याज देना बंद कर दिया। उन्हें कंपनी पर शक हुआ तो अपने पैसे वापस मांगे। इसके बाद आरोपितों ने फोन उठाने बंद कर दिए। बैंक मोड़ स्थित कंपनी के कार्यालय को बंद कर दिया गया। उन्होंने अपने स्तर पर जांच की तो कंपनी के सभी कागजात फर्जी पाए गए। जब उनको ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने स्थानीय आईईएल थाना में शिकायत दर्ज कराई।
क्रमवार 52 निवेशकों के संयुक्त हस्ताक्षर युक्त पुलिस को दिए आवेदन में 7 करोड़ की राशि की ठगी का मामला बताया गया है, वहीं 750 निवेशकों के अरबों रुपये से अधिक की रकम हड़पने के कयास लगाए जा रहे हैं। बताया जाता है कि इस मामले के अलावे बाहुबली, बिरसा नामक कई चिटफंड कंपनियां गोमिया में सक्रिय हैं और स्थानीय भोले-भाले ग्रामीण युवाओं, व्यवसाईयों को अपने जाल में फंसा रही है, फिलहाल पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए छानबीन तेज कर दी है ताकि ठगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके और अन्य लोगों को सावधान किया जा सके। स्थानीय प्रशासन और पुलिस लगातार ऐसे फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रही है। थाना प्रभारी प्रफुल महतो ने आगे की कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
Admin: Vishal Agrawal