02/09/2025
आज झारखंड आंदोलकारी, झारखंड के सच्चे लड़ाकू एवं डुमरी के पूर्व विधायक शेर-ए-शिवा महतो जी द्वारा स्थापित झारखंड महाविद्यालय, डुमरी परिसर में 46वा स्थापना दिवस समारोह मनाया गया जिसमें शिवा महतो जी के भव्य आदमकद प्रतिमा का अनावरण हुआ। जिसमें मुख्य रूप से गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी जी एवं माननीय बगोदर विधायक नागेंद्र महतो जी जयराम कुमार महतो विधायक डुमरी उपस्थित हुए।
स्व. शिवा महतो जी का जीवन संघर्ष, त्याग और समर्पण का प्रतीक था। शोषण और जुल्म के खिलाफ वे हमेशा अग्रणी रहे। हाथ में लाठी और फरसी लेकर वे जनता की आवाज़ बुलंद करते थे। झारखंड की सांस्कृतिक पहचान नटुवा नृत्य में उन्हें अद्भुत महारथ हासिल था—नटुवा की थाप पड़ते ही उनके कदम अपने आप थिरक उठते थे। सन 1985 में जब उन्होंने इस महाविद्यालय की नींव रखी, तब आस-पास कई किलोमीटर तक कोई भी उच्च शिक्षा संस्थान नहीं था। उस समय बाहरी लोग तंज कसते थे –“जिस राज्य का निर्माण ही नहीं हुआ, उसके नाम से कॉलेज कैसे हो सकता हैन?”
लेकिन शिवा बाबू ने अपनी दूरदृष्टि और अटूट आत्मविश्वास के साथ कहा था –
“खेता में बिहिनिया छिटे दे ने बाबू! पनिया मारते तो धना भेय बे करते।” 🌱
आज उनका बोया हुआ वही बिहिन हरा-भरा होकर लाखों छात्रों के भविष्य को गढ़ रहा है। यह महाविद्यालय झारखंड के सपनों को नई ऊँचाइयों तक ले जाने वाला केंद्र बन चुका है।
झारखंड महाविद्यालय सिर्फ एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि यह स्व. शिवा महतो जी की दूरदृष्टि, संघर्ष और झारखंडी अस्मिता का जीवंत प्रतीक है।